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दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्र के नव निर्माण का संकल्प ले युवा : पंडित राम विचार पांडेय




सुखपुरा बलिया।। बड़ी-बड़ी कुर्बानियों के बाद मिली आजादी को अक्षुण्ण बनाए रखने व राष्ट्र के नवनिर्माण की बड़ी जिम्मेदारी आज के युवाओं की है। युवा आगे बढ़े और बिना किसी भेदभाव के दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्र के नवनिर्माण का संकल्प लें। भारत माता की भी यही पुकार है। यह बातें वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी पंडित राम विचार पांडे ने  मंगलवार को सुखपुरा के शहीद स्मारक पर आयोजित शहीद दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण के बाद उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कही। कहा कि किसी भी राष्ट्र व समाज की पहचान उसके पुरखों से होती है। गुलामी की बेड़ियों में जकड़ी भारत माता जब आजादी के लिए करा रही थी तो हमारे पुरखो ने बिना किसी भेदभाव के अपने खून से राष्ट्र को आजाद कराया। इन्हीं की शहादत में हम आज यहां उनको याद कर रहे हैं। इनकी कुर्बानी हमें युगो युगो तक प्रेरणा देती रहेगी। आज का यह दिन भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है। इसे बराबर याद रखने की जरूरत है। बच्चों को यह शहीद स्मारक देश के लिए कुछ कर गुजरने की बराबर प्रेरणा देता रहेगा।

इसके पूर्व सेनानी रामविचार पांडे ने वंदे मातरम, भारत माता की जय के गगनभेदी नारे के बीच शहीद स्मारक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि करने वालों में क्षेत्रीय विधायक केतकी सिंह, ब्लाक प्रमुख भोला सिंह, कांग्रेस नेत्री उषा सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्याम बहादुर सिंह, जनार्दन उपाध्याय, नागेंद्र पांडे, कमलेश सिंह, दिग्विजय सिंह, विजय शंकर पांडेय, जितेंद्र सिंह, अख्तर अली, समरेंद्र सिंह, दिनेश चंद्र सिंह, राहुल सिंह टिंकू, सत्य प्रकाश गुप्ता, रामाशंकर यादव,  राजू वारसी, द्विजेंद्र मिश्रा, गिरजा शंकर सिंह, हरेंद्र सिंह, अतुल लाल श्रीवास्तव, आदि लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की



आलेख कला और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन 

शहीद दिवस के मौके पर झण्डा रोहण के बाद पूर्व में विद्यालय के बच्चों मे आलेख कला और भाषण प्रतियोगिता में प्रति भाग लेने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया गया।इस मौके पर पहुंची विधायक केतकी सिंह , जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल व पुलिस अधीक्षक राजकरण नैय्यर ने  सेनानीयों के परिजनो को सम्मानित किया। वही सुखपुरा पब्लिक कान्वेंट स्कूल के बच्चों के साथ ही करीब एक दर्जन विद्यालय के बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में भाग लिया था उन्हें पुरस्कृत किया । प्राथमिक विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चे स्काउट गाइड की सलामी मुख्य अतिथि को दिया गया



स्वच्छ भारत मिशन के तहत दो कूड़ा गाड़ी का हुआ संचालन 

शहीद दिवस के मौके  पर ग्राम पंचायत सुखपुरा द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत  दो(ई रिक्शा ) कूड़ा गाड़ी चलाया गया।जिसको विधायक केतकी सिंह,जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजकरण नैय्यर व लोक अधिकार मंच के राष्ट्रीय संयोजक अनिल सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिला अधिकारी सौम्या अग्रवाल ने सुखपुरा ग्राम पंचायत के इस  सराहनीय कार्य के लिए भूर भूर प्रशंसा किया और कहा कि इससे कस्बे के अंदर पढ़े कूड़ा करकट को ले जाने में आसानी होगी और दो चार लोगों को रोजगार भी मिलेगा ।इस मौके पर  अभिमन्यु चौहान,प्रमोद सिंह बुचू,संजय दूवे,धीरज मिश्रा आदि लोग उपस्थित रहे।






जाति धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्रहित मे लगाये अपनी ऊर्जा -डीएम 

सुखपुरा(बलिया)।। कस्बा के तीन शहीदो रणबांकुरे के याद में शहीद स्मारक बनाया गया है। यहां के तीनों शहीद 1942 के क्रान्ति में शहीद हुए थे। प्रत्येक 23 अगस्त को इनकी याद में शहीद दिवस मनाया जाता है। मंगलवार को शहीद दिवस के दूसरे सत्र में  विधायक केतकी सिंह, जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल, पुलिस अधिक्षक राजकरण नैय्यर व लोक अधिकार मंच के राष्ट्रीय संयोजक अनिल सिंह भी शहीद स्मारक पहुंच कर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया।







शहीद दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंची जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि शहीद स्मारक बहुत ही सुन्दर बनाया गया है।इसमें एक छोटा पुस्तकालय है, जो लोगों को एतिहासिक जानकारी देता रहेगा ।कहा कि जनपद  का एक अलग महत्व है । ग्रामीण क्षेत्रों के  लोगों ने  स्वतंत्रता की लड़ाई में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिये है।हम सब को चाहिए कि जाति धर्म से ऊपर उठकर  राष्ट्रहित में अपनी उर्जा लगाये। विधायक केतकी सिंह ने कहा कि  भारत एक बार फिर  विश्वगुरू बनने के कागार पर है।कहा कि जाति पाति व कौमी मजहब के आधार पर हमें आजादी नहीं मिली थी।आज भी उन चीजों से ऊपर उठकर  के ही श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार किया जा सकता है।

पुलिस अधीक्षक राज करण नैय्यर ने कहा कि शहीदों की शहादत को हम कभी भूला नहीं सकते उनकी कुर्बानियां जुगू जुगू तक आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी। इस मौके पर विजय पाल सिंह,संतोष गुप्ता, प्रमोद सिंहबुचू,राम उदार सिंह, दिनेश चंद्र सिंह ,बसन्त सिंह, उमेश सिंह, राजेश सिंह,श्याम बहादुर सिंह, जैनेन्द्र पाण्डेय,आशीष त्रिवेदी, अरविंद कुमार उपाध्याय ,जितेन्द्र सिंह, अनिल सिंह, उपेन्द्र सिंह, अरविंद उपाध्याय,प्रताप सिंह,अवधेश सिंह, परमात्मा सिंह, रविंद्र उपाध्याय,सत्य प्रकाश, शम्भु सिंह,अमित सिंह,संजय दूवे,अजय पाण्डेय, शिवजी राम आदि लोग रहे।




क्यों मनाया जाता है यहां शहीद दिवस?

सुखपुरा गाँव में गोली चली : महंथ की हाथी,चंडी प्रसाद और गौरी शंकर हुए शहीद



बलिया शहर से आठ मील उत्तर सुखपुरा गाँव में फौज पहुंची जहां कुछ दिन पहले सिपाहियों से 5 बन्दूकें छीन ली गई थीं । नेदर सोल सुखपुरा के महंथ के मकान पर पहुंचा । महन्थ जी फौज को देख कर पीछे की तरफ छत पर से ही कूद गए जिससे उनके पैर टूट गये।नेदर सोल ने वहीं पर खड़े हाथी को गोली मारक धराशायी कर दिया। हाथी मरने से पहले जोरों से चिग्घाड़ लगाया और सदैव के लिए शहीदों की सूची में सम्मिलित हो गया । महन्थ के मकान से लौटने के बाद फौज सड़क पर आयी जहाँ श्री चण्डी प्रसाद मिल गए। नेदर सोल ने कहा,क्या तुम कांग्रेसी हो ? उन्होंने जवाब दिया हाँ, मैं कांग्रेसी हूँ । इस पर फौज कैप्टन ने गोली मार देने का आदेश दिया । चण्डी प्रसाद सीना तान कर खड़े हो गये और कैप्टन की गोली उनके सीने में घुस गई। श्री चण्डी प्रसाद भारत माता की जय  कहते हुए वहीं शहीद हो गए। इसके बाद फौज श्री गौरी शंकर के मकान पर गई। गौरी शंकर मकान पर ही मिल गये । उन्हें देखते ही उसी क्षण एक जवान ने गोली दाग दी और वह वहीं दम तोड़ दिये। इसके अलावे सुखपुरा गाँव के कुछ अन्य लोगों की भी पिटाई की गई और मकान जलाए गए ।