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एक माह के आश्वासन पर छट्ठू राम ने तोड़ा आमरण अनशन,महिलाओ ने एसडीएम को किया चूड़ी पहनाने का प्रयास




अभियेश मिश्र

बेल्थरारोड ( बलिया ) ।।पूर्व दर्जा प्राप्त  मंत्री छट्ठू राम द्वारा जनता की मूलभूत समस्याओं  को लेकर तहसील परिसर में  चल रहे   आमरण अनशन  तीसरे दिन गुरुवार को  भारी जद्दोजहद के बाद एसडीएम के  द्वारा एक माह के अंदर समस्याओं का निराकरण करने के आश्वासन के बाद  समाप्त हो गया। । एसडीएम ने छट्ठू राम को जूस पिलाकर आमरण अनशन समाप्त कराया। बता दे कि इस आंदोलन को लेकर उभांव पुलिस ने छट्ठू राम सहित13 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के कोविड - 19 महामारी अधिनियम 188 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है।  

 तहसील परिसर के अनशन स्थल पर गुरुवार को सैकड़ो की संख्या में छट्ठू राम के समर्थन पहुंची महिलाओ ने एसडीएम सन्तलाल के कार्यालय में पहुंचकर उनको चूड़ियां पहनाने का प्रयास किया और उनके ऊपर चूड़ियां भी फेंकी। यह देख एसडीएम कार्यालय छोड़कर वहाँ से किसी तरह होमगार्डो की सुरक्षा में भागकर एक कमरे में कैद हो गए। इस दौरान भारी अफरा तफरी रही। सूचना मिलते ही सीओ केपी सिंह,व नगरा , भीमपुरा,  उभांव, सिकंदरपुर  थाने की पुलिस सहित एक प्लाटून पीएससी बुला ली गयी । इस दौरान पुलिस व आंदोलन कारियो के बीच तीखी नोक झोंक भी हुई।  अनशन कारी छट्ठू राम ने कहा कि शासन-प्रशासन को जनता की समस्या की चिंता नही है। कहा कि कांशीराम आवास और आसरा आवास को बने आठ साल से अधिक हो गए है,लेकिन अभी तक इन आवासों को गरीब और जरूरत मंद पात्रों को आवंटित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में गोंड़ जाति को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र दिया जाता रहा है, लेकिन पता नहीं किन परिस्थितियों में इस समय प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा रहा है। जिससे गोंड़ समाज के लोग सरकारी सुविधाओं और अन्य लाभकारी योजनाओं से वंचित हैं। 

चौकिया मोड़ से त्रिमुहानी,बस स्टेशन,मधुबन ढाला होते हुए तेंदुआ तक पांच किलोमीटर मार्ग जर्जर हो गया है।  लगभग 5 घण्टे जद्दोजहद के बाद एसडीएम द्वारा एक माह के अन्दर समस्याओं का निवारण करने के आश्वासन के बाद छट्ठू राम ने अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया। आला अधिकारी द्वारा इसकी सूचना मिलते ही  छुट्टी पर घर जा रहे उभांव इंस्पेक्टर योगेन्द्र बहादुर सिंह को बीच रास्ते आजमगढ़ से वापस आना पड़ा लेकिन इनके आने  तक मामला शान्त हो गया था। पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री छट्ठू राम का आरोप है कि इंस्पेक्टर उभांव द्वारा जाति सूचक शब्दो का प्रयोग करते हुए भद्दी भद्दी गालियां दी गयी। इनके खिलाफ हम न्यायालय का दरवाजा खट खटाएंगे।