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बैरिया की धरती है यहां वेश्या की चुनरी की नही साधु की लंगोटी की होती है पूजा :सुरेंद्र सिंह



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। बैरिया में इतिहास लिखने की राह पर विधायक सुरेंद्र सिंह चलते दिख रहे है । अपने बागी तेवरों, स्पष्ट संवाद अदायगी,जरूरतमंद को बिना धर्म जाति में भेदभाव किये सहयोग करने का ही परिणाम है कि आज बैरिया विधानसभा के चुनाव में सुरेंद्र सिंह जन जन के नायक के रूप में सभी बंधनो को तोड़कर उभर रहे है । 

अपने संबोधन में श्री सिंह ने कहा कि यह क्रांतिकारियों की पवित्र धरती है । यहां वेश्या की चुनरी का नही,साधु की लंगोटी की पूजा की जाती है। अब श्री सिंह ने किसको वेश्या कहा है, वो ही जानते है ।



सुरेंद्र सिंह अपने संबोधनों में साफ साफ कह रहे है कि उनको हराने के लिये चार चार सांसद, दो मंत्री और दो पूर्व विधायक लगे हुए है ।श्री सिंह बैरिया के लोगो को यह समझाने का प्रयास कर रहे है कि यहां की जमीनों, स्कूलों,को बचाने के लिये, बैरिया के मान सम्मान को बचाने के लिये,अगर गरीबो को समय से और पूरा राशन मिले, इसके लिये, पुलिस की अवैध वसूली पिछले पांच सालों की तरह आगे 5 साल भी रुकी रहे, के लिये सुरेंद्र सिंह को वोट करे ।



यही कारण है कि आज प्रबुद्ध समाज द्वारा दुबेछपरा के उस इंटर कालेज में जहां के सुरेंद्र सिंह अध्यापक भी है,में मंत्रोच्चार के साथ कलश की पूजा करके श्री सिंह को पुनः विधायक बनने के लिये ईश्वर से प्रार्थना की ।






वही संचालक ने तो यहां तक कह दिया कि इस चुनाव में तीन तीन हत्याएं करवाने का कुचक्र रचा गया है । पहला बैरिया से सुरेंद्र सिंह की राजनैतिक हत्या,दूसरी राजनैतिक हत्या ब्राह्मण प्रत्याशी के रूप मे बैरिया का प्रत्याशी बनाकर आनंद स्वरूप शुक्ल और तीसरी राजनैतिक हत्या दयाशंकर सिंह को बलिया लाकर किया गया है ।



समर्थन का आलम यह दिख कि सुरेंद्र सिंह की प्रतीक्षा में में सर्व समाज के लोग खड़े दिखे । दुबेछपरा इंटर कालेज में वो नजारा दिखा, जब पुराने समय मे बारात की आगवानी के लिये लोग हाथों में माला लेकर प्रेम से आगे बढ़कर स्वागत करते थे,ठीक वैसा ही नजारा देखने को मिला । जो यह दर्शाने के लिये काफी है कि सुरेंद्र सिंह का जनाधार पार्टियों की सीमाओं को तोड़ते हुए समुद्र बनने की राह पर है ।









लोगो द्वारा जो जातिवादी और पार्टियों के आधार पर मतदान होने की संभावनाएं जतायी जा रही है ,वह सुरेंद्र सिंह झूठा साबित करते हुए दिख रहे है । पूर्व प्रधानमंत्री स्व चंद्रशेखर जी के खिलाफ दमदारी के साथ चुनाव लड़ने वाले पहले भाजपा प्रत्याशी पंडित रामकृष्ण मिश्र के सुपुत्र रंगनाथ मिश्र ने आज खुले मंच पर सुरेंद्र सिंह को माला पहनाकर न सिर्फ आशीर्वाद दिया बल्कि जिताने के लिये लोगो से अपील भी की । इस बैठक में दलीय सीमाएं टूट गयी थी । समाजवादी पार्टी के ब्राह्मण चेहरों में से एक प्रमुख चंद्रशेखर उपाध्याय भी मंच से सुरेंद्र सिंह को आशीर्वाद देने के साथ जिताने की अपील की ।


वही सुरेंद्र सिंह ने भी श्री मिश्र को माला पहनाकर स्वागत करते हुए कहा कि मेरा सौभाग्य है कि स्व मिश्र जी के प्रति किये गये श्रेष्ठ आचरण का फल उनके सुपुत्र के हाथों आशीर्वाद के रूप में मिल रहा है । जिन्होंने चरित्र व दल में से एक को चुनने का जब समय आया तो सुरेंद्र के चरित्र को चुना है । श्री सिंह ने बिना नाम लिये ही बीजेपी के सभी स्थानीय सांसदों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लाल पगड़ी बांध कर घूमने वाले यही लोग है जो कभी स्व मिश्र को वोट नही देते थे । मेरा सौभाग्य है कि मैंने रामकृष्ण मिश्र जैसे श्रेष्ठ मानव को अपने गांव चांदपुर से 200 मतों से बढ़त दिलाने का काम किया था ।