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स्वामी भक्ति की परीक्षा में मिस्टी हुई पास,जान देकर चुकायी नमक का फर्ज

 









मधुसूदन सिंह

बलिया ।। यूँ ही नही कहा जाता है कि जानवरो की वफादारी सबपर भारी होती है । नमक की शैरियत अगर कोई देता है तो वो जानवर ही है । जी हां, जानवर की स्वामी भक्ति एक बार फिर से बलिया जनपद के सहतवार थाना क्षेत्र के बरियारपुर में संतोष तिवारी के घर देखने को मिली है ।

बता दे कि रविवार की देर शाम लगभग 9 बजे संतोष तिवारी के मुख्य दरवाजे से एक विशाल जहरीला सर्प घुसने की कोशिश करने लगा । सर्प की इस कोशिश को संतोष तिवारी द्वारा पालित जर्मन शेफर्ड नस्ल की कुतिया मिस्टी ने देख लिया । इस वक्त मिस्टी ने बच्चा भी जना हुआ है ।

सर्प के इस दुःसाहस को देखकर मिस्टी उसके सामने दीवार बनकर खड़ी हो गयी । सर्प और मिस्टी के बीच लगभग आधे घण्टे तक युद्ध चला । इस आधे घण्टे के युद्ध मे मिस्टी में विशालकाय सर्प को कई टुकड़ो में काट कर मौत के घाट उतार दिया ।

मिस्टी की आवाज को सुनकर घर की औरतों ने यह अहसास कर लिया कि मिस्टी किसी बड़े खतरे से उलझ रही है । संतोष तिवारी उस समय गांव में एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के भोज में शामिल होने के लिये गये हुए थे,इनकी पत्नी ने फोन से इस घटना की सूचना दी ।

सूचना मिलते ही संतोष तिवारी भागे भागे घर पहुंचे तो देखा कि मिस्टी एक विशालकाय सर्प से जूझ रही है । संतोष तिवारी व इनके पड़ोसी ने डंडे से सर्प को मारने की कोशिश की लेकिन मिस्टी इन लोगो को सर्प के पास जाने ही नही दिया और खुद ही सर्प को मौत के घाट उतार दिया ।

सर्प की मौत के बाद जब मिस्टी श्री तिवारी के पास आयी तो उसका मुंह खून से लाल हो गया था । श्री तिवारी ने उसके मुंह को धोने के बाद देखा कि मिस्टी के अंदर गले मे सांप ने काट लिया है । श्री तिवारी अपने स्तर से वेटनरी चिकित्सको की सलाह के अनुसार इलाज करने का प्रयास करते रहे लेकिन लगभग 4 घण्टे बाद जहर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया ।

जब मिस्टी को जहर ने अपनी आगोश में ले लिया तो वह अपने मालिक संतोष तिवारी के पैरों पर दोनो हाथ जोड़कर अपना सर रहकर रोने लगी । यह देखकर श्री तिवारी व पूरा परिवार रोने लगा । मिस्टी ने स्वामिभक्ति की परीक्षा को पास करते हुए रात 12 बजे दुनिया से कूच कर गयी ।

सोमवार को श्री तिवारी ने मिस्टी के शव को सम्मान के साथ घाघरा नदी में ले जाकर अंतिम संस्कार किया । मिस्टी के जाने के बाद तिवारी परिवार में शोक की लहर दौड़ गयी है । वही मिस्टी की स्वामिभक्ति की चर्चा पूरे जनपद में हो रही है ।