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बलिया : एमसीपी कार्ड में रहेगी मां और बच्चे की स्वास्थ्य कुंडली : चित्रों के माध्यम से बीमारियों के लक्षण व उपायों की दी जाएगी जानकारी,प्रसव पूर्व एवं पश्चात जच्चा-बच्चा की होंगी अहम जानकारियां

एमसीपी कार्ड में रहेगी मां और बच्चे की स्वास्थ्य कुंडली :चित्रों के माध्यम से बीमारियों के लक्षण व उपायों की दी जाएगी जानकारी,प्रसव पूर्व एवं पश्चात जच्चा-बच्चा की होंगी अहम जानकारियां



बलिया, 16 सितंबर 2019 – जनपद के ए०एन०एम० ट्रेनिंग सेंटर में मातृ एवं शिशु सुरक्षा (एमसीपी) कार्ड को लेकर एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का रविवार को आयोजन किया गया। कार्यशाला में मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड की फीडिंग के बारे में जानकारी दी गयी। कार्यशाला में ब्लॉक एवं शहरी प्रभारी चिकित्साधिकारी, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर (बीपीएम) और ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) को प्रशिक्षित किया गया।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संयुक्त रूप से जारी ‘मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड’ यानि एमसीपी कार्ड में मां और बच्चों के बारे में विस्तृत रूप से स्वास्थ्य जानकारी अंकित करने का निर्णय लिया गया है।
यूनिसेफ के मंडलीय समन्वयक एवं प्रशिक्षक साजिद अली ने बताया इससे पहले एमसीपी कार्ड 18 पेजों का था जिसको अपडेट करके 40 पेजों का किया गया है जिसमें माता-पिता और घर के परिजनों को भी अपने बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए शामिल किया गया है। उन्होने कहा यह नया कार्ड एक स्वास्थ्य कुंडली की तरह से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही संबंधित अभिभावकों को काफी सहूलियत देगा। उन्होंने बताया नए कार्ड में बच्चे के विकास के बारे में संकेतक बताए गए हैं, ताकि माता अपने बच्चे के सामान्य और असामान्य स्थिति को समझ सके। स्थिति असामान्य होने पर तत्काल चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करायी जा सके।
एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डॉक्टर एके मिश्रा ने बताया कार्ड में चित्रों के माध्यम से होने वाली परेशानियों के साथ ही लक्षण व निदान का भी मुख्य रूप से उल्लेख अथवा अंकन किया गया है। प्रसव के लगभग डेढ़ वर्ष तक बच्चों को लगने वाले टीके के बारे में कब, कहां और कैसे लगेंगे, का भी जिक्र है। इस कार्ड से मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड निश्चय ही स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही लाभार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इसके तहत गर्भावस्था, प्रसव के बाद भी डेढ़ वर्ष तक लगने वाले टीकाकरण के बारे में विशेष फोकस किया गया है।
यूनिसेफ के जिला समन्वयक नसीम खान ने बताया कार्ड पर माता-पिता अथवा परिवार के किसी भी  व्यक्ति का मोबाइल नंबर भी अंकित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी चिकित्सक बतौर प्रशिक्षक अपने-अपने ब्लॉको में जाकर एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी को प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि सभी ए एन एम माताओं को एमसीपी कार्ड उपलब्ध कराने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में भी जानकारी देती रहेंगी।