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बसपा में आपराधिक चरित्र व इतिहास वाले नेताओं का प्रवेश बन्द,महिला उत्पीड़न बलात्कार हत्या जैसे संगीन अपराधों पर नही मिलेगा टिकट

 



मधुसूदन सिंह

लखनऊ ।। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया बहन मायावती ने अपने पार्टी के नेताओं को स्पष्ट निर्देश दिया है कि पार्टी में किसी भी अपराधिक इतिहास वाले नेताओं को टिकट के लिए संस्तुति न की जाए । बहन मायावती ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि महिलाओं का उत्पीड़न करने वाले ,महिलाओं के साथ बलात्कार करने वाले, हत्या डकैती जैसे गंभीर आरोपों के अपराधिक इतिहास वाले नेताओं को कतई टिकट न दिया जाए । कहा कि पार्टी स्वच्छ छवि वाले ऐसे नेताओं को तरजीह देगी जो भाजपा सपा व अन्य विरोधी दलों के नेताओं के जातीय समीकरण को भी ध्वस्त करें और उस प्रत्याशी के क्षेत्र में अच्छी छवि हो और जनता के बीच उसकी अच्छी पकड़ हो । साथ ही संभावित प्रत्याशियों से गंभीर अपराधों में शामिल नही होने का शपथ पत्र भी बसपा सुप्रीमो के आदेश पर लिया जा रहा है ।





 बता दें कि पिछले चुनाव में बसपा के टिकट पर कई बाहुबली नेता चुनाव जीत गए और और उनके अपराधिक इतिहास के कारण बसपा को काफी जलालत झेलनी पड़ी थी । इस बार बसपा सुप्रीमो फूंक-फूंक कर कदम रख रही है और ऐसा कोई भी आरोप बसपा पर लगने नहीं देना चाहती है । मायावती ने अपने पदाधिकारियों को यह भी स्पष्ट रूप से आदेश दिया है कि जहां-जहां अभी प्रत्याशियों का चयन नहीं हुआ है वहां से तीन नामों को उनके पास टिकट के लिए भेजें ताकि भाजपा सपा कांग्रेस के प्रत्याशियों के जातीय समीकरण के अनुसार प्रत्याशियों को अंतिम समय में फेरबदल भी किया जा सके । बसपा सुप्रीमो ने साफ शब्दों में कहा है कि बहुजन समाज पार्टी इस बार किसी भी अपराधिक इतिहास वाले व्यक्ति को टिकट नहीं देगी । पार्टी इस बार स्वच्छ छवि वाले नेता को ही टिकट देगी । 

बता दें कि बहुजन समाज पार्टी ने यह भी ऐलान किया है कि वह इस बार किसी भी दल से गठबंधन नहीं नहीं करेगी और 403 सीटों पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी । इसके बाद पार्टी के पदाधिकारी उत्तर प्रदेश की सभी 403 सीटों पर प्रत्याशियों के चयन के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करना शुरू कर दिया है। पार्टी पदाधिकारियों ने बसपा सुप्रीमो बहन मायावती के निर्देश के अनुरूप उन लोगों का ही आवेदन पत्र प्रत्याशी बनने के लिए ले रहे हैं जिनके ऊपर किसी भी तरीके का अपराधिक आरोप नहीं है ।साथी यह भी देख रहे हैं कि संभावित प्रत्याशी की क्षेत्र में कितनी पकड़ है ,दलितों पिछड़ों और मजलूमों के प्रति संभावित प्रत्याशी का कैसा व्यवहार रहा है ,इस पर भी गंभीरता से विचार कर रहे हैं या यूं कहें कि इस बार किसी भी आपराधिक छवि वाले बाहुबली को बसपा का टिकट नहीं मिलने जा रहा है ।