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तीन कृषि कानूनों की तरह चंदाडीह गांव में जबरिया चकबन्दी करने पर उतारू चकबन्दी विभाग,एसडीएम सीओ के सामने उड़ी कोरोना गाइड लाइन की धज्जियां



मधुसूदन सिंह

बिल्थरारोड बलिया ।। जिस तरह किसानों के लाख विरोध के बाद भी सरकार तीन कृषि कानून को लागू करने पर लगभग 1 वर्ष तक जोर देने के बाद अंततः कानूनों को वापस लेने को मजबूर हुई । ठीक इसी तरह से विगत 1 साल से न जाने बलिया का चकबन्दी विभाग बेल्थरारोड के चंदाडीह गांव में ग्रामीणों के विरोध के बावजूद भी न जाने क्यों चकबन्दी कराने पर आमादा है । वही उपजिलाधिकारी बेल्थरारोड अपनी उपस्थिति में हजारो लोगो को एकत्रित करके कोरोना व चुनाव आयोग की आचार संहिता की भी धज्जियां उड़ते हुए देखने को न जाने क्यों मजबूर थे ।

 ग्रामसभा चन्दाडीह में चकबन्दी के लिए बन्दोबस्त चकबन्दी अधिकारी बलिया धनराज यादव की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित खुली बैठक में कोरोना गाइड लाइन व चुनाव आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई गयी। इस बैठक में  लगभग एक हजार की संख्या में गांव के लोग मौजूद रहे। इस मौके पर उपस्थित उपजिलाधिकारी राजेश गुप्ता, सीओ रसड़ा शिवनारायण वैस की मौजूदगी में  कोरोना गाइड लाइन और चुनाव आचार संहिता नियम को ताख पर रखकर चकबन्दी का विरोध करने वालो और पक्ष वालो का हस्ताक्षर  कराया गया । 




 जिसमे चकबन्दी विरोध करने वालो का जोत रकबा लगभग 760 बीघा और चकबन्दी के पक्ष में मतदान करने वालो का जोत रकबा लगभग 200 बीघा होने का पत्रक  बंदोबस्त चकबन्दी अधिकारी को सौप दिया गया।  साथ ही कास्तकारों ने कहा कि जो लोग घर से बाहर है उनका हस्ताक्षर नही हो पाया है। इसपर चकबन्दी अधिकारी का कहना था कि खाता संयुक्त होने पर उनके घर के किसी व्यक्ति के हस्ताक्षर करने पर सबका मान लिया जाएगा।

चकबन्दी का विरोध करने वालो काश्तकारों का कहना है कि  हमारे यह चकनाली, चकरोड तथा 41 बीघा ग्राम समाज की जमीन होने और रकबा अधिक होने पर पूर्व में ग्रामसभा तुर्की दौलतपुर का चकबन्दी निरस्त किया गया है। ऐसे में चन्दाडीह की चकबन्दी रकबा के 80 प्रतिशत कास्तकारों के विरोध के चलते निरस्त किया जाय। इस सम्बन्ध में चकबन्दी अधिकारी का कहना था कि इसकी आख्या चकबन्दी आयुक्त को भेज दिया जायेगा। इस मौके पर सीओ चकबन्दी , एसीओ मनोज पाण्डेय, लेखपाल रविन्द्र यादव सहित उभांव सब इस्पेक्टर राघवराम यादव,  एसआई राजेश कुमार पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।