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अब नारद राय ने उठाया दयाशंकर सिंह के घर का मुद्दा,कहा स्वाति बलिया की बहन बेटी,दिलाएंगे इंसाफ

 



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। अभी कुछ दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और नगर विधानसभा से उम्मीदवार दयाशंकर सिंह ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार पूर्व मंत्री नारद राय के भाई को न सिर्फ भाजपा में शामिल कराया बल्कि घर पर भाजपा का झंडा लगाकर बड़ी सेंधमारी करते हुए नारद राय के घर मे ही अपना समर्थन प्राप्त करने का काम किया था । इस घटना से तिलमिलाये नारद राय भी दयाशंकर सिंह को इनके घर का मुद्दा उठाकर जबाब देने का काम किया है ।






टाउन इंटर कॉलेज के मैदान में संस्थापक मुरली मनोहर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर छात्र नेता नागेंद्र सिंह झुन्नू द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में नारद राय बुधवार को काफी आक्रामक मुड़ में दिखे । कहा कि बागी बलिया है, यहां किसी भी बाहरी को चुनावी समर में जनता स्वीकार नही करती है । जब कांग्रेस की चलती थी तो मुरली बाबू की जगह मालवीय जी के लड़के को टिकट देना कांग्रेस को भारी पड़ा था और मुरली बाबू को यहां की जनता ने निर्दल सांसद बनाया था ।

दूसरी बार जब बलिया की शान चंद्रशेखर जी के खिलाफ बसपा ने जातीय समीकरण साधने की कोशिश में कपिल देव यादव को प्रत्याशी बनाया था,तो भी बलिया की जनता ने बाहरी कपिलदेव यादव को भगाने का काम किया था ।





नीरज जी को तो मेरे खिलाफ वोट ही नही मांगना चाहिये

नारद राय ने आगे कहा कि आज जो नीरज शेखर जी मेरे खिलाफ वोट मांग रहे है,उनको तो ऐसा नही करना चाहिये । श्री शेखर को तो पत्नी भी अगर नारद राय के खिलाफ चुनाव लड़ती तो वोट नही मांगना चाहिये क्योंकि मैंने श्री शेखर को 3 बार सांसद बनाने के लिये क्या नही किया है । पहली बार जब इनके खिलाफ पंडित हरिशंकर तिवारी का बेटा चुनाव लड़ा था तो उसको भी बलिया से भगाने के लिये मैंने अपनी बीबी बच्चो को घर से भगा कर इनके लिये कार्यालय खोलकर लोगो को खाना खिलाया,पानी पिलाया और यही नही मंगलम पर जाकर विनय तिवारी का ऐसा विरोध किया किया कि दोपहर को ही काउंटिंग छोड़कर गोरखपुर भाग गये । ऐसे नीरज जी जब कहते है कि दयाशंकर जी को नारद राय द्वारा बाहरी नही कहना चाहिये । 



बलिया की बेटी स्वाति को इंसाफ के लिये सबक सिखाये

दयाशंकर सिंह के खिलाफ इमोशनल अटैक करते हुए श्री राय ने कहा कि दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह बलिया की बहन बेटी है ।इसी बहन ने कुछ दिन पहले मीडिया से कहा था कि दयाशंकर जी ने सारी हदें पार कर दी है ।मैं चुप हूँ कि एक सांस्कारिक परिवार की बेटी हूं, दो बच्चों के भविष्य का सवाल है । इसी को मुद्दा बनाते हुए नारद राय ने कहा कि जिसने बलिया की बेटी के खिलाफ सारी हदें पार कर दी है,उसके खिलाफ हमें सिर्फ एक हद पार करना है और आगामी 3 मार्च को भाजपा के कमल निशान पर एक भी वोट नही जाने देना है और साइकिल निशान पर भारी से भारी मतदान कराकर बाहरी को बाहर भेजना है ।