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कुलपति के हस्तक्षेप पर प्रबन्ध तंत्र और शिक्षकों का विवाद समाप्त



मलटारी महाविद्यालय का है मामला , एडेड के शिक्षको ने भी किया सहयोग

डॉ सुनील कुमार ओझा 

आजमगढ़ ।। अनुदानित महाविद्यालय स्व वित्त पोषित शिक्षक संघ 2018 से ही सीपीएफ के लिए शासन को पत्र लिख रहा था ,तो वही  लोकायुक्त जांच के लिए भी  संघ लगातार प्रयास करता रहा । जिसके परिणाम स्वरूप सीपीएफ आयुक्त बनारस की टीम श्री गांधी पीजी कालेज आजमगढ़ पर आकर  सारा रिकार्ड लेकर वापस चली गई । इससे कालेज प्रशासन क्रुद्ध होकर  डा शैलेश पाठक , डा शशि कुमार मिश्र, डा मंजुला चौरसिया को संविदा विस्तार न कराकर  कालेज से निकाल दिया। इस घटना के बाद शिक्षक संघ भी सक्रिय हो गया  और कुलपति प्रो पी के शर्मा  से मिलकर 13 मार्च 2020 के शासनादेश को लागू कराने में सफलता हासिल कर ली जिसके अनुसार अब शिक्षक पाठ्यक्रम लागू रहने तक या अधिवर्षता आयु तक सेवा में बने रहेंगे ।





 इस प्रकरण को लेकर प्रदेश अध्यक्ष, अनुदानित महाविद्यालय स्ववित्तपोषित शिक्षक, उत्तर प्रदेश, डा. अरुणेश अवस्थी ने कालेज के प्रबंधक को एक पत्र लिखा की  यदि निकाले गए,शिक्षको को कालेज जुलाई में वापसी नही करेगा तो संघ धरना करने के लिए 7 जुलाई 2022 से  बाध्य होगा,इस आशय का पत्र  राज्यपाल , शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री, कुलपति  डी एम को  भेज दिया गया । इस आंदोलन की सबसे महत्वपूर्ण सफलता की बात यह रही की  सेल्फ फाइनेंस शिक्षक संघ के साथ एडेड के शिक्षक भी सहयोग में आ गए। 

  1 जुलाई 2022 को कालेज खुलने पर प्राचार्य ने शिक्षको को हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। इसकी जानकारी शिक्षको ने कुलपति को दी। प्रो पीके शर्मा कुलपति महाराजा सुहेल देव राज्य विश्व विद्यालय आजमगढ़ ने पूरे प्रकरण को संज्ञान में लेकर  हस्तक्षेप करते हुये निर्देश दिया और फिर कालेज ने  संवाद कायम किया ।

 इस पूरे प्रकरण को हल करने में कालेज   के शारीरिक शिक्षा   के शिक्षक डा प्रशांत राय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।  4जुलाई 2022 को  देर शाम तक बैठक कराकर   शिक्षक संघ की तीनो मांग - तीनो शिक्षको की वापसी , सी पी एफ कटौती, शासनादेश के अनुरूप वेतन को कालेज प्रशासन ने मांग लिया ।मसले के सुखद हल होने पर शिक्षक संघ में खुशी की लहर दौड़ गई। 

 संघ द्वारा भेजे गए पत्र का संज्ञान लेते हुए प्रबंधक  दिनेश राय ने निष्कासित शिक्षकों को ना केवल महाविद्यालय में प्रवेश कराया बल्कि पिछले हस्ताक्षर भी कराए। प्रदेश के  सभी शिक्षक एवं अनुदानित स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ अध्यक्ष अरुणेश अवस्थी ने सुहेलदेव विश्वविद्यालय के कुलपति , मालतारी  प्रबंधक एवं  एडेड शिक्षकों का आभार व्यक्त किया । शिक्षकों की सम्मानजनक वापसी के लिए सहयोग में कुलपति प्रो.पी.के. शर्मा  , कुल सचिव बी.पी. कौशल ,डा. घनश्याम सिंह पूर्व  प्रदेश अध्यक्ष ,  डा. दुर्गा प्रसाद अस्थाना पूर्व प्राचार्य,डा. पंकज सिंह मीडिया प्रभारी महाराजा सुहेल देव विश्वविद्यालय आजमगढ़, डा.जिमी शिबली कालेज,डा.रामाश्रय शर्मा,डा.प्रेम चंद्र यादव,डा.रामसुंदर सिंह, डा.आशुतोष सिंह,डा.ईश्वर चंद्र त्रिपाठी डा.प्रवेश सिंह, डा.इंद्रजीत,डा.बिरेंद्र दुबे,एडेड स्टाफ डा. सर्वेश पांडेय प्राचार्य डा. पी.के. पांडेय , डा. दिनेश श्रीवास्तव, डा. प्रशांत पांडेय, का मुख्य सहयोग रहा।

 अनुदानित स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ ओमकार पाण्डेय एवं मुख्य सदस्यों में डा.अमरेश पाठक,डा.राजेश्वरी पांडेय, डा.संतोष उपाध्याय,डा.जयप्रकाश यादव, डा. पवन सिंह, अरुण सिंह, डा. धर्मेंद्र श्रीवास्तव, डा. सुबास सिंह, डा. अवनीश अस्थाना,डा. सुनील कुमार ओझा, डा. लालमणि सिंह,डा.अजय सिंह, डा. उमेश चंद पांडेय, डॉ. दीपक शुक्ला एवं प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉ. राघवेंद्र भारद्वाज ने सक्रिय भूमिका निभाई इस आशय की जानकारी प्रदेश संगठन मंत्री डॉ. घनश्याम दुबे ने दी।