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सम्पूर्ण समाधान दिवस पर भगवान इंद्र के खिलाफ शिकायत,तहसीलदार ने किया अग्रसारित,हो रहा है खूब वायरल



गोंडा ।। यूपी के अधिकारी या तो काम के तनाव में हैं या फिर बेहद लापरवाह हैं। लापरवाही कहे या तनाव के चलते त गोंडा का एक मामला सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है । जहां पर सम्पूर्ण समामधान दिवस पर एक किसान की शिकायत पर तहसीलदार कर्नलगंज ने समाधान के लिए ऐसा पत्र अग्रसारित किया है, जो कि उनके गले की हड्डी बन सकता है।

 बता दे कि गोंडा में शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस पर दिया गया एक किसान सुमित कुमार यादव का शिकायती पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। शिकायत संख्या 684 में तहसीलदार से इंद्र देवता की शिकायत की गई है कि वो वर्षा नहीं कर रहे हैं ,ऐसे में इनके खिलाफ कार्रवाई हो। सुमित के इस शिकायती पत्र को तहसीलदार ने जिलाधिकारी को कार्रवाई कराने के लिए अग्रसारित भी कर दिया है।

बिना देखे शिकायत कर दी अग्रसारित

उत्तर प्रदेश में इन दिनों पानी ना बरसने के कारण मामला बिगड़ता जा रहा है। गोंडा के सुमित कुमार यादव बारिश ना होने से इतना नाराज हैं कि उन्होंने सम्पूर्ण समाधान दिवस में इंद्र देवता के खिलाफ कार्रवाई करने की अर्जी डाल दी। इसको भी बिना देखे ही तहसीलदार ने भी मामला आगे फारवर्ड कर दिया। उनकी इस शैली से लगता है कि तहसीलदार साहब बिना प्रार्थना पत्र पढ़े ही मामलों को निपटा रहे हैं।





  इंद्रदेव की शिकायत बनी चर्चा का विषय

 गोंडा के करनैलगंज में काफी समय से बारिश ना होने से हो रही परेशानी पर इंद्र देवता के खिलाफ की गई शिकायत चर्चा का विषय बन गयी है। संपूर्ण समाधान दिवस की लगी मुहर का शिकायती पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जबकि शिकायती पत्र के वायरल होने के बाद तहसील प्रशासन ऐसे किसी पत्र को अग्रसारित न करने की बात कह रहा है। 



बता दे कि वायरल पत्र में कौडिय़ा बाजार के झाला गांव निवासी सुमित कुमार यादव ने इंद्र देवता के खिलाफ शिकायत की है। इस पत्र में कहा गया है कि कई माह से बारिश नहीं हो रही है। इससे लोग बहुत परेशान है। खेती-किसानी पर भी असर पड़ा है। इस मामले में इंद्र देव पर कार्रवाई की मांग की गई है। पत्र में कुछ अन्य लोगों के भी हस्ताक्षर है। यह पत्र तहसीलदार की मुहर के साथ अग्रसारित है। 

तहसीलदार हैरान,कूटरचित बताते हुए जांच होने की कह रहे है बात

इस संबंध में जब तहसीलदार से बात की गई तो वह हैरान रह गए। उनका कहना था कि उनके सामने ऐसा कोई मामला ही नहीं आया है। पत्र पर जो मुहर लगाई गई है, वह फर्जी है। बताया कि संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायत को संबंधित विभाग के नाम से निर्देशित किया जाता है, ना कि अग्रसारित किया जाता है। ऐसे में यह पूरी तरह से कूटरचित है। इसकी जांच कराई जा रही है।