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एक युद्ध नशे के विरुद्ध नामक अभियान चलाकर बच्चों को करे जागरूक : श्याम त्रिपाठी



 सभी मेडिकल स्टोर के सम्बंध में सीएमओ से मांगी रिपोर्ट

बलिया। सदस्य सचिव, उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग श्री श्याम त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, एक युद्ध नशे के विरुद्ध एवं बच्चों से जुड़ी अन्य योजनाओं के संबंध में  शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। 

उन्होंने सभी विभाग के अधिकारियों से बारी-बारी से विभागीय कार्यों की समीक्षा की। साथ ही  ड्रग्स का नशा है, बच्चों तक ड्रग्स कब, कहां कैसे पहुंचा है, नशे के पीछे क्यों भाग रहे बच्चे, किशोर, युवा, नशीले पदार्थों का स्रोत, नशे का अंतर्राष्ट्रीय कारोबार, नशे के शिकार बच्चों, किशोरों, युवाओं की पहचान एवं नशे के जाल से निपटने की चुनौती इन सभी के सम्बंध में विस्तृत जानकारी दी। 






13-17 साल के लड़के लड़कियों में ड्रग्स लेने की ज्यादे लत

श्री त्रिपाठी ने कहा कि 13 से 14 साल के बच्चे अक्सर नशा करते हैं और हाई ड्रग्स लेने वाले 13 से 17 वर्ष के लड़के तथा 20 से 30 फीसदी लड़कियां भी है, इसको रोकने की जरूरत है। जैसे कोकीन, हीरोइन, चरस, अफीम, गाजा, ब्राउनशुगर, भांग, कफ सिरप, नींद और अवसाद की गोलियां, नेल पॉलिश, इंकरिमूवर, व्हाइटनर, पेट्रोल व पेंट आदि का सेवन करते है। भारत सरकार और राज्य सरकार का निर्देश है कि सभी मेडिकल स्टोर में सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में ही दवा बेची जाय। साथ ही सीएमओ को निर्देश दिए कि जिले के मेडिकल स्टोर में कितने सीसीटीवी कैमरा लगे हुए है और कितने मेडिकल स्टोर से एच और एक्स की दवा बिकती है, उसका रिपोर्ट तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया । 

20-25 छात्रों का ग्रुप बनाने का सुझाव

जिले में 655 विद्यालय है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि कक्षा 01 से 09 तक के सभी विद्यालयों में 20 से 25 लड़कों के एक ग्रुप बनाकर नशा हेतु चिन्हित किया जाए। साथ ही एक युद्ध नशे के विरुद्ध ,एक अभियान चलाकर बच्चों को प्रेरित किया जाए, और इस अभियान में पुलिस को भी सहयोग करने को कहा। मुख्यमंत्री बाल योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।