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एफआईआर दर्ज कराने के लिये पीड़ित ने लगाई जिलाधिकारी से गुहार ,फावड़े के हमले से घायल,पर एनसीआर दर्ज कर हो गयी कार्यवाही

 




मधुसूदन सिंह

बलिया ।। जनपद की रसड़ा कोतवाली पुलिस जबतक पीड़ित गंभीर रूप से घायल होकर मरणासन्न स्थिति में न पहुंच जाय, एफआईआर दर्ज नही करेगी । कानून व्यवस्था के साथ साथ मेडिकल मुआयना भी लगता है रसड़ा पुलिस के हाथ मे आ गयी है । पीड़ित के परिजन पहले पुलिस अधीक्षक बलिया से मिलने की कोशिश किये ,लेकिन जब विभागीय व्यस्तता के कारण इनकी मुलाकात पुलिस अधीक्षक ने नही हो पायी तो ये लोग जिलाधिकारी बलिया को पत्र देकर एफआईआर दर्ज कराने की गुहार लगाई है ।

बता दे कि पिछली 25 फरवरी को मिथिलेश गुप्ता पुत्र राम विलास गुप्ता निवासी गुरगुज पुर , संवरा, रसड़ा को हरिकिशुन वगैरह बकाया हिसाब का पैसा देने की जगह गाली गलौज देते हुए मारने पीटने लगे । जिसमे मिथिलेश के सिर पर धारदार हथियार से हमला किया गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया । आसपास के लोगो की भीड़ जुटने और पुलिस को सूचना देने पर हमलावर गिरफ्तार हो गये । वही घायल मिथिलेश को पुलिस सीएचसी रसड़ा ले जाकर भर्ती करा दी । अगले दिन उल्टी आदि होने पर बलिया रेफर हो गया,जहां एक दिन भर्ती रहा ।

अब जब आरोपी मात्र 151 में चालान होने के कारण जमानत कराकर छूट गये है और पीड़ित को धमका रहे है तो यह काफी भयभीत होकर उच्चाधिकारियों से एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहा है । जबकि रसड़ा पुलिस पीड़ित से कह रही है कि तुम्हारी चोट ऐसी है ही नही कि एफआईआर दर्ज हो । सवाल यह उठ रहा है कि रसड़ा पुलिस को एफआईआर दर्ज करने में क्या परेशानी है ,क्या पीड़ित पर दुबारा हमला होने के 

इंतजार में रसड़ा पुलिस है ? पुलिस अधीक्षक को तत्काल इस घटना क्रम का संज्ञान लेना चाहिये और पीड़ित की एफआईआर दर्ज करने का आदेश देना चाहिये । घटना से सम्बंधित सभी जानकारी प्रार्थी के आवेदन में लिखी हुई है ।