Breaking News

रवि किशन का तंज : दीदी बैठी व्हील चेयर, पर सबसे मांगे वोट. 24 घंटे में प्लास्टर कटा ये कैसी है चोट



ए कुमार

गोरखपुर : भाजपा के स्टार प्रचारक सांसद रवि किशन ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, असदुद्दीन ओवैसी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया है. ममता बनर्जी से सवाल करते हुए उन्होंने पूछा है कि यह बताएं आखिर 24 घंटे में उनका प्लास्टर कैसे कट गया. मुसलमानों के यूपी में एनकाउंटर के असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अपराधी का कोई धर्म नहीं होता है. पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार के मामले में उन्होंने अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए कहा कि पत्रकार पक्ष और विपक्ष दोनों नेताओं से सवाल करते हैं. हमारा काम धैर्य के साथ उनके सवालों का जवाब देना है. 


गोरखपुर के सांसद और भाजपा के स्टार प्रचारक ने बंगाल की मुख्यमंत्री पर अनोखे अंदाज में तंज कसा है. भोजपुरी में व्यंग करते हुए उन्होंने कहा कि "दीदी बैठी व्हील चेयर, पर सबसे मांगे वोट. 24 घंटे में प्लास्टर कटा ये कैसी है चोट. 


ओवैसी को करारा जवाब, अपराधी का कोई धर्म नहीं होता है


सांसद रविकिशन ने एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी द्वारा यूपी में 33 प्रतिशत मुसलमानों के एनकाउंटर के विवादित बयान पर कहा कि उनके इस बयान से बहुत मैं आहत हूं. ये गलत बात है. अपराधी का कोई धर्म नहीं होता है. अपराधी-अपराधी होता है. अपराधी समाज और सोसाइटी के लिए भी खतरा होता है. उसको पुलिस की गोली खानी पड़ेगी. अपराधी जेल जाता है या ऊपर जाता है. जो समाज को डराता है, जिसको समाज से डर है. जो पुलिस पर गोली चलाएगा. उस अपराधी पर पुलिस गोली दागेगी. जाति और धर्म देखकर पुलिस गोली नहीं मारती है.


अखिलेश ने हार को दिल  पर ले लिया, पत्रकारों के सवाल का जवाब शालीनता से दें


रविकिशन ने मुरादाबाद की घटना को लेकर कहा कि पत्रकार सवाल करेगा आपको संयम से जवाब देना है. नेता विपक्ष हो या पूर्व मुख्यमंत्री और आपके आचरण आपका व्यवहार आपके गुस्से आपका कंट्रोल ही आपको देखता है. उसको लोग फॉलो करेंगे. आपका कार्यकर्ता भी आपको देखता है. लोग उसी को फॉलो करेंगे. हम थोड़ा किसी को डांट कर बात करेंगे तो मेरे साथ जितने लोग हैं. तो मेरे साथ जितनी मेरी टीम है, वह भी अग्रेसिव हो जाएगी. मैं लीडर के रूप में सांसद के रूप में सुपरस्टार के रूप में संयम रखूंगा, सवाल का जवाब दूंगा, ये बहुत जरूरी है. हार-जीत सबकी होती है .लेकिन वह हार को बड़ा ज्यादा दिल पर ले लिए. इतना नहीं हार जीत तो लगी रहती है. लेकिन, अपने गुस्से को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है .


बाईट--गोरखपुर सदर सांसद रवि किशन