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शिक्षकों,शिक्षामित्रों,अनुदेशकों,रसोइयों ने बीआरसी नगरा पर भरी हुंकार,21 सूत्रीय मांगों को तत्काल मांगे सरकार



संतोष द्विवेदी

नगरा, बलिया।। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ प्रदेश संगठन के आह्वान पर मंगलवार को ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों एवं रसोइयों ने पुरानी पेंशन बहाली सहित 21 सूत्रीय मांगो को लेकर बीआरसी पर धरना दिया। इस दौरान शिक्षकों ने कहा कि सरकार जब तक शिक्षकों सहित अन्य कर्मचारियों के मांगो पर विचार नहीं करेगी, शिक्षकों का आंदोलन चलता रहेगा। वक्ताओं ने कहा कि नेता हम लोगो से अच्छे काम करने का वादा कर वोट ले लेता है और लोक सभा तथा विधान सभा में जाते है तो कर्मचारियों के खिलाफ षड्यंत्र रचते है। कहे कि नेता एक बार एमपी एमएलए हो जाने के बाद आजीवन पेंशन के हकदार हो जाते है। ये कर्मचारियों के साथ अन्याय है। जब तक कर्मचारियों को पेंशन सरकार नहीं देगी, नेताओ को भी पेंशन नहीं चाहिए। वक्ताओं ने कहा कि हम अपने हक के लिए पानी का बौछार व लाठी का भी सामना करने के लिए तैयार है। कहे कि सरकार शिक्षकों पर प्रेरणा लक्ष्य पूरा करने हेतु दबाव बना रही है जबकि किसी भी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की संख्या पूरी नहीं है। ऐसे में प्रेरणा लक्ष्य कैसे पूरा होगा। कहे कि सरकार प्रेरणा लक्ष्य पूरा करने के लिए शिक्षकों की संख्या की पूर्ति करे।धरना में ब्रजेश सिंह तेगा, राघवेन्द्र प्रताप राही, राजीव नयन पांडेय, ओमप्रकाश, हेमन्त कुमार यादव, संजीव सिंह, अजय श्रीवास्तव, दयाशंकर राम, रजनीश दुबे, पुष्पा देवी सहित दर्जनों शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक, रसोइया उपस्थित रहीं। अध्यक्षता वीरेंद्र प्रताप यादव तथा संचालन राम कृष्ण मौर्य ने किया।





प्रमुख मांगे

1- पुरानी पेंशन बहाल करो

2- कैशलेस चिकित्सा, एसीपी, उपार्जित अवकाश एवं द्वितीय शनिवार अवकाश हो।

3- छात्रों के बैठने हेतु फर्नीचर, बिजली,पंखे, पीने का शुद्ध पानी एवं विद्यालय की चहारदीवारी हो।

4- प्रत्येक कक्षा पर अध्यापक, प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक, लिपिक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एवं चौकीदार हो।

5- शिक्षकों के अतःजनपदीय एवं अंतर्जनपदीय स्थानांतरण हो।

6- संविलयन निरस्त करो, शिक्षकों को पदोन्नति दो।

7- ऑनलाइन कार्य के नाम पर शिक्षकों का शोषण बन्द करो।

8- 17140 व 18150 की विसंगति दूर करो, सभी शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान दो।

9- सेवानवृत शिक्षकों/पेंशनर्स की समस्याओं का निराकरण करो।

10- सभी शिक्षामित्र, अनुदेशक, विशेष शिक्षक एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के शिक्षकों को स्थाई शिक्षक बनाओ।

11- सभी रसोइयों को स्थाई करो एवं प्रतिमाह दस हजार मानदेय दो।

12- आंगनबाड़ी सहायिका को दस हजार एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री को 15 हजार प्रतिमाह वेतन करो।

13- परिवार नियोजन प्रोत्साहन भत्ता, नगर प्रतिकर भत्ता बहाल करने एवं महंगाई भत्ते का एरियर भुगतान करो।

14- सामूहिक बीमा की धनराशि दस लाख करो।

15- वार्षिक प्रविष्टि का शासनादेश वापस लो।

16- उप्र शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक 2021 वापस लो।

17- मृतक शिक्षकों के परिवारों को ग्रेच्युटी क भुगतान करो।

18- मृतक शिक्षकों के आश्रितों को टीईटी से मुक्ति दो।

19- मृतक शिक्षकों के आश्रितों को लिपिक के अधिसंख्य पदो पर नियुक्ति दो।

20- को रोना महामारी एवं पंचायत निर्वाचन के दौरान मृत शिक्षक, शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा दो।

21- मृतक शिक्षामित्र, अनुदेशक एवं विशेष शिक्षक के आश्रितों को नौकरी दो।