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दिव्यांग कन्या का बवना वर के साथ विवाह : क्षेत्र में कौतूहल का विषय

 



कन्यादान करना  मनुष्य के लिए सर्वश्रेष्ठ कर्म: समाजसेवी राकेश कुमार सिंह 

रमेश चंद गुप्ता

"केवल धन का दान देना ही पर्याप्त नहीं हैं, इससे आपको पूर्ण संतुष्टि नहीं मिलेगी। आपके प्रेम की भी उन्हें आवश्यकता हैं। जहाँ भी जायें अपना प्रेम बांटे।" - मदर टेरेसा

दुबहड़ बलिया ।। मदर टेरेसा की उपरोक्त बातों पर अमल करने वाले समाजसेवी राकेश कुमार सिंह मंदिर में नही,मस्जिद में नही बल्कि गरीब परिवारों की सेवा करके,गरीब कन्याओ की शादियां कराकर आत्मसंतुष्टि और रब को पाने और प्रेम बांटने और पाने का यत्न  करते है ।

सच्चा समाजसेवी वही है जो पारिवारिक दायित्व निभाने के बाद असहाय एवं पीड़ित मानव की सेवा में समर्पित हो। दुबहड़ निवासी राकेश कुमार सिंह भी एक ऐसे समाजसेवी हैं जो नि:स्वार्थ भाव से प्रत्येक वर्ष अपने व्यक्तिगत खर्च पर असहाय एवं गरीब माता-पिता की कन्याओं का विवाह धूमधाम से यथोचित उपहार प्रदान कर कराते हैं। इसी क्रम में इस वर्ष भी अक्टूबर महीने से अब तक दुबहड़, छोटका दुबहड़, मिश्र के छपरा, मिल्की आदि गांवों में कन्याओं का विवाह कराने के बाद गुरुवार की देर शाम दुबहड़ स्थित नुनुआ बाबा के स्थान पर गुरुवार की देर शाम विद्वान ब्राह्मण पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोचार एवं उपस्थित महिलाओं के मांगलिक गीत के बीच दिव्यांग कन्या सुमन पुत्री मदन पासवान और ओझवलिया के साथ बवना वर बब्बन पुत्र परशुराम सेमरी छपरा का विवाह धूमधाम से कराया गया। समाजसेवी राकेश कुमार सिंह द्वारा वर एवं वधु को उपहार स्वरूप वस्त्र, आभूषण, बक्से, अटैची एवं अन्य आवश्यक सामान प्रदान किया गया। दिव्यांग कन्या का बवना वर के साथ विवाह देखने के लिए क्षेत्र के विभिन्न गांव के हजारों लोग की भीड़ उमड़ पड़ी थी। लोग समाजसेवी राकेश कुमार सिंह के इस सराहनीय कार्य की भूरि भूरि प्रशंसा कर रहे थे।

इस अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि असहाय एवं गरीबों की सेवा करना भी राष्ट्र सेवा के समान है। अपनी परवाह किए बिना नि:स्वार्थ भाव से मानव एवं मानवता की सेवा करना ही असली राष्ट्र धर्म है। कहा कि कन्यादान करना भी मनुष्य के लिए एक श्रेष्ठ कर्म है। गरीब कन्याओं के वैवाहिक कार्यक्रम में राकेश कुमार सिंह की पत्नी नीतू सिंह भी बढ़-चढ़कर हाथ बंटाती है एवं उन्हें प्रोत्साहित करती हैं। इस अवसर पर परमहंस पांडेय, चतुरा पांडेय, विनोद पांडेय, पंडा तिवारी, विनोद तिवारी, शुभनारायण तिवारी, अमित कुमार पांडेय, सत्यप्रकाश पांडेय, कामता सिंह, वीरनारायण सिंह, नन्हे सिंह, प्रदीप सिंह आदि उपस्थित रहे।