Breaking News

आरोग्य मेला का फीता काटने वाले प्रधान को नही पता कि किस कार्यक्रम का काट रहे है फीता

 



मधुसूदन सिंह

बलिया।। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के सम्बंध में आम  लोगो को कितनी जानकारी दी गयी है,जिससे इसका वो अधिक से अधिक लाभ ले सके,इसका नजारा रविवार को रसड़ा तहसील के मुंडेरा पीएचसी पर आयोजित आरोग्य मेला में देखने को मिला । जहां इस मेले का फीता काटकर उद्घाटन करने वाले प्रधान को यह पता ही नही है कि वो किस कार्यक्रम का फीता काट कर शुरुआत किये है ।



 बता दे कि रसड़ा तहसील व ब्लॉक के ग्रामसभा क्षेत्र मुंडेरा में स्थित  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का रविवार को आयोजन हुआ। बतौर मुख्य अतिथि मौजूदा ग्रामप्रधान सलामुद्दीन ने फीता काटकर आरोग्य मेले का उद्घाटन किया। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने प्रधान जी से पूछा कि आज आप किस कार्यक्रम का फीता काटकर उद्घाटन किए हैं तो प्रधान जी के द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। साथ ही यह भी पूछा गया कि आरोग्य मेला से क्या तात्पर्य है, तो प्रधान जी ने कहा कि मुझे नहीं पता। बड़े अचरज की बात है कि आरोग्य मेले का उद्घाटनकर्ता को स्वयं ही नहीं मालूम कि आरोग्य मेला क्या है ?



स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का उद्घाटन कर्ता को पहले आरोग्य मेले की पूरी जानकारी दे देनी चाहिए ताकि उनके द्वारा भी इस योजना का प्रचार प्रसार किया जाय जिससे प्रेरित होकर अधिक से अधिक लोग मेले का लाभ उठा सकें । लेकिन हैरत की बात तो यह है कि स्वास्थ्य विभाग ने मेले का उद्घाटन ऐसे व्यक्ति से कराया जिसे स्वयं ही नहीं पता कि यह कैसा मेला है, ददरी का या दवा का। इस बात से साफ जाहिर होता है कि स्वास्थ्य विभाग केवल व केवल खानापूर्ति में लगा हुआ है ।




दरअसल, कोरोना महामारी के कारण जनवरी माह से आरोग्य मेला स्थगित कर दिया गया था, सभी नागरिकों को स्वास्थ्य की सुविधा उनके घर के पास आसानी से उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 अप्रैल सन 2020 को प्रदेश में आरोग्य मेले का शुभारंभ किया था। इस मेले के शुभारंभ से आम जनता एक ही स्थान पर निशुल्क चिकित्सीय परामर्श जांच व दवाओं को प्राप्त कर लेती हैं।


आरोग्य मेला के प्रारंभ होने से एक ही स्थान पर ही आम जनता को ट्रिपल डी यानी डॉक्टर, ड्रग्स और डायग्नोस्टिक (चिकित्सक, दवा व जांच) की मुफ्त सुविधा मिलती है। यह मेला प्रदेश में प्रत्येक रविवार को आयोजित होता है, जिसमें मरीजों को एक ही जगह विभिन्न विधाओं के विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श, जांच व दवाओं की मुफ्त सुविधा मिल जाती है।


आरोग्य मेला निशुल्क होने के कारण यह व्यवस्था नागरिकों में काफी लोकप्रिय है। इस मेले में चिकित्सा शिक्षा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग एवं आयुष विभाग की सेवाएं दी जाती है ।