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उन्नाव : भेड़ बकरी की तरह ट्रकों व पिकअप में आने को मजबूर प्रवासी मजदूर : कानपुर-लखनऊ बाईपास हाइवे पर समाजसेवियों ने बांटे भोजन के पैकेट पानी

उन्नाव : भेड़ बकरी की तरह ट्रकों व पिकअप में आने को मजबूर प्रवासी मजदूर : कानपुर-लखनऊ बाईपास हाइवे पर समाजसेवियों ने बांटे भोजन के पैकेट पानी
ए कुमार



उन्नाव 14 मई 2020 ।।आज कानपुर-लखनऊ बाईपास हाइवे से गुज़रने वाले भूखे प्यासे प्रवासी मज़दूरों को सर्वधर्म सर्वसमाज एकता मंच के युवाओं की ओर से लंगर में तहरी और पानी बांटा गया।लंगर बांटने वालों में नगमान अहमद के साथ फरहान खान,फ़ुजैल अहमद,शब्बन,रहबर,ज़ीशान, फुक्कन आदि युवा मौजूद रहे। हालांकि ज़रूरत बहुत बड़ी है उसके आगे यह प्रयास बहुत छोटा है।मज़दूरों का तो एक रेला है जो लगातार रातों दिन हाइवे से गुज़र रहे हैं।उसमें साइकिल,रिक्शा,टैम्पो, लोडर,पिकअप,ट्रक आदि जिसको जो साधन मिल रहा है उसमे इस बुरी तरह से भरे हुए है कि भेड़ बकरी भी इस प्रकार नही भरी जाती हैं।उसमें छोटे छोटे बच्चे महिलाएं भी हैं।और जिसके पास पैसा नहीं है वह पैदल ही चल रहा है।आज जो इंसानों का हाल देखने को मिल रहा है वह कभी सोचा भी नहीं था।महाराष्ट्र,गुजरात,मध्यप्रदेश वगैरा कई प्रदेशों से भूखे प्यासे बेबस और परेशान हाल प्रवासी मज़दूर जान हथेली पर रखकर अपने घरों को लगातार वापस जा रहे हैं।जबकि सरकार का यह दावा है कि मज़दूरों को उनके घरों को सरकार अपने खर्च पर पहुंचाने का काम कर रही है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार अपने अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं कि कोई मज़दूर पैदल या दोपहिया से यात्रा न करे।लेकिन धरातल पर यह सारे दावे फ़ेल होते दिख रहे हैं।