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सीडीएस बिपिन रावत,ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर समेत 13 लोगो की मौत देश के लिये बड़ी क्षति,भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ ने जाहिर की शोक संवेदना

 



बलिया ।। देश के जांबाज रणबांकुरों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई आकस्मिक मौत से पूरा देश स्तब्ध है । सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की इस दुर्घटना में हुई मौत की खबर पर किसी को विश्वास ही नही हो रहा था,लेकिन यह कटु सत्य है । एक तरफ सीडीएस बिपिन रावत जहां देश की सीमाओं को चीन पाकिस्तान बांग्लादेश की तरफ से अभेद्य बनाने में लगे हुए थे,तो उनके सहायक के रूप में ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर ने साये की तरह साथ दिया ,आतंकियों के खिलाफ रणनीति बनाने में कंधे से कंधा मिलाकर कर साथ थे,तो जब सीडीएस बिपिन रावत को लेने मौत आयी तो अपने बॉस तक पहुंचने से रोकने के लिये श्री रावत से पहले ही मौत से भीड़ गये और मौत को गले लगा लिया ।




भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की बलिया शाखा ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है । ऑनलाइन शोक सभा मे शोक संवेदना व्यक्त करते हुए जिला संरक्षक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि सीडीएस बिपिन रावत,इनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ कुल 13 सेना के अधिकारियों की मौत देश के लिये अपूर्णीय क्षति है,मैं सभी शोकग्रस्त परिजनों को इस दुख की घड़ी को बर्दाश्त करने की सहन शक्ति देने के लिये ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ ।

आजमगढ़/वाराणसी मंडल अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश ने अपने सबसे बड़े दो जांबाजों सीडीएस बिपिन रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर को खोकर इस दुख की घड़ी से निकलने की कोशिश कर रहा है । सीडीएस रावत और बिग्रेडियर लिड्डर के असमय चले जाने से सीमाओं पर दुश्मनों और आतंकियों के खिलाफ जो अभेद्य किलेबंदी हो रही थी,उसको बरकरार रखना सबसे बड़ी चुनौती हो गयी है । मैं सभी शहीदों को नमन वंदन करता हूँ ।

जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने अपने शोक संवेदना में कहा कि सीडीएस बिपिन रावत समेत 13 लोगों की असमय मौत ने देश को झिंझोड़ कर रख दिया है । मेरी सभी शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना है ।

जिला कोषाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार ओझा ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आज पूरे देश में शोक  की लहर फैली हुई है । भारत मां ने अपने 12 जांबाजों को खोया है । सीडीएस रावत और ब्रिगेडियर लिड्डर की मौत से देश ने सैन्य मामलों से जुड़े दो रणनीतिकारों को खोया है,जो निश्चित रूप से देश के लिये बड़ी क्षति है ,जिसकी भरपायी होने में समय लगेगा ।

प्रांतीय मुख्य महासचिव मधुसूदन सिंह ने कहा कि देश के लिये जीना और देश के लिये मरने का ,इससे बड़ा उदाहरण नही हो सकता है । देश के दो प्रमुख सैन्य रणनीतिकारों की मौत से चीन पाकिस्तान और आतंकियों के खिलाफ जो अभेद्य किलेबंदी चल रही थी,चीन जैसी महाशक्ति के सामने अगर भारत आंख में आंख डालकर जबाब दे पाया, पाक समर्थित आतंकियों की चाहे पीओके में घुस कर मारने की घटना हो या सीमा पर घुसपैठ करने पर ढेर करने की रणनीति हो,सीडीएस रावत और ब्रिगेडियर लिड्डर की ही सोच का नतीजा रही है । ऐसे जांबाजों को खोकर देश गहरे सदमे में है । भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ इस घटना में शहीद सभी 13 लोगो को श्रद्धा सुमन अर्पित करता है ।