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किसी भी धर्म पर अशोभनीय टिप्पणी पर हो एक जैसी कठोर कार्यवाही,टीवी चैनलों पर होने वाली धार्मिक मामलों पर डिबेट पर लगे लगाम

 


मधुसूदन सिंह

बलिया ।। सोशल मीडिया के इस दौर में देवी देवता हो, पैगम्बर मुहम्मद साहब हो,ईसा हो या अन्य ,पर लोगो की अशोभनीय टिप्पणियों से लगातार साम्प्रदायिक माहौल खराब होता जा रहा है । जिसके मन मे जो आ रहा है लिख कर पोस्ट कर दे रहा है । ऐसे लोगो पर जब कानूनी शिकंजा कसता है तो कुछ टीआरपी के लिये कितने भी नीचे गिरने में गुरेज नही करने वाले टीवी चैनल्स इस पर डिबेट बैठाकर माहौल को और खराब कर देते है । इन डिबेटों में इतनी अमर्यादित टिप्पड़ियां की जाती है कि जिस पर डिबेट हो रहा होता है वह काफी पीछे छूट जाता है और डिबेट में की गयी टिप्पड़ी पर बवाल शुरू हो जाता है ।

टिप्पणी करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है और जेल चला जाता है । लेकिन उसके जहरीले बोल दंगा करा देते है जिसमे न जाने कितने घायल होते है, कितनो की जाने जाती है और करोड़ो की संपत्तियों को जला दिया जाता है । पूरे प्रशासनिक अमले को जरूरी कार्यो को छोड़कर दंगा रोकने में लगना पड़ता है । ऐसे में मेरा मानना है कि ऐसे मुद्दों पर जिस भी चैनल पर डिबेट हो और उसमें अगर जहरीले बोल बोले गये तो उस चैनल के मालिक, कार्यक्रम के प्रोड्यूसर, एंकर और जहरीले बोल बोलने वाले अतिथि के खिलाफ तुरंत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करना चाहिये,तभी ऐसे लोगो मे डर पैदा होगा ।





साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले बोल चाहे कितने ही बड़े नेता,धार्मिक संत,मौलाना,तकरीर कर्त्ता का हो,बिना किसी भेदभाव के तुरंत मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार करना चाहिये । वही सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सांप्रदायिकता को बिगाड़ने के लिये पोस्ट डालने वालों के खिलाफ तो कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिये क्योंकि दंगा उपद्रव फैलाने के लिये असली गुनाहगार आजकल यही लोग है ।