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पश्चिमांचल से लेकर पूर्वांचल तक की आबोहवा से वाकिफ है नये सीएमओ बलिया

 



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी गोरखपुर से सीएमओ बलिया बनकर शुक्रवार को आने वाले डॉ नीरज पांडेय काफी अनुभवी चिकित्साधिकारी है । एमबीबीएस की उपाधि लेने के बाद डॉ पांडेय 1994 में स्वास्थ्य विभाग की सेवा में आये । सेवा में आने के बाद से डॉ पांडेय पश्चिमांचल से लेकर पूर्वांचल तक के लगभग आधा दर्जन जनपदों में अपनी सेवाएं दे चुके है और ये यहां की आबोहवा से वाकिफ भी है ।

डॉ पांडेय चित्रकूट,बाँदा, कुशीनगर,सिद्धार्थनगर, गोरखपुर में अपनी सेवा देने के बाद पहली बार सीएमओ के रूप में बलिया में कार्यभार ग्रहण करेंगे । बिहार के पश्चिमी चंपारण के मूल निवासी डॉ नीरज पांडेय काफी मृदुभाषी और मिलनसार स्वभाव के लिये जाने जाते है ।









कांटो भरा ताज है बलिया के सीएमओ की कुर्सी

वैसे तो सीएमओ की कुर्सी का दायित्व ही बहुत भारी होता है । सीएमओ को जहां जनपद के सबसे बड़े महकमे के अधिकारियों व कर्मचारियों से तालमेल बैठाकर जनपद की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुचारू रूप से जनता को मुहैया कराने की जिम्मेदारी होती है । तो वही प्रशासनिक अधिकारियों व स्थानीय राजनेताओ से भी तालमेल बैठाना मजबूरी होती है । वही सरकार की प्राथमिकताओं को पूरा करना सबसे बड़ा कार्य होता है ।

इन सबके बावजूद बलिया में मुकदमो का बोझ नये सीएमओ को विरासत में मिलता है । महीने में कम से कम 10 दिन सीएमओ बलिया को प्रयागराज उच्च न्यायालय की प्रदक्षिणा तो करनी ही पड़ती है । बलिया में अधिकतर विवाद संवादहीनता की स्थिति उतपन्न होने से होता है । अब देखना है कि अपनी वाक्पटुता व मिलनसार स्वभाव के बल पर नवागत सीएमओ डॉ नीरज पांडेय ,तत्कालीन सीएमओ डॉ राजेन्द्र प्रसाद व डॉ तन्मय कक्कड़ द्वारा जो कर्मचारियों व जनता से संवादहीनता की स्थिति पैदा कर दी गयी है,कितना और कितनी जल्दी भर पाते है । बलिया एक्सप्रेस डॉ पांडेय का बलिया में प्रथम बार सीएमओ बनकर आने पर सफलतम कार्यकाल की शुभकामनाएं देता है ।