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कृषि मंत्री ने द्वीप प्रज्वलित कर की आजादी का अमृत महोत्सव की शुरुआत,पीएम के संबोधन का हुआ सजीव प्रसारण






उत्सव की तरह मना 'आजादी का अमृत महोत्सव', हुए विविध कार्यक्रम,

-बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही

आजादी की वीरगाथा पर आधारित समारोह व सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए

बलिया: आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुक्रवार को 'आजादी का अमृत महोत्सव' का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर विविध कार्यक्रम हुए, जिसमें आजादी की वीरगाथा पर आधारित समारोह व देशभक्ति सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल रहा। कलेक्ट्रेट परिसर स्थिति बहुउद्देश्यीय सभागार में आयोजित समारोह का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत 'अंग्रेजों भारत छोड़ो की बलिया अमिट निशानी है' कविता पाठ से हुआ। 




समारोह को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री शाही ने सबसे पहले क्रांति की शुरुआत करने वाले महापुरुषों की धरती बलिया को प्रणाम किया। कहा, आज उन महापुरुषों की वजह से हम सब आजाद हैं। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के लिए देश के चंद जिलों में बलिया का चुना जाना अपने आप में गौरव की बात है। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 का आगाज़ बलिया के अमर शहीद मंगल पांडे ने किया था। उसके बाद लगातार आजादी की लहर बलिया में चलती रही। नतीजन 1942 में ही बलिया को सबसे पहले आजादी मिली। महात्मा गांधी के 'करो या मरो' आंदोलन में भी बलिया की अहम भूमिका रही। उन्होंने बलिया के आज़ाद होने के तमाम किस्से सुनाते हुए उसमें अपना अहम योगदान देने वाले और शहीद होने वाले महापुरुषों के प्रति श्रद्धाजंलि दी। श्री शाही ने बताया कि 12 मार्च 1930 को गांधी जी की दांडी यात्रा की सविनय अवज्ञा आंदोलन के रूप में पहला आंदोलन था। आज उसकी 91वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव की शुरुआत हुई है। उन्होंने जिला प्रशासन से आवाह्न किया कि कि इस महोत्सव के अन्तर्गत समय-समय पर कविता पाठ, निबन्ध लेखन, कला आदि जैसी प्रतियोगिता कराई जाती रहे, ताकि सभी लोग जान सकें कि आजादी कितनी संघर्ष के बाद मिली है।

बलिया का रहा है अपना इतिहास: उपेंद्र

राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी ने कहा कि देश में सबसे पहले आजाद होने का गौरव बलिया को मिला। बलिया के ही अमर शहीद मंगल पांडेय ने मेरठ से क्रांति की शुरुआत की। चित्तू पांडेय, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, युवा तुर्क चंद्रशेखर, जनेश्वर मिश्र सहित तमाम महापुरुषों का नाम लेते हुए कहा कि बलिया का अपना इतिहास रहा है। यहां 'आजादी का अमृत उत्सव' बनाने के निर्णय पर केंद्र व प्रदेश सरकार के प्रति आभार जताया। 



भारत को सशक्त बनाने का लें संकल्प: आनंद

समारोह में राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने कहा कि आजादी के संघर्षों की याद दिलाने वाला यह क्षण अत्यंत ही गौरान्वित पल है। इस अवसर पर हम सब उसकी महत्ता को समझें और यह संकल्प लें कि दुनिया के हर क्षेत्र में भारत को सशक्त बनाने के लिए अपना बेहतर योगदान देने का प्रयास करेंगे। कार्यक्रम में बिरहा गायक रमेश राजभर व लोकगीत गायक हरिंदर सिंह ने देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी।


पीएम के सम्बोधन का हुआ लाइव प्रसारण, लघु फ़िल्म में दिखी आजादी की वीरगाथा








आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर आयोजित 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अवसर पर कार्यक्रम स्थल के बाहर सूचना विभाग द्वारा एलईडी वैन तथा बहुउद्देश्यीय सभागार के अंदर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लाइव सम्बोधन को सुनाया गया। इसके साथ-साथ 'आजादी का अमृत महोत्सव' लघु फिल्म सबको दिखाई गई। फिल्म में आजादी की लड़ाई के तमाम किस्से और महापुरुषों की वीरगाथाओं की झलकियां थी। साबरमती आश्रम अहमदाबाद में हो रहे देशभक्ति पर आधारित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी सीधा प्रसारण हुआ, जिसको देखने के प्रति लोग काफी उत्साहित दिखे। प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान बहुउद्देशीय सभागार में वन्देमातरम, भारत माता की जय और जय हिंद का उद्घोष लगातार होता रहा।


अपने इतिहास के बारे में जानें व सीख लें: डीएम




जिलाधिकारी अदिति सिंह ने सभी अतिथियों के प्रति आभार जताते हुए कहा, प्रधानमंत्री जी ने जिस तरह हमारे स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण कड़ियों को बताया, उसे हमें भूलना नहीं चाहिए। बलिया के लिए गर्व की बात है कि 'आजादी का अमृत महोत्सव' के लिए चयनित किया गया। हमारा सौभाग्य है कि स्वतंत्र भारत मे पैदा हुए। यह सौभाग्य पूर्वजों को प्राप्त नहीं था। उन्होंने इसी आजादी के लिए खूब संघर्ष किया। अपने इतिहास के बारे में सबको जानने और उससे सीख लेने की जरूरत है। जिलाधिकारी ने कहा कि बेहतर राष्ट्र के निर्माण और आने वाली पीढ़ी को बेहतर रास्ते पर ले जाने के लिए क्या बेहतर किया जा सकता है, इसके लिए संकल्पित होकर लगातार परिश्रम करना होगा। वही स्वतंत्रता आंदोलन के वीरों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम के सफल आयोजन पर उन्होंने डिप्टी कलेक्टर सीमा पांडेय व उनकी पूरी टीम की सराहना की।

इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति

कार्यक्रम में बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह, बेल्थरारोड विधायक धनंजय कन्नौजिया, भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू, डीएम अदिति सिंह, एसपी डॉ विपिन ताडा, सीडीओ प्रवीण वर्मा, एडीएम रामआसरे, एएसपी संजय कुमार, डिप्टी कलेक्टर सीमा पांडेय, बीएसए शिवनारायण सिंह, डीडीओ आरआर मिश्र, डीआईओएस ब्रजेश मिश्र, नपा चेयरमैन अजय कुमार के अलावा जीआईसी, जीजीआईसी, कुंवर सिंह की छात्र-छात्राएं थीं। संचालन साहित्यकार व इतिहासकार शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने किया।

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देशभक्ति नारों के उद्घोष व भारतीय परिधान में निकली 'स्वतंत्रता की साइकिल रैली'





बलिया: 'आजादी का अमृत महोत्सव' कार्यक्रम के अंतर्गत वीर लोरिक स्पोर्ट्स स्टेडियम से 'स्वतंत्रता की साइकिल रैली' निकाली गई। मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार कर रहे थे। इंकलाब-जिंदाबाद, वंदेमातरम और तमाम देशभक्ति नारों के उद्घोष के साथ रैली में शामिल वालंटियर काफी जोश-खरोश में दिख रहे थे। सभी साईकल सवार वालंटियर एकदम भारतीय परिधान, यानि कुर्ता-पायजामा व गमझा में थे। यह दृश्य हमारी पुरातन भारतीय संस्कृति की याद दिलाने वाला था।


गांधी पार्क में शहीदों को नमन, छोड़े गए गुब्बारे





अमृत महोत्सव के तहत आयोजित विविध कार्यक्रमों के क्रम में, जिलाधिकारी अदिति सिंह, एसपी डॉ विपिन ताडा, सीडीओ प्रवीण वर्मा समेत अन्य अधिकारी शहर चौक स्थित गांधी पार्क पहुंचे। जिलाधिकारी ने वहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद आजादी की लड़ाई में शहीद महापुरुषों के नाम लिखे बोर्ड पर पुष्प अर्पित कर उनको याद किया। पुलिस विभाग की ओर से बैंड पर राष्टधुन बजाया गया।