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यशवंत सिंह ने साबित किया,यूं ही नही कहलाते है सवर्ण लॉबी के नेता,बेटे रिशु को बनाया निर्दल लड़ा कर एमएलसी

 


मधुसूदन सिंह

आजमगढ़ ।। आखिरकार पूर्व मंत्री व विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने साबित कर दी दिया कि उनको क्यो सवर्ण लॉबी का नेता कहा जाता है । श्री सिंह ने पहले आजमगढ़ मऊ स्थानीय निकाय क्षेत्र से अपने पुत्र विक्रांत सिंह रिशु के लिये भाजपा से टिकट मांगा । जब टिकट बंटवारे में जातीय समीकरण साधने के चक्कर मे भाजपा ने विक्रांत को टिकट न देकर सपा विधायक रमाकांत यादव के बेटे पूर्व विधायक अरुण कांत यादव को टिकट दे दिया तो यशवंत सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन का बड़ा दांव लगाते हुए बेटे को निर्दल ही चुनाव मैदान में उतार दिया । इसका नतीजा यह हुआ कि टिकट देने वाले भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को यह कदम नागवार गुजरा और यशवंत सिंह को भाजपा से निलम्बित कर दिया । इस से बिना विचलित हुए यशवंत सिंह सिर्फ मछली की आंख यानी एमएलसी के चुनाव पर पूरा ध्यान केंद्रित रखते हुए अपने बेटे की जीत कराकर ही दम लिये है ।




एमएलसी चुनाव में आजमगढ़ मऊ स्थानीय निकाय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह रिशु ने 2814 मतों के अंतर से बीजेपी प्रत्याशी अरुण कांत यादव को हरा दिया है। विक्रांत सिंह रिशु को 4076 मत मिला, जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अरुण कांत यादव को 1262 मत पाकर संतोष करना पड़ा।

समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राकेश यादव गुड्डू की जमानत जप्त हो गयी है इनको मात्र 356 मत ही मिला है। चुनाव जीतने के बाद काउंटिंग स्थल के बाहर आए विक्रांत ने कहा कि दोनों जनपदों आजमगढ़ और मऊ के लोगों का उन्हें प्यार और आशीर्वाद मिला है। मतदाताओं ने मेरे प्रति जो विश्वास व्यक्त किया है उस पर खरा उतरने का पूरा हरसंभव प्रयास करूंगा । 


खास बात है कि विक्रम सिंह रिशु, बीजेपी से हाल ही में निष्कासित यशवंत सिंह जो एमएलसी भी हैं, उनके पुत्र हैं। बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर विक्रम सिंह रिशु निर्दलीय मैदान में उतरे थे और लगातार अपना प्रचार कर रहे थे। जिसके बाद पार्टी नेतृत्व ने यशवंत सिंह को पार्टी से निकालने की घोषणा की थी। लेकिन इसके बाद भी वह मैदान में डटे रहे। वहीं बीजेपी ने अपने पूर्व विधायक व समाजवादी पार्टी के हाल ही में फूलपुर पवई से विधायक चुने गए रमाकांत यादव के पुत्र अरुण कांत यादव पर दांव खेला था जो कि फेल साबित हुआ । सपा प्रत्याशी राकेश यादव की जमानत जप्त हो गयी है, राकेश यादव को  कुल वोट 356 मत ही मिले है ।