Breaking News

अब आयुष चिकित्सक भी टीबी मरीजों को करा सकेंगे नोटिफाई

 


बलिया ।। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पाण्डेय का कहना है  कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अब निजी एवं सरकारी क्षेत्रों के आयुष (आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, यूनानी) चिकित्सकों को भी टीबी मरीजों  की सूचना निक्षय पोर्टल पर  देनी होगी । इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वेदव्रत सिंह ने  पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। 

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आनन्द कुमार ने बताया कि  प्रधानमंत्री ने देश से क्षय  उन्मूलन का संकल्प  वर्ष 2025 तय कर रखा है।  इसी क्रम में टीबी रोगियों की सूचना  सरकारी एवं निजी क्षेत्र के आयुष् चिकित्सकों द्वारा निक्षय पोर्टल पर देनी है।  संभावित क्षय रोगियों को जांच के लिए निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर संदर्भित करने एवं रोगी में क्षय रोग की पुष्टि होने पर निजी क्षेत्र के आयुष चिकित्सक को प्रति मरीज 500 रुपये की धनराशि सीधे उनके खाते में भेजी जाएगी। 

राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत क्षय रोगियों को सभी सुविधाएं नि:शुल्क प्रदान की जाती हैं।  इसलिए संभावित रोगी को निजी क्षेत्र के आयुष चिकित्सक निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर भेजें। 

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि किसी भी व्यक्ति में क्षय रोग की पुष्टि होने  पर मरीज के परिवार के सदस्यों/ निकटवर्ती संपर्कों में टीबी संक्रमण की स्क्रीनिंग एवं संक्रमण की पुष्टि पर टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा। 





जिला क्षय रोग अधिकारी ने सभी निजी आयुष चिकित्सकों से अपील की है कि वह अधिक से अधिक क्षय रोगियों की जानकारी दें और क्षय उन्मूलन के इस अभियान में अपना सक्रिय योगदान दें। 

निक्षय पोषण योजना के तहत क्षय रोगियों को इलाज के दौरान प्रतिमाह 500 रुपये सीधे बैंक खाते में भेजे जाते हैं। 

क्षय रोग के मुख्य लक्षण

दो सप्ताह से ज्यादा खांसी आना, भूख न लगना, वजन कम होना, सीने में दर्द रहना व खांसी में खून का आना, बुखार रहना, रात में पसीना आना आदि।