Breaking News

सत्ताधारी दल को लगा बड़ा झटका : पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी पर अपहरण का एफआईआर निकला झूठा, जिला पंचायत सदस्य पहुंचा थाने

 


मधुसूदन सिंह

बलिया ।। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में शह और मात का खेल चरम पर पहुंच गया है । बुधवार को जहां सपा प्रत्याशी आनंद चौधरी के पिता व पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी ,पूर्व मंत्री नारद राय आदि पर बांसडीह रोड थाने पर वार्ड नम्बर 10 के सदस्य के अपहरण करने का मुकदमा दर्ज हुआ था , तो आज जिला पंचायत सदस्य स्वतः थाने पहुंचकर अपहरण की बात को सिरे से खारिज कर दिया । जिसके बाद यह मुकदमा औचित्यहीन हो गया । इसको राजनैतिक पंडित पूर्व मंत्री की सत्ताधारी दल के नहले पे दहला की चाल मान रहे है ।

बता दे कि जनपद में पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सियासी ड्रामा चरम पर है। सपा के पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी सहित तीन लोगों पर जिस जिला पंचायत सदस्य रमेश वर्मा को अगवा करने को लेकर बुधवार देर शाम  बांसडीह रोड थाने में  मुकदमा दर्ज हुआ था, आज वह बांसडीह थाने पहुंच गया। रमेश वर्मा का कहना है कि मौजूदा राजनीतिक उठा पटक से वह परेशान हो गया था। लिहाज़ा 3 दिनों तक परिवार को बिना बताए अपने मित्रों और रिश्तेदारों के घर घूमने चला गया था।









दरअसल वार्ड नंबर 10 से जिला पंचायत सदस्य रमेश वर्मा के पिता मंगला वर्मा ने बांसडीह थाने में तहरीर दी थी कि दिया पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी 17 जून को दरवाजे के सामने से उनके बेटे को लेकर गए थे जिसके बाद  उनके बेटे की  कोई जानकारी नहीं है।

इसी तहरीर के आधार पर बांसडीह रोड थाने में पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी सहित तीन लोगो के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। बता दें कि प्रदेश सरकार के मंत्री उपेंद्र तिवारी और आनंद स्वरूप ने सपा नेताओं पर जिला पंचायत सदस्यों को अगवा करने का आरोप लगाया है।