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जब आर्केस्ट्रा से फिल्मी गाना बन्द होकर बजने लगा-ऐ मेरे वतन के लोगो......नम हो गयी सबकी आंखे

 


मधुसूदन सिंह/डीएस तोमर

बलिया/सारण ।। मां दुर्गा की प्रतिमाओं को विसर्जन के लिये जा रहे मस्ती में चूर युवाओं के चेहरे उस समय गमगीन व आंखे नम हो गयी जब फिल्मी गाना बजा रहे डीजे के पीछे बलिया निवासी बीएसएफ के शहीद जवान का शव ली हुई गाड़ी खड़ी हो गयी । फिर क्या था तुरंत डीजे से फिल्मी गाने की जगह देशभक्ति गीत बजने लगा, जिसको सुनकर सभी लोगो की आंखे नम हो गयी और युवाओं ने शहीद को जय हिंद कहकर बलिया के लिये बिदाई दी ।



बता दे कि शुक्रवार की शाम को सारण जिले के रिविलगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन में चल रहे डीजे के बीच शहीद जवान का पार्थिव शरीर सामने आया तो डीजे वाले ने देशभक्ति गीत लगा दिया। इसके बाद लोग भावुक हो गए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

बता दे कि प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम के दौरान ऑर्केस्ट्रा बजाया जा रहा था। तभी, ट्रेन आगमन की सूचना पर पहियां रेलवे गुमटी फाटक बंद हो गया। इसके बाद काफिला वहीं रुक गया। इसी बीच बलिया जिले के पड़वार निवासी असम में शहीद सेना के जवान रामजी यादव का तिरंगे में लिपटा शव के साथ सेना वाहन ऑर्केस्ट्रा गाड़ी के बगल में आ कर खड़ा हो गया। यह देखते ही ऑर्केस्ट्रा संचालक ने गाना बंद कर देशभक्ति गीत ...ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में भर लो पानी बजाया। इसके बाद वहां मौजूद सभी लोग भावुक हो गए। इस पूरी घटना का वीडियो अब वायरल हाे रहा है।


बीएसएफ जवान का शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम, त्रिपुरा में थी तैनाती



रतसर (बलिया) ।। गड़वार थाना क्षेत्र के पड़वार गांव में शुक्रवार की देर शाम बीएसएफ के जवान रामजी यादव ( 52) का शव पहुंचते ही प्रशासनिक अमला सहित आसपास के गांवों के सैकड़ों लोग श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच गए। ताबूत से उनका शव निकाले जाने पर वहां मौजूद सभी की आंखे नम हो गई । रामजी यादव वर्तमान में बीएसएफ में एएसआइ जीडी के पद पर 39 बटालियन अम्बासा ( त्रिपुरा ) में तैनात थे। मिली जानकारी के अनुसार रामजी यादव 20 अक्टूबर को सेना के वाहन से अपने अन्य साथियों के साथ अम्बासा कैण्ट से गोविंदपुर चौकी जा रहे थे कि तेज बारिश के चलते बीच रास्ते में ही उनका वाहन अनियन्त्रित होकर पलट गया। वाहन में सवार रामजी यादव एवं वाहन चालक घटना स्थल पर ही शहीद हो गए जब कि उसमें सवार अन्य पांच साथी बाल-बाल बच गए। रामजी यादव के मौत की खबर मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। राष्ट्रीय तिरंगा में लिपटे जवान का शव को पहुंचने पर अंतिम संस्कार से पूर्व बीएसएफ के जवानों ने अंतिम सलामी दी। घटना की खबर सुनते ही सपा के जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव, पूर्व मंत्री नारद राय,सोहांव प्रमुख प्रतिनिधि बंशीधर यादव एवं जिला पंचायत अध्यक्ष आनन्द चौधरी सहित अन्य जन प्रतिनिधि जवान के घर पहुंच ढांढस बधाये और शोक संवेदना व्यक्त किए।

 परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल



पड़वार गांव में शव पहुंचते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था । एक तरफ भाई दहाड़ मार -मार कर रो रहे थे तो दुसरी तरफ पत्नी पुष्पा देवी सदमें से बार- बार बेहोश हो जा रही थी। बताते चले कि इनके तीन और भाई भी सेना से सेवानिवृत्त के बाद घर पर है। जबकि छोटा भाई आसाम राइफल्स में कार्यरत है।



नौ माह पूर्व छोटे पुत्र की भी सड़क हादसे में हुई थी मौत

बीएसएफ में एएसआई के पद पर तैनात राम जी यादव के दो पुत्रों में बड़ा पुत्र विकास यादव ( 23 ) पढ़ाई करने के साथ ही साथ सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहा है जब कि छोटा पुत्र प्रशान्त यादव ( 19 ) की इसी वर्ष 31 जनवरी को अपने पिताजी को ड्यूटी पर पहुंचाने के लिए फेफना गया था कि वापस लौटते समय फेफना थाना क्षेत्र के बलेजी गांव के समीप घने कोहरे के कारण बाइक की आमने सामने की टक्कर में मौत हो गई थी। अभी इस सदमें से परिवार उबर भी नही पाया था कि नौ माह बाद परिवार पर आफत टुट पड़ी। इस घटना से पूरा गांव सदमें में है।

ड्यूटी जाते वक्त खाई में वाहन गिर जाने से हुए थे शहीद

मिली जानकारी के अनुसार, रामजी यादव 20 अक्टूबर को सेना के वाहन से अपने अन्य साथियों के साथ अम्बासा कैण्ट से गोविंदपुर चौकी जा रहे थे। इसी बीच तेज बारिश के कारण बीच रास्ते में ही उनका वाहन अनियन्त्रित होकर पलट गया। वाहन में सवार रामजी यादव एवं वाहन चालक घटनास्थल पर ही शहीद हो गए। जबकि उसमें सवार अन्य पांच साथी बाल-बाल बच गए। राष्ट्रीय तिरंगे में लिपटे जवान का शव को पहुंचने पर अंतिम संस्कार से पूर्व BSF के जवानों ने अंतिम सलामी दी।