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पत्रकारिता की शुचिता बनाए रखें सम्मानित कलमकार - डॉ ० उपाध्याय



आजादी के अमृत महोत्सव पर्व का  पखवारा मना रहा  भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ   

प्रयागराज ।।पत्रकार समाज का सार्थक और सफल व सजग प्रहरी है इसे पत्रकारिता की शुचिता बनाए रखने का सदैव ध्यान रखना चाहिए। पत्रकारिता के साथ-साथ पत्रकार संगठनों की भी पारदर्शिता और शुचिता  बनाए रखने की नितांत आवश्यकता है। क्योंकि कोई भी पत्रकार जब किसी संगठन से जुड़ता है तो वह उससे निष्पक्ष और  निर्लिप्त भाव से सहयोग की अपेक्षा करता है। पत्रकार संगठनों को अपने पदाधिकारियों सदस्यों और शुभचिंतकों के मानक पर खरा उतरने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही पत्रकारों को भी चाहिए कि वे जिस भी पत्रकार संगठन से जुड़ें   उसके प्रति अपनी निष्ठा सदैव बनाए रखें,भितरघात अथवा कलुषित मानसिकता लेकर किसी भी पत्रकार संगठन से जुड़ने पर उनका सम्मान कदापि नहीं बढ़ेगा। अपनी मातृ संस्था के साथ कभी भी छल कपट नहीं करना चाहिए और ना तो इसे अपनी व्यक्तिगत हित साधने की कड़ी समझना चाहिए।




उपरोक्त संदेश भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ०  भगवान प्रसाद उपाध्याय ने महासंघ के देश भर की सभी प्रदेश और मंडल व जिला तथा  तहसील  व  ब्लॉक  इकाइयों   सहित सभी प्रकोष्ठ  के सम्मानित पदाधिकारियों और सदस्यों को भेजते हुए आग्रह किया है कि भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ आजादी के अमृत महोत्सव पर्व का पखवारा मना रहा है। इसके   अंतर्गत आप अपनी इकाई के माध्यम से कुछ सकारात्मक और सार्थक प्रयास करिये जिससे पत्रकार के साथ साथ समाज का भी हित चिंतन हो सके।

   डा०  उपाध्याय ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ  देश के पत्रकारों के सम्मान सुरक्षा व  शक्ति  के लिए निरंतर प्रयासरत है और इसके प्रति बहुत सजग व कटिबद्ध भी है। आज आजादी के 75 वर्ष पूरे हो गए और हमारी मानसिकता कहीं ना कही से पूर्ण रुप से स्वतंत्र नहीं हो पाई इसीलिए लोकतंत्र के  इस  स्तंभ को कभी-कभी मान मर्दन का भी सामना करना पड़ता है। हमें अपनी कलम को पूर्णतया निष्पक्ष और तटस्थ होकर चलाना चाहिए जिसमें समाज का,देश का और कलमकार बंधुओं का हित चिंतन  निहित  रहे।

उन्होंने सभी सम्मानित पदाधिकारियों और सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे संगठन के विस्तार और इसके सुदृढ़ करने की दिशा में सक्रिय हो जाएं। आगामी वर्ष में विभिन्न इकाइयों तथा प्रकोष्ठ पदाधिकारियों में कई तरह के परिवर्तन किए जा सकते हैं। ऐसी दशा में आप की सक्रियता महत्वपूर्ण मानी जाएगी। आप अपनी इकाई के माध्यम से पूर्व में दी गई सूचना के अनुसार कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं।