सिकंदरपुर एसओ का जबरदस्त कानूनी ज्ञान,जानकर हो जाएंगे हैरान : अपहरण कर लूट की घटना में लगाया आपराधिक हनन व धोखाधड़ी की धाराएं
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। कर्मठ सुयोग्य कानून विद एक ऐसे थानेदार सुर्खियों में है जिनके कार्यकाल में धड़ल्ले से दियरांचाल में अवैध शराब का निर्माण अबाध गति से चलता है,काजीपुर और सिकंदरपुर कस्बे में गोमांस बिकने का आरोप लगता है,पत्रकार का डेढ़ साल पहले चोरी हुआ लैपटॉप का पता नही लग पाता है,महिलाओ के साथ अभद्र व्यवहार करता है,यही नही डकैती की घटना को चोरी में बदलने का काम करते है,फिर भी अगर बलिया जनपद के सिकंदरपुर थाने पर अंगद के पांव की तरह जमे हुए है तो यह मानना पड़ेगा कि योगी राज में भी इनकी पहुंच ऊंची है ।
जी हां, हम बात कर रहे है बलिया जनपद के सिकंदरपुर थानेदार बालमुकुंद मिश्र का । जिनके ऊपर कठौड़ा निवासी बुजुर्ग ओमप्रकाश राय ने गंभीर आरोप लगाया है । इस बुजुर्ग ने आरोप लगाया है कि एसओ बालमुकुंद मिश्र ने मेरी दो तहरीर जो वास्तविक घटना पर आधारित थी , को फाड़कर अपने हिसाब से तहरीर लिखवाकर मेरे दस्तखत कराये और एनसीआर दर्ज कर 406 व 420 का मुकदमा कायम किये । जबकि कार में खींच कर मेरा अपहरण किया गया और बहुत दूर तक कार में ही मेरे साथ मारपीट करके मेरे पास का 50 हजार रुपये और मोबाइल छिनने के बाद चश्मा भी फेक दिया गया और मुझे सुनसान सड़क पर गाड़ी से फेक दिया गया ।
अपहरण ,मारपीट कर लूट की घटना को 420 व 406 में एनसीआर दर्ज करना, यह खुद ही साबित करता है कि इस कृत्य को करने वाले बदमाशो को कही न कही बालमुकुंद मिश्र जानते है । यही कारण है कि 406 आपराधिक हनन जैसी धाराएं लगाये है । जबकि यह धारा तब लगती है जब कोई विश्वास में धोखा देता है । जबकि यहां तो अपहरण के बाद लूट का मामला है ।
बता दे कि शुक्रवार की देर शाम स्टेट बैंक आफ इंडिया की सिकन्दरपुर शाखा से पैसा निकाल कर घर जा रहे बुजुर्ग को बदमाशो ने अपनी कार में जबरदस्ती बैठाकर पचास हजार रुपये छीन लिए। प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने गेहूं की खेती की बुआई करने के लिए कठुआ गांव निवासी ओमप्रकाश राय भारतीय स्टेट बैंक सिकंदरपुर से पैसा निकाल कर अपने गांव जा रहे थे । ओमप्रकाश राय का आरोप है कि रास्ते में पहुंचे कार सवार बदमाशों ने जबरदस्ती उन्हे अपनी कार में बैठा लिया और बलिया रोड में लेकर चल दिए। गाड़ी में मारते हुए ले जाते समय खेजूरी नहर सकरपुरा रोड पर गाड़ी से उतार दिया तथा बैंक से निकाले हुए पैसे को छीन लिया। बदमाशों ने बुजुर्ग के आंख का चस्मा व मोबाइल भी छीन लिया जिससे कि किसी को खबर न कर सके। उधर परिजन ओमप्रकाश को देर रात तक घर न पहुंचने पर खोजबीन में लग गए। धीरे धीरे गांव तक देर रात घर पहुंचने पर जब ओमप्रकाश राय ने अपनी आपबीती सुनाई तो परिजनों ने इसकी खबर पुलिस को दिया।