हरदा रोग और कटाई में महंगाई की दोहरी मार से किसान परेशान
अभियेश मिश्र
बेल्थरारोड ( बलिया) ।। कोरोना की मार झेलने के बाद अब किसानों को धान की खेती में पीले रंग का हरदा रोग लगने के कारण दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। धान में हरदा रोग लगने से धान की पैदावार 40 प्रतिशत हो गयी है। ऊपर से धान की कटाई कराने में कम्बाइन मशीन वाले भी सरकार के द्वारा कम्बाइन में कल्चर लगाने के लिए जारी फरमान के बाद कटाई का दाम 12 सौ से 15 सौ रुपये करके किसानों के जेब पर डाका डाल रहे है। साथ ही सरकार द्वारा धान की पराली नही जलाने के आदेश और जलाने वाले पर प्रति एकड़ 5 हजार जुर्माना लगाने के बाद भी किसान पराली जलाने से सहमे हुए है।
जिसके चलते खेतो की जोताई भी महंगी हो गयी है। धान में हरदा रोग लगने से किसानों द्वारा हाथ से धान की कटाई करना भी मुश्किल हो गया है लोग संक्रमण के कारण बीमार हो जा रहे है। कम्बाइनो से धान की कटाई होने पर पूरा वायुमण्डल पीला धुंआ से भर जा रहा है। जिससे कम्बाइन ड्राइवरों को आगे की तरफ देखना भी मुश्किल है। किसान के धान, गेंहू का रेट कम होने से किसानों को आर्थिक मंदी से गुजरना पड़ रहा है।