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सात बार मंत्री रहने वाले छोटे लोहिया के पास अंत मे था कुछ नहीं :रविकांत उपाध्याय




नरही बलिया।। समाजवाद के पुरोधा छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र की जयंती कृष्णा शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज नरही के प्रांगण में शुक्रवार को बड़े धूमधाम से मनाई गई। सबसे पहले जनेश्वर मिश्र के चित्र पर पुष्प अर्पित कर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने स्व मिश्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विधिवत प्रकाश डाला। अपने संबोधन में रविकांत उपाध्याय ने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में सादगी और शुचिता को आधार मानकर जनता के प्रति जवाबदेही, अमीर गरीब के बीच की खाई को पाटने के लिए जीवन पर्यन्त स्व जनेश्वर मिश्र लगे रहे। कहा कि आज अगर सत्ताधारी दल का विधायक बन जाते है तो उनके पास अथाह संपत्ति हो जा रही है। लेकिन स्व जनेश्वर मिश्र ऐसे नेता थे जो सात बार केंद्रीय मंत्री बने लेकिन मरने के समय इनके पास कुछ नहीं था। छोटे लोहिया ने खाली हाथ आये है, खाली हाथ जायेंगे, की लोकोक्ति को शत प्रतिशत चरितार्थ किया।





उनके साथ गुजारे गये अपने कुछ अनुभव को साझा करते हुए श्री उपाध्याय ने कहा कि जनेश्वर मिश्र के नही रहने से सैकड़ों परिवार अनाथ हो गए। उन्होंने बताया कि वह अमीर उद्योगपति से पैसा मांगते थे और पूरे भारत के अनेक राज्यों में रहने वाले समाजवादी साथियों, गरीबों की आर्थिक मदद किया करते थे। गरीबों की चिंता सदैव किया करते थे। सात बार मंत्री रहने के बाद भी उनके पास कुछ नहीं था। यही उनका राजनीतिक जीवन था।

इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों को मिष्ठान वितरित किया गया अध्यक्षता अभिमन्यु राय ने किया इस मौके पर प्रधानाचार्य अरुण कुमार तिवारी, अंजनी राय, शशिकांत, ग्राम प्रधान रामनारायण पासवान, विद्यानंद तिवारी कृष्णा नन्द सिंह अजीत राय, सुधीर मिश्र,विश्वप्रताप श्रीवास्तव, राजेश यादव आदि लोग उपस्थित रहे।