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नहीं रहे दीपचंद चौरसिया,लम्बी बीमारी के बाद शुक्रवार को ली अंतिम सांस,भाजपा के झंडे में हुई अंतिम विदाई

 






बलिया ।। जनपद में भाजपा के नीव के पत्थर कहलाने वाले दीप चन्द चौरसिया जी का शुक्रवार की सुबह लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया । श्री चौरसिया के निधन की खबर लगते ही भाजपा के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल समेत सैकड़ो की संख्या में भाजपा के नेता व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया । स्व चौरसिया के पार्थिव शरीर को सम्मान देने के लिये भाजपा के झंडे में लपेट कर अंतिम यात्रा को निकाला गया ।श्मसान घाट पर बड़े पुत्र ने मुखाग्नि देकर स्व चौरसिया जी को अंतिम विदाई दी । श्रद्धांजलि देने के लिये समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता , पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता भी पहुंचे थे । व्यापारी नेता अरविंद गांधी ने भी अपने श्रद्धा सुमन चढ़ाया ।

जीवन परिचय और उपलब्धियां

1942 में जिले की बिल्थरारोड तहसील के बाँसपार बहोरवां गाँव में जन्में दीपचंद जी 1960 में #राष्ट्रीय_स्वयंसेवक_संघ के स्वयंसेवक बने। 1965 में जब बिल्थरारोड में व्यापार मंडल का संगठन बना तो उसमें उपाध्यक्ष बनें। 

1967 से 1971 तक #भारतीय_जनसंघ के मंडल कोषाध्यक्ष बनाये गये।  1971 में ही ये बिल्थरारोड से बलिया आ गये थे और गुदरीबाजार चमनसिंह बाग रोड पर रमेशचंद पवन कुमार नाम की फर्म से गल्ले का व्यापार करने लगे। यह गल्ला व्यापार मंडल के 1971से 1987 तक अनवरत दस साल तक अध्यक्ष रहे। 

आपातकाल में भूमिगत रहकर काम किया। 1980 में जब #भाजपा की स्थापना हुई थी। उसके कार्य विस्तार में 1982 से लेकर 1989 तक आठ वर्षों तक भाजपा बलिया के जिला कोषाध्यक्ष रहे। 

1988 से 1996 तक डीएवी इण्टरमीडिएट काॅलेज बिल्थरारोड की प्रबंध समिति के अध्यक्ष रहे। 1988 से 1997 तक वाराणसी मण्डल रेलवे परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे और 1995 से 1997 तक गोरखपुर जोन रेलवे परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे। 





1993 में जब जिलाउद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल का गठन किया गया तो आप जिलाध्यक्ष मनोनीत किये गये। कालांतर में उत्तरप्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ विवाद होने पर 1999 में पूर्वांचलउद्योग_व्यापार_मंडल उत्तरप्रदेश का गठन किया गया था। जिसके प्रदेश अध्यक्ष श्री दीपचंद चौरसिया और मैं शिवकुमार सिंह कौशिकेय) प्रदेश महामंत्री  बना था। 

काल की गति बहुत गहन है,  आज (05नवम्बर 2021) को  प्रातः काल 06 बजे लम्बी बीमारी के बाद आपने अंतिम स्वांस लिया। महाबीर घाट गंगा तट पर इनका अंतिम संस्कार किया गया। इनके ज्येष्ठ पुत्र डाक्टर पवन कुमार चौरसिया ने मुखाग्नि दिया। इनकी पत्नी का देहान्त पहले ही हो चुका है। तीन पुत्र और एक पुत्री के साथ भरा पूरा परिवार है। दूसरे पुत्र परशुराम चौरसिया व्यापार करते हैं और तीसरे पुत्र व्यापार कर के वकील हैं। 

महाबीर घाट पर स्थित इनके मकान पर पूर्व प्रधानमंत्री श्री #अटलबिहारी_वाजपेयी जी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 #कल्याण_सिंह जी, राज्यपाल श्री #कलराज_मिश्र जी ,संगठन मंत्री,  पूर्व एम एल सी प्रोफेसर रामजी सिंह  सहित भाजपा और संघ अनेकानेक नेता कार्यकर्ता निवास किये हैं। 

यह बिल्थरारोड और बलिया जिले में एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता की रिक्तता तो है ही मेरे लिये व्यक्तिगत तौर पर क्षति है। स्व0 दीपचंद चौरसिया जी के साथ मिलकर हमलोगों ने इस जिले और प्रदेश में व्यापार मंडल एवं भाजपा का एक सशक्त संगठन खड़ा किया था। 

भाजपा के आरंभिक चरण में जिले के अध्यक्ष, महामंत्री कोई भी बनें लेकिन संगठन विस्तार का काम हम दोनों को ही करना था। इनका आवास ही भाजपा का कार्यालय था और बाहर से आने वाले नेताओं/कार्यकर्ताओं का आवास भोजन की व्यवस्था यही पर होती थी। ईश्वर इन्हें सदगति एवं परिवार जनों को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।