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दुबहड़ बलिया : अनवरत जलवृष्टि से हजारों हेक्टेयर फसल बर्बाद :फसल बर्बाद होने से किसानों की टूटी कमर , ब्याज पर कर्ज लेकर खेती करने वाले बटाईदार किसान भूखमरी के कगार पर,किसानों ने शासनिक प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर मुआवजा की लगाई गुहार

अनवरत जलवृष्टि से हजारों हेक्टेयर फसल बर्बाद :फसल बर्बाद होने से किसानों की टूटी कमर , ब्याज पर कर्ज लेकर खेती करने वाले बटाईदार किसान भूखमरी के कगार पर,किसानों ने शासनिक प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर मुआवजा की लगाई गुहार











दुबहड़ बलिया 6 अक्टूबर 2019 ।। अनवरत अतिवृष्टि के कारण क्षेत्र के हजारों किसानों पर संकट के बादल छा गए हैं। दुबहड़, बसरीकापुर, जनाड़ी, नगवा,घोड़हरा, भरसर सहित विशेषकर रामपुर टिटही गांव के किसानों की कामर्शियल फसलों की काफी क्षति हुई है। किसानगण रामपुर टिटीही निवासी नागेश्वर सिंह, मदन साहनी, श्रीकृष्ण वर्मा, अजीत सिंह, भूपेंद्र सिंह, दिनेश यादव, अजीत यादव, दशरथ यादव, हरेंद्र राम, धीरज सिंह, दिग्विजय सिंह, पिंटू सिंह, प्रमोद सिंह, शिवशरण वर्मा, मुक्तेश्वर वर्मा आदि ने बताया कि हम लोग प्रत्येक वर्ष अपने खेतों में अचार भरने वाला मिर्चा, गोभी, बैगन, टमाटर, मक्का आदि की हजारों हेक्टेयर में खेती करते हैं। इस वर्ष  अनवरत वर्षा के कारण हम लोगों के सारे फसलों में लगभग तीन से चार फीट तक पानी लगने के कारण फसलें या तो नष्ट हो गई हैं या डूब गई हैं।
बटाईदार किसानों ने बताया कि हम लोग दूसरे से ब्याज पर कर्ज लेकर लगभग ₹15000/= पर बीघा जमींदारों से खेत लिए थे। एक बीघा मिर्चा की खेती में लगभग 20 से ₹30000 खर्च होते हैं। जो सारा नुकसान हो गया। बताया कि राजस्व विभाग का कोई भी जिम्मेदार संबंधित अधिकारी अभी तक सर्वेक्षण करने तक  नहीं आया। प्रत्येक वर्ष क्षति का सर्वेक्षण भी किया जाता है तो केवल संबंधित विभाग द्वारा कागजी कोरम पूरा कर लिया जाता है। जिसके कारण किसानों को सरकार द्वारा उचित मुआवजा नहीं मिल पाता है। किसानों ने रोते बिलखते हुए कहा कि यदि अविलंब हमें सरकार की तरफ से आर्थिक मुआवजा नहीं मिला तो हम लोग भूखों मर जाएंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
 इस संबंध में किसानों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, सांसद एवं राज्य मंत्री आदि को पत्र लिखकर फसल क्षतिपूर्ति मुआवजा देने की मांग की है।