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एनपीएससी का सदस्य बन सनबीम बलिया ने रचा इतिहास,पूरे देश मे बना 196 वा स्कूल,चहुओर फैली खुशी की लहर




नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल कॉन्फ्रेंस (NPSC) की सदस्यता हासिल कर सनबीम स्कूल बलिया ने शिक्षा जगत में मचाई क्रांति

बलिया ।। सनबीम स्कूल, बलिया अपने आधुनिक सोच, निरन्तर प्रयास, कठिन परिश्रम एवं लगन से नित नई उपलब्धियां हासिल करता जा रहा है। अपने विद्यार्थियों के हित में तथा उन्हें आधुनिक माध्यम से शिक्षा प्रदान कराने हेतु विद्यालय ने सदैव नवीन प्रयासों को चुना जिसके लिए विद्यालय को  शिक्षा जगत में ना सिर्फ अनेक सम्मान प्राप्त हुए है बल्कि नित नये आयाम स्थापित किया है। 

    इसी निरंतरता के क्रम में विद्यालय ने अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव प्रयासरत रहने, विद्यार्थियों से भावनात्मक रूप से जुड़कर उनका रचनात्मक, गुणात्मक विकास करने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल (NPSC) की मान्यता प्राप्त की है।

     बता दें कि नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल एक ऐसी संस्था है जिसमे  देशभर में मात्र 195 सी.बी.एस.ई. के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शामिल है तथा सनबीम को मान्यता प्राप्त होने के पश्चात इसकी संख्या 196 हो गई है। यह संघ 1973 में शुरू हुआ तथा इससे जुड़े सभी स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध है। इस संस्था से जुड़ने के पश्चात सनबीम स्कूल राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा नीति निर्माण, शैक्षिक और सह शैक्षिक पहल और शिक्षा में सुधार हेतु अपना सहयोग दे सकता है।




    इस संस्था की सदस्यता ग्रहण करने के उपरांत, विद्यालय सरकारी संगठनों के साथ जुड़कर शिक्षा जगत में अनेक प्रगतिशील कार्य कर सकते हैं जैसे- नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग, द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आई आई एम), द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आई आई टी), सीबीएसई, डी ओ इ आदि । यह संस्था अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ पार्टनरशिप करके शिक्षा के प्रचार प्रसार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।जिससे इससे जुड़े स्कूलों को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली का लाभ मिलेगा जैसे यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम,  मैक्स मुलर भवन इत्यादि।



    इस संस्था का उद्देश्य विद्यालय में  आदर्शवादिता , शैक्षिक गुणवत्ता, प्रतिबद्धता, शिक्षा में तकनीकी आयामों का प्रयोग आदि का निरीक्षण करना है। सनबीम स्कूल में ये निरीक्षण दिनांक 27 जनवरी को जूम माध्यम से वर्चुअली किया गया। इस प्रक्रिया हेतु एक निरीक्षण कमेटी गठित की गई थी जिसमे डीएलएफ फाउंडेशन की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ अमीता एम. वत्तल तथा एनसी जिंदल पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य  डॉ डी. के. पांडेय ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विभिन्न चरणों में यह निरीक्षण संपन्न हुआ।  निरीक्षण के दौरान मुख्य रुप से समस्त प्रयोगशालाओं(लैब) क्रमशः बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथ का सूक्ष्म निरीक्षण करते हुए लैब में समस्त अनिवार्य संसाधनों की उपलब्धता की सराहना की । इसके उपरांत कमेटी के सदस्यों द्वारा विद्यालय का अति महत्वपूर्ण अंग पुस्तकालय का वर्चुअल भ्रमण कर वहां उपलब्ध पुस्तकों के विषय में जानकारी प्राप्त की, डॉ वत्तल ने विद्यालय प्रांगण में स्थित खेल के मैदानों की विशेष रूप से सराहना करते हुए अपने सकारात्मक भाव व्यक्त किए।अंततःसदस्यों द्वारा तैयार रिपोर्ट का परीक्षण नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल कांफ्रेंस की चेयरपर्सन डॉ  सुधा आचार्या द्वारा किया गया।




  इस संस्था के सभी निर्धारित मापदंडों पर खरे उतरने के पश्चात अंततः सनबीम स्कूल को इसकी मान्यता प्राप्त हुई।इसकी सूचना प्राप्त होते ही संपूर्ण विद्यालय परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष  संजय कुमार पांडेय, सचिव  अरूण कुमार सिंह ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा समस्त विद्यालय परिवार के सदस्यों को शुभकामना ज्ञापित की। 

    विद्यालय के निदेशक डॉ कुँवर अरुण सिंह ने इस उपलब्धि पर गौरवान्वित होते हुए कहा कि कोई भी उपलब्धि किसी एक के कार्य का प्रतिफल नहीं होती बल्कि इसके पीछे पूरी टीम की लगन, जागरुक सोच, कठिन परिश्रम और कार्य के प्रति निष्ठा छुपी होती है। उन्होंने कहा कि विघालय परिवार के लिए यह अविस्मरणीय क्षण है जब एक बार फिर हमारी टीम ने कुशल नेतृत्व, बेहतरीन प्रदर्शन तथा सहभागिता और समन्वय का परिचायक बनी है।  इस संस्था से जुड़ने का लाभ न केवल विद्यालय को होगा अपितु संपूर्ण जिले में प्रगतिशील शिक्षा का प्रचार  प्रसार हो सकेगा।

विद्यालय प्रशासक श्री संतोष चतुर्वेदी ने  इस उपलब्धि हेतु सभी को आभार व्यक्त किया तथा भविष्य में भी एकजुट होकर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। हेडमिस्टरेस्  ज्योत्सना तिवारी, कोआर्डिनेटर स्नेहा सिंह, शहर बानो, नीतू पांडेय और निधि सिंह का योगदान सराहनीय रहा।