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शिक्षक नेता तेजप्रताप सिंह को श्रद्धांजलि देने उमड़ा जन सैलाब



 कोई शख्स दिलों में हमारे, यूं घर कर जाता है। 

मर कर भी जीवन को अपने, अमर कर जाता है।। 

भूलाए नहीं भूल सकते हैं शख्सियत को जिनकी । 

वो हर पल, हर लम्हा हमारी यादों में सफ़र कर जाता है ।।


रसड़ा, बलिया।। प्राथमिक शिक्षकों के हक व हकूक की लड़ाई लड़ने के लिये हमेशा तत्पर रहने वाले और सदा चेहरे पर मुस्कान लिये रहने वाले कम्पोजिट विद्यालय रसड़ा के शिक्षक तेजप्रताप सिंह की असामयिक मौत से जनपद भर के प्राथमिक शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ गयी है । अपने दिवंगत साथी को श्रद्धांजलि देने के लिये शुक्रवार को सुबह 9 बजे से हजारो शिक्षकों का हुजूम रसड़ा पहुंच गया था ।










प्राथमिक शिक्षक संघ रसड़ा के आठ बार अध्यक्ष रहे तेजप्रताप सिंह के निधन पर शुक्रवार को कम्पोजिट विद्यालय रसड़ा के सभागार में श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया। इसमें प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, उच्च शिक्षा से जुड़े शिक्षकों के अलावा जनप्रतिनिधियों, विभिन्न दलों के नेता, समाजसेवी व व्यापारी नेताओं ने प्रतिभाग कर अपने प्रिय शिक्षक नेता तेज प्रताप सिंह को नम आंखों से श्रद्धाजंलि अर्पित की।

हमेशा महसूस होंगी हमे तुम्हारी कमी 

मेरे मित्र मुझे तुम्हारा जाने का बहोत दुःख है

कृपया मेरी आँख से श्रंद्धांजलि स्वीकार करे। 









श्रद्धांजलि सभा से एक ही आवाज निकल रही थी 'बड़ी देर से सुन रहा था जमाना, तुम्ही सो गए दास्तां कहते कहते।' सरल विचार, शानदार नेतृत्व क्षमता और समस्या में भी मुस्कराने वाले तेजप्रताप सिंह का चेहरा सबकी आंखों के सामने तैर रहा था। उनके जीवन को याद कर सभी की आंखें नम हो जा रही थी। 


श्रीनाथ मठ के महन्थ कौशलेंद्र गिरी ने कहा कि तेजप्रताप शिक्षक थे, किंतु उनका जीवन बहुमुखी था। वे आजीवन शिक्षक, शिक्षा व विद्यालयों के विकास के लिए समर्पित रहे। आदर्श नगर पालिका परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सोनी ने कहा कि तेजप्रताप सिंह एक कुशल शिक्षक, श्रेष्ठ संगठक और अध्यक्ष रहते हुए भी हमेशा सभी को साथ लेकर चलने की क्षमता रखने वाले एक सच्चे मार्ग दर्शक व आदर्श पुरुष थे।उनको खो कर शिक्षा जगत व समाज ने एक आदर्श अभिभावक भी खो दिया है। वे शिक्षा, शिक्षालयों के विकास के लिये सदा तत्पर रहते थे। उनके आदर्शों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 

जिंदगी को जिंदादिली से जीते हैं, ये एलान कर गया। 

एक शख्स क्या गया, हमारी तो दुनिया ही विरान कर गया।। 

मर कर भी जो कभी नहीं मरते हैं दिलों में ।

उन चंद मतवालों में मगर, अपना नाम कर गया ।।





प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने रुंधे गले से कहा कि हमने एक तेजस्वी व समर्पित साथी को खो दिया है, जिसकी भरपाई नहीं हो पाएगी। श्रद्धांजलि देते हुए वित्त एवं लेखाधिकारी हिमांचल यादव ने कहा कि स्व तेजप्रताप जी का हँसमुख चेहरा और अपनी बातों से आकर्षित करने के गुण को भुला पाना मुश्किल लग रहा है । जूनियर बेसिक शिक्षक संघ के नेता सुशील पांडेय कान्ह जी ने अपनी श्रद्धांजलि में स्व तेजप्रताप सिंह को शिक्षकों का असली मार्गदर्शक नेता करार देते हुए कहा कि स्व सिंह की कमी को दूर करने में प्राथमिक शिक्षक संघ को बहुत समय लग सकता है । प्राथमिक शिक्षक संघ पंजीकृत के जिलाध्यक्ष निर्भय नारायण सिंह ने अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्व तेजप्रताप सिंह अपने जीवन के अंतिम दिनों तक शिक्षक हित की बात सोचते रहे । ऐसे व्यक्तित्व के लिये यही कहूंगा --

उनको जन्नत हो नसीब, जो लाखों दुवाओं को अपने नाम कर गया।

जिंदगी को जिंदादिली से जीते हैं, ये एलान कर गया । 

एक शख्स क्या गया हमारी तो दुनिया ही विरान कर गया।।

कर्मचारी नेता सुशील त्रिपाठी ने कहा कि जिस तरह से तेजप्रताप जी हमलोगों को छोड़कर गये है,उसको भुलाया नही जा सकता है । तेजप्रताप जी अपनी कार्यशैली से सभी को अपना मित्र बना लेते थे । स्व सिंह मेरे अभिन्न मित्रों में से थे,उनकी कमी मुझको जीवन भर सालती रहेगी ।  वेद प्रकाश पांडेय ने कहा कि शायद भगवान को भी अच्छे लोगो की जरूरत थी, जिससे हमारे बीच से सबसे अच्छे साथी को असमय उठा लिया । प्राथमिक शिक्षक संघ के द्वारा जब भी किसी सफल आंदोलनों का आंकलन किया जाएगा तो उसमें तेजप्रताप सिंह का नाम अग्रणी लोगो की फेहरिश्त में शामिल मिलेगा । सभा की अध्यक्षता प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने और संचालन नमोनारायण सिंह व डॉ राजेश पांडेय ने संयुक्त रूप से किया ।

साथ आपका यहीं तक था इसलिए छूट गया। 

आपके जाने से जैसे हर मौसम हमसे रूठ गया । ।

 हर कोई दुखी हैं आज, खोकर आपको। 

हर आंख नम हैं, और हर दिल आज टूट गया।।

श्रद्धाजंलि सभा में खण्ड शिक्षा अधिकारी हिमांशु मिश्रा,मुकेश सिंह प्रधानाध्यापक व तेजप्रताप सिंह के अभिन्न मित्र, वेद प्रकाश पांडेय, अजय मिश्र, शशिकांत ओझा, संतोष सिंह, उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह, प्रधानाध्यापक मंसूर आलम, राजशेखर सिंह, राजेश सिंह, अनिल सिंह सेंगर, राधेश्याम सिंह, सुशील पांडेय, सत्यम सिंह, धनंजय सिंह, अनूप कुमार, जगदीश यादव, नमोनारायण सिंह, सुशील कुमार, उदयनारायण राम, संजय यादव, अनूप तिवारी, राजेश पांडेय, जितेंद्र नाथ उपाध्याय, वीरेंद्र प्रताप यादव,सुशील कुमार,सुनील सिंह,अजीत पांडेय,अशोक यादव,अजय सिंह,सतीश वर्मा,अमरनाथ तिवारी पूर्व अध्यक्ष शिक्षा क्षेत्र मनियर ,बलवंत सिंह, जितेंद्र कुमार, गीता सिंह, सुरेंद्र नाथ सिंह, कमला सिंह, इंदु सिंह, रुखसाना बेगम, महेंद्र नाथ उपाध्याय, प्रकाशचंद्र तिवारी, धर्मेन्द्र सिंह, धीरज गुप्ता, निकिता निगम, पूर्व सहायक बीएसए केशव प्रसाद यादव, भावना अग्रवाल,  अश्वनी सिंह, रणविजय सिंह, नीतीश पाण्डेय, सत्यप्रकाश सिंह, सुनील सिंह, गोयल जी ,व्यायाम शिक्षक नमो नारायण सिंह, व्यायाम शिक्षक पंकज कुमार सिंह, व्यायाम शिक्षक चंदन कुमार सिंह, राजेश पाण्डेय, महेश कुमार सिंह, जिलाध्यक्ष शिक्षामित्र पंकज कुमार सिंह, उपेन्द्र कुमार सिंह चंद्रशेखर मैराथन, बलवंत कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह, धीरज गुप्ता, राजेश कुमार सिंह, सत्य प्रकाश सिंह, अजय सिंह मनियर, जितेन्द्र प्रताप सिंह, संजय दूबे, शैलेन्द्र यादव, अजय पाण्डेय, राधेश्याम सिंह, संजय कुँवर, पंकज राय, विद्यासागर दूबे, शशिकांत दूबे, कमला सिंह, प्रतिभा सिंह सहित हजारों शिक्षकों एवं शुभचिंतकों ने प्रतिभाग किया।


किसी के चले जाने से समय कहां रुक पाता है। 

धीरे-धीरे ही सही हर ज़ख्म भी भर आता है।। 

आपकी कमी को मगर पूरा कैसे कर पाएंगे।

 आप हमें हमेशा याद आएंगे, आप हमें हमेशा याद आएंगे।।