Breaking News

बीडीओ रसड़ा को प्रतिकूल प्रविष्टि, बीडीओ बांसडीह का वेतन रोकने के आदेश,सामुदायिक शौचालय व पंचायत भवन के निर्माण में लाएं तेजी: कमिश्नर



ब्लॉकवार समीक्षा में खराब प्रगति वाले बीडीओ को दी चेतावनी,सही ढंग से पर्यवेक्षण नहीं करने पर डीपीआरओ को लगाई फटकार

बलिया: मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को विकास कार्यों की समीक्षा की। सामुदायिक शौचालय के निर्माण/स्थल चिन्हांकन में अधिकांश ब्लॉक की प्रगति खराब मिलने पर कहा कि जिनकी स्थिति खराब है, वहां के बीडीओ को चेतावनी जारी हो। शीघ्र सुधार नहीं हो तो आरोप पत्र दिया जाए। समय से सामुदायिक शौचालयों का निर्माण पूरा हो जाए, उसके तरीके भी समझाए। पंचायत भवन की समीक्षा में सोहांव में खराब स्थिति मिलने पर नाराजगी जताई। 


सामुदायिक शौचालय के निर्माण की समीक्षा के दौरान कहा कि जहां जमीन की उपलब्धता नहीं हो सकी है, एसडीएम वहां जल्द ही भूमि उपलब्ध कराएं। 15 फरवरी तक हर हाल में प्रत्येक पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय का निर्माण शुरू हो जाना चाहिए। ग्रामवार सम्पत्ति रजिस्टर के अपडेट होने, वरासत, तालाब व सार्वजनिक वितरण प्रणाली की भी गहन समीक्षा की।


बीडीओ रसड़ा को प्रतिकूल प्रविष्टि, बीडीओ बांसडीह का वेतन रोकने के आदेश


पिछली बैठक में दिए गए निर्देश का अनुपालन समय से नहीं करने पर बीडीओ रसड़ा संतोष यादव को प्रतिकूल प्रविष्ट देने के निर्देश दिए। बांसडीह बीडीओ ने सामुदायिक शौचालय के लिए आठ जगह जमीन उपलब्धता की बात कही, जबकि एसडीएम ने बताया कि सिर्फ एक जगह भूमि उपलब्ध नहीं है। जानकारी से अपडेट नहीं रहने पर कमिश्नर ने बीडीओ का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने के आदेश दिए। बेरुआरबारी में स्थल चयन के बाबत एडीओ पंचायत द्वारा सही जानकारी नहीं देने पर नाराजगी जताई। एसडीएम को जांच कर सही रिपोर्ट बताने की जिम्मेदारी दी। इसी प्रकार दुबहड़ में भी एडीओ पंचायत ने बताया कि 18 का निर्माण हो चुका है, जबकि रिपोर्ट के अनुसार 24 बन चुके हैं। इसकी भी जांच कर सही रिपोर्ट बताने को कहा।


मानक के विपरीत मिला था काम, जवाबदेही तय करने के निर्देश


रसड़ा के कमतैला में कमिश्नर के पिछले भ्रमण के दौरान हुए निरीक्षण में चैंबर व सोख्ता नहीं बना हुआ मिला था। बेसिन भी नहीं बना था। इस तरह मानक का ख्याल नहीं रखने पर उन्होंने बैठक में पूछा कि जब डिजाइन बन रहा था, तब तकनीकी टीम व भुगतान के समय अधिकारियों ने इसे क्यों नहीं देखा। सभी सम्बंधित की जवाबदेही तय की जाए। बैठक में सीडीओ विपिन जैन, सभी एसडीएम, तहसीलदार, बीडीओ, एडीओ पंचायत व अन्य अधिकारी थे।

अधिकांश सामुदायिक केंद्र में मानक विहीन लगी है ईट





बलिया एक्सप्रेस की पड़ताल में अधिकांश बन रहे सामुदायिक शौचालयों में घटिया किस्म की ईंट का प्रयोग देखा गया । जबकि सीमेंट और बालू की मात्रा तो और भी खराब थी । वही लाल बालू की जगह धड़ल्ले से सफेद बालू का प्रयोग हो रहा था । वही बालू व सीमेंट का प्रतिशत 6 -1,7-1 तक दिखा । वही इस कार्य को चुकी निवर्तमान ग्राम प्रधान ही बना रहे है तो इसकी जांच सही तरीके से होनी सम्भव नही दिखी । आयुक्त महोदय को निर्मित या निर्माणाधीन दोनों प्रकार के सामुदायिक शौचालयों की गुणवत्ता को किसी बाहरी एजेंसी से जांच करानी चाहिये जिससे सच सामने आ सके ।