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गोरखपुर की मुस्लिम बेटी ने अमेरिका में बजाया काबिलियत का डंका , बनी पहली भारतीय मूल की महिला जज

गोरखपुर की मुस्लिम बेटी ने अमेरिका में बजाया काबिलियत का डंका , बनी पहली भारतीय मूल की महिला जज
ए कुमार

Samiya naseem
गोरखपुर 9 जनवरी 2020 ।। गोरखपुर की बेटी सामिया नसीम अमेरिका में जज बनकर कामयाबी की नई इबारत लिखी है। अमेरिका के अटॉर्नी जनरल विलियम बर ने शिकागो के लिए सामिया नसीम को जज के पद पर नियुक्त किया है। उन्होंने शिकागो में न्याय विभाग के मुख्य भवन में 20 दिसंबर 2019 को विशेष समारोह में शपथ लिया।
सामिया नसीम के पिता खालिद मूलत: गोरखपुर के गीता प्रेस रोड के निवासी हैं। वे अमेरिका में पेशे से वकील हैं और सामिया की मां होमायरा नसीम प्लास्टिक इंजीनियर हैं। खालिद 1978 में स्नातक की पढ़ाई करने अमेरिका चले गए थे और वहीं बस गए। वे 1991 से ही मैसाचुसेट्स के बॉयलस्टोन में रहते हैं।

Samiya naseem
सामिया नसीम पढ़ने में शुरू से ही मेधावी थीं। जज बनने से पूर्व वह अमेरिका में कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। उन्होंने 2001 में वाशिंगटन के सिमंस कॉलेज से कला स्नातक तथा जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल से 2004 में ज्यूरिस डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 2002 में यूनाइटेड किंगडम के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून और शरणार्थी कानून का भी अध्ययन किया है ।
सामिया के पिता व माता बॉयलस्टोन शहर के नियोजन बोर्ड की एक निर्वाचित सदस्य भी हैं और 2016 में बर्नी के लिए एक राष्ट्रीय प्रतिनिधि थीं। सामिया के जज बनने पर गीताप्रेस मोहल्ले में हर्ष का माहौल है। लेखक व पत्रकार मो. सैय्यद आसिम रउफ  ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि साइमा नसीम के जज बनने से पूर्वांचल ही नहीं देश का मान बढ़ा है। ऐसी बेटियों पर गर्व है।


- फोटो : सोशल मीडिया।
पूर्वांचल की बेटियां प्रति दिन एक नया इतिहास रच रही हैं। शिक्षा ,स्वास्थ्य, रक्षा ,न्याय , प्रशासनिक आदि क्षेत्रों में यहां की बेटियों ने सफलता की नई नई इबारत लिखी है। कामयाबी के इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए गोरखपुर की बेटी सामिया नसीम ने अमेरिका में जज बनकर गोरखपुर ही नहीं बल्कि पूरे भारत का गौरव बढ़ाया है।