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बैरिया ब्लॉक के निरीक्षण में जिलाधिकारी ने दिए निर्देश : बीडीओ कक्ष जैसा हो लिपिकों का भी कमरा,हिदायत दे कहा -तालाब का जीर्णोद्धार गांव का गंदा पानी गिरने के लिए नहीं







बलिया: जिलाधिकारी अदिति सिंह ने गुरुवार को बैरिया ब्लॉक कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने अभिलेखों के अपडेट होने व उसके रखरखाव को देखा। प्रकाश व्यवस्था व भवन सफाई से जुड़ी एकाध छोटी-मोटी कमियां मिलने पर हप्ते दिन में सुधार लेने की हिदायत दी। कहा कि जिस तरह बीडीओ कक्ष चकाचक है उसी तरह लिपिकों का भी कमरा व टेबल हो। महिला डेस्क पर आए आवेदनों की भी समीक्षा की। 

निरीक्षण के दौरान एडीओ पंचायत से सामुदायिक शौचालय व पंचायत भवनों के निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी ली। कहा, जो पूरे होने लायक हों उसे मार्च में युद्धस्तर पर कार्य कराकर पूरा करा दें। गांवों में सफाईकर्मियों के कार्य से सम्बंधित पूछताछ की। निरीक्षण के दौरान कुछ सर्विस बुक व जीपीएफ पासबुक चेक करने के दौरान कहा कि समस्त अभिलेख व कर्मचारियों की वार्षिक प्रविष्टि हमेशा अपडेट रखी जाए। अन्य कमरों में पर्याप्त प्रकाश नहीं होने पर बीडीओ को निर्देश दिया कि अपने कमरे की तरह कर्मचारियों के बैठने वाले कमरों में सिड़न की समस्या व अन्य व्यवस्था को ठीक करा दें। निःशुल्क बोरिंग से सम्बंधित लक्ष्य व प्रगति के बारे में लघु सिंचाई से सम्बंधित पटल सहायक से जानकारी ली।

जिलाधिकारी ने मनरेगा एपीओ संजय कृष्ण भास्कर से मनरेगा योजना से जुड़ी पूछताछ की। तालाबों के जीर्णोद्धार के बावत कहा कि तालाब का जीर्णोद्धार, गांव का गंदा पानी गिरने के लिए नहीं, बल्कि गांव की सुंदरता बढाने के लिए हो। ऑडिट आपत्तियों के सम्बन्ध में लेखाकार को निर्देश दिया कि लम्बित आपत्तियों को तत्काल निस्तारण कर रिपोर्ट भेजने को कहा। आवास लाभार्थियों को भेजे जाने वाली किश्त के बारे में पूछा। ब्लॉक में मौजूद करमानपुर व मधुबनी की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत कर आजीविका मिशन से जुड़ी जानकारी ली।





जर्जर आवास की कराएं मरम्मत

ब्लॉक परिसर में जर्जर भवनों को देखने के बाद बीडीओ से कहा, जो भवन मरम्मत कर रहने योग्य हो सकते हैं, उनकी मरम्मत करा दें। जो एकदम जर्जर हो गए हैं उनको निष्प्रयोज्य घोषित कर जरूरी कार्यवाही कराएं।

तहसील में तैनात खाद्य निरीक्षक से स्पष्टीकरण तलब


बलिया: डीएम अदिति सिंह ने बैरिया तहसील के मुआयना क़िया। उन्होंने अभिलेखों  रखरखाव, रिकार्ड रूम की स्थिति समेत तहसील के प्रमुख कार्यों के बारे में जानकारी ली। दैनिक रूप से तहसील में बैठने के लिए जिस खाद्य निरीक्षक की तैनाती यहां हुई है, उनके अब तक तहसील में नहीं आने पर स्पष्टीकरण तलब किया। आवास एवं मत्स्य पट्टा आवंटन व लगान जमा कराने की स्थिति के बारे में जानकारी ली।


राजस्व सग्रह कक्ष में वसूली से जुड़ी जानकारी लेने पर एसडीएम ने बताया कि बिजली विभाग का कोई भी अधिकारी-कर्मचारी विधुत वसूली के लिए तहसील से समन्वय बनाने में रुचि नहीं लेते है। इस पर जिलाधिकारी ने विधुत विभाग के अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखने का निर्देश दिया।