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हे राम,बापू की प्रतिमा का कर दिया यह हाल,तोड़ दी उंगली लगा दिया कूड़े का अंबार



 मधुसूदन सिंह

हजारीबाग झारखंड ।।  चंद दिनों बाद देश ,राष्ट्रपिता बापू  का बलिदान दिवस मनाएगा। देश की आजादी में उनके योगदानों को याद किया जाएगा,स्वतंत्रता दिलाने के लिये बापू ने क्या क्या यातनाएं झेली उसको बताया जायेगा। उनकी सादगी,साफसफाई और सच्चाई के किस्से सुनाये जाएंगे । हर कोई उनकी मूर्तियों व तस्वीरों पर श्रद्धा सुमन अर्पित करके उनके दिखाये गये सत्य अहिंसा स्वच्छता के रास्ते पर चलने का वादा करता हुआ नजर आयेगा । बापू के नश्वर शरीर को नाथूराम गोडसे ने तो 30 जनवरी को गोली मारकर खत्म किया था लेकिन आज तो न जाने कितने गोडसे है जो अपनी हरकतों से रोज बापू की आत्मा को छलनी करने के साथ उनकी प्रतिमाओं को अपमानित करने में अपनी महानता समझ रहे है ।

जी हां,झारखंड राज्य के हजारीबाग में बापू को रोज मारा जा रहा है, गालियां दी जा रही हैैं। स्वच्छता बापू के दिल के बेहद करीब था। इसी को ध्यान में रखकर पीएम मोदी ने सबसे पहले स्वच्छता अभियान की शुरुआत की । सरकार के स्वच्छता अभियान का प्रतीक चिन्ह (लोगो )भी बापू का चश्मा रखकर इसको बापू से जोड़ा गया है। लेकिन जिस हजारीबाग में बापू की यादों को सहेजकर रखने के लिये,उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने के लिये लगभग 10 फीट ऊंची प्रतिमा लगायी गयी है,उस प्रतिमा  के पास से स्वच्छता ही नदारद है।

       तोड़ दी उंगली,लगा दिया कूड़े का अंबार

बापू की जहां यह प्रतिमा लगी है वहां शहर के सेहत पसंद लोग रोज  यहां सैकड़ों की संख्या में टहलने आते हैं। लेकिन बापू की प्रतिमा की इनमें से किसी ने सुध नहीं ली। प्रतिमा की स्थापना 2015 में तत्कालीन उपायुक्त मुकेश कुमार ने इस उद्देश्य से कराई थी कि लोग बापू से प्रेरणा लेंगे। शहर को साफ रखेंगे। लेकिन यहां तो बापू की प्रतिमा को ही बदरंग बना दिया। अश्लीलता भरे शब्दों से उनका शरीर पोत दिया गया। उनका अंग भंग भी कर दिया गया।

परिसर को कूड़ादान बना दिया गया है। झील के किनारे लगी 10 फीट की बापू की प्रतिमा की यह दास्तान है। ऊपर से इस पर लिखे गए अश्लील शब्दों ने लोगों को शर्मसार कर दिया है। राष्ट्रपिता की प्रतिमा पर लिखी असंख्य गालियां इसका गवाह हैं। उनकी टूटी उंगलियां बताती हैं, इसे अंजाम देने वाला शख्स नहीं जानता कि उसने क्या किया और किसकी उंगली तोड़ी हैं।

आज बापू होते तो संभवत: अपनी प्रतिमा देख यीशु मसीह के उस कथन को दोहराते जो यीशु सूली पर चढ़ाए जाते वक्त कहे थे ..

.हे प्रभु! इन्हें माफ करना, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं










500 मीटर की दूरी पर रहते हैं जिले के सभी बड़े अधिकारी

बापू की जिस प्रतिमा के हाल की चर्चा कर रहे हैं, यह हजारीबाग के उस स्थान पर है जहां से 500 मीटर की दूरी पर जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारियों का आवास है। प्रतिमा से चंद कदमों की दूरी पर एसडीएम, डीआइजी और आयुक्त का आवास है तो 500 मीटर की दूरी पर उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद रहते हैं। बावजूद अगर बापू की प्रतिमा का इस कदर हो रहे अपमान की खबर इन उच्चाधिकारियों तक नही पहुंची है तो निश्चित रूप से इन अधिकारियों के मन मे बापू के प्रति श्रद्धा भाव तो नही ही है ।


           हजारीबाग से रहा है बापू का लगाव

हजारीबाग से बापू का लगाव रहा है। राजनीति विज्ञान के शिक्षक डा. प्रमोद कुमार बताते हैं कि 1925 में पहली बार उनका आगमन हजारीबाग में हुआ था। 18 सितंबर को उन्होंने संत कोलंबा कालेज में विद्यार्थियों को संबोधित किया था। तब यहां के लोगों व नगरपालिका की ओर से राष्ट्रीय आंदोलन में सहयोग के लिए 1300 रुपये दिए गए थे। इसके बाद भी दो बार और उनका आगमन हजारीबाग में हुआ।(साभार )


रितेश खंडेलवाल के ट्वीट से हुई जानकारी

हजारीबाग भाजयुमो जिला मीडिया प्रभारी सह युवा समाज सेवी रितेश खंडेलवाल ने ट्वीट कर कहा है कि जहां  बापू की भव्य प्रतिमा है, वहां बापू की प्रतिमा को कुछ लोगों ने अश्लील शब्दों से छलनी कर दी है। ना कोई सुरक्षा है और ना कोई साफ सफाई।