Breaking News

केतकी का वार, कनक की ललकार,क्या इस बार झेल पाएंगे रामगोविंद चौधरी ?

 


मधुसूदन सिंह

बलिया ।। सन 2017 के चुनाव में बीजेपी की बागी निर्दल केतकी सिंह से मात्र डेढ़ हजार के मतों से किसी तरह जीत दर्ज करने वाले नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की राह को इस बार भी बीजेपी व निषाद पार्टी की संयुक्त प्रत्याशी केतकी सिंह पूरी ताकत से रोकने के लिये कृतसंकल्पित दिख रही है । तो वही बीजेपी से टिकट न मिलने से बगावत करके मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी से चुनाव लड़ रहे कनक पांडेय इन दोनों नेताओं के खेल को बिगाड़ कर अपना खेल बनाने के लिये कोई भी रिस्क उठाने को तैयार दिख रहे है ।

बहुजन समाज पार्टी का इस बार खेल बहुत निराला दिख रहा है । बीएसपी ने इस बार सपा के विद्रोही हो या समर्थक दल के ,उन्ही को टिकट देकर समाजवादी गठबंधन को नुकसान पहुंचाने की लगता है रणनीति बनाई है । बांसडीह विधानसभा से बीएसपी ने ओमप्रकाश राजभर की पार्टी की महिला मोर्चे की प्रदेश उपाध्यक्ष मानती राजभर को टिकट देकर समाजवादी गठबंधन से राजभरों के वोटों में सेंधमारी करके इस गठबंधन के प्रत्याशी नेता प्रतिपक्ष की जीत को कठिन बनाने की कोशिश की है ।

कांग्रेस पार्टी के नौजवान प्रत्याशी पुनीत पाठक अपने दादा स्व बच्चा पाठक की राजनैतिक विरासत को पुनः स्थापित करने के प्रयास में लगे हुए है । इनकी मजबूती जहां भाजपा प्रत्याशी को कमजोर करेगी तो वही कनक पांडेय की मजबूती भी केतकी सिंह को ही कमजोर करने का काम करेगी ।




जहां तक पूरे प्रदेश में समीकरणों की बात करें तो इस समय सीधा मुकाबला भाजपा गठबंधन और समाजवादी गठबंधन के बीच ही दिख रहा है । नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी अपने दल के परंपरागत यादव मुसलमान मतदाताओं के साथ राजपूत मतदाताओं के भी पहली पसंद होते आये है । पिछले चुनाव से केतकी सिंह ने रामगोविंद चौधरी के राजपूत मतदाताओं में  सेंधमारी करने काफी हदतक अपने पक्ष में करने का काम किया है । पिछली बार की जीत में नेता प्रतिपक्ष को राजपूत मतदाताओं ने ही अहम भूमिका निभाई थी ।



इस बार का समीकरण ऐसा है कि अगर नेता प्रतिपक्ष से राजपूत मतदाता खिसक रहे है तो राजभर मतदाताओं की एक अच्छी संख्या जुड़ भी रही है । वही बीजेपी के प्रमुख स्पोर्टरों में से एक ब्राह्मण मतदाता कनक पांडेय (चेयरमैन रेवती नगर पंचायत) और पुनीत पाठक में भी जा रहे है । ऐसे में बीजेपी प्रत्याशी की भी राह आसान नही दिख रही है । मुकेश साहनी की वीआइपी पार्टी की नाव पर सवार कनक पांडेय भाजपा के अधिकांश समर्थको का अपने साथ होने का दावा भी कर रहे है ।



बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी मानती राजभर एक गृहणी है । इनको बसपा समर्थको के साथ अपने सजातीय मतदाताओं के समर्थन मिलने का विश्वास है । अगर ऐसा होता है तो मानती राजभर बांसडीह विधानसभा की चुनावी जंग को रोचक ही नही चतुष्कोणीय बना देगी । जिससे रामगोविंद चौधरी केतकी सिंह कनक पांडेय व मानती राजभर में से कोई भी विजेता हो सकता है । लेकिन फिर बता दूं कि पूरे प्रदेश में भाजपा गठबंधन व सपा गठबंधन में ही सीधी जंग देखी जा रही है।