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विभिन्न जन समस्याओं को लेकर छट्ठू राम की भूख हड़ताल दूसरे दिन भी रही जारी

 


अभियेश मिश्र

बेल्थरारोड ( बलिया ) ।।पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री छट्ठू राम द्वारा जनता की मूल भूत समस्याओं  को लेकर तहसील परिसर में  दूसरे दिन बुधवार को आमरण अनशन जारी रहा ।  उभांव पुलिस ने छट्ठू राम सहित13 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के कोविड - 19 महामारी अधिनियम 188 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है।  तहसील परिसर में अनशन स्थल पर  वक्ताओं ने प्रशासन पर जनसमस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाया। छट्ठू राम ने कहा कि शासन-प्रशासन को लोगों के मूलभूत समस्याओं से कोई मतलब नहीं रह गया है। उन्होंने  उभांव इंस्पेक्टर योगेन्द्र बहादुर सिंह पर अनशन समाप्त करने के लिए डराने- धमकाने का आरोप लगाया। कहा कि कांशीराम आवास और आसरा आवास को बने आठ साल से अधिक हो गए है,लेकिन अभी तक आवासों को गरीब और जरूरत मंद पात्रों को आवंटित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में गोंड़ जाति को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र दिया जाता रहा है, लेकिन पता नहीं किन परिस्थितियों में इस समय प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा रहा है। जिससे गोंड़ समाज के लोग सरकारी सुविधाओं और अन्य लाभकारी योजनाओं से वंचित हैं। चौकिया मोड़ से त्रिमुहानी,बस स्टेशन,मधुबन ढाला होते हुए तेंदुआ तक पांच किलोमीटर मार्ग जर्जर हो गया है। मार्ग पर प्रतिदिन हजारों छोटे-बड़े वाहनों लोड बना रहता हैं। इस मार्ग से तहसील मुख्यालय, बस स्टेशन, कृषि मंडी, देवेंद्र पीजी कॉलेज जुड़ा है।सोनाडीह फीडर के जर्जर विद्युत पोल और तार के चलते क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था लचर हो गई है। इन समस्याओं के प्रति प्रशासन उदासीन बना हुआ है। कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 23 सितंबर को आमरण अनशन शुरू करना था, लेकिन प्रशासन द्वारा तीन दिन का समय मांग अनशन स्थगित करा दिया गया था,लेकिन प्रशासन द्वारा इस दिशा में कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई।मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा। उन्होंने बताया कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।आमरण अनशन में उपेंद्र सिंह,जयराम सिंह पटेल, पतिराम चौहान,सागर पटेल,कलन्दर प्रजापति,सुकई चंद यादव,डॉ सुलोचन,महेंद्र,गुलाब,मुन्ना राजभर, गुड्डू तिवारी, शिव कुमार,चंद्रभूषण तिवारी,  सुरेमन पासवान आदि शामिल हैं।