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बलिया में दो प्राथमिक शिक्षकों पर लटकी बर्खास्तगी की तलवार ? तो क्या बचाने में लगे है खण्ड शिक्षा अधिकारी रसड़ा सरकार,जिलाधिकारी बलिया से शिकायत के बाद जांच में क्यो रोड़ा अटका रहे है खंड शिक्षा अधिकारी रसड़ा

बलिया में दो प्राथमिक शिक्षकों पर लटकी बर्खास्तगी की तलवार ? तो क्या बचाने में लगे है खण्ड शिक्षा अधिकारी रसड़ा सरकार,जिलाधिकारी बलिया से शिकायत के बाद जांच में क्यो रोड़ा अटका रहे है खंड शिक्षा अधिकारी रसड़ा

बलिया 24 सितम्बर 2019 ।। रसड़ा क्षेत्र के मनोज कुमार समाजसेवी द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत दो शिक्षकों की नियुक्ति और प्रमाण पत्रों की सत्यता पर सवाल उठाते हुए जिलाधिकारी बलिया भवानी सिंह खंगारौत से लिखित शिकायत की गयी है । जिसके आधार पर जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया से सम्बंधित शिक्षकों की मूल पत्रावलियों को प्रमाण पत्रों के साथ तलब की है । इस आदेश के क्रम में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी खण्ड शिक्षा अधिकारी रसड़ा से अपने पत्रांक संख्या-शिविर-3396-99/2019-20 दिनांक 11.9.19 के माध्यम से 3 दिवस में सम्बंधित शिक्षकों की पत्रावलियों को बेसिक कार्यालय में प्रस्तुत करने का आदेश दिया है । बावजूद इसके ये पत्रावलियां 23 सितम्बर 2019 तक बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय तक नही पहुंची थी । इस संबंध में जब खंड शिक्षा अधिकारी रसड़ा प्रभात श्रीवास्तव के मोबाइल नम्बर 7376349956 से बात की गयी तो उनका कहना था कि नही पहुंची है तो बीएसए साहब से रिमाइंडर भिजवा दीजिये , इसमें इतनी तेजी की क्या बात है ।
  सवाल यह उठता है कि जब जिलाधिकारी बलिया इस शिकायत को गंभीर प्रकरण मानते हुए गंभीरता से ले रहे है , बीएसए भी इसके लिये तुरंत सक्रियता दिखाते है तो खण्ड शिक्षा अधिकारी रसड़ा की सुस्ती और गैर जिम्मेदाराना बयान कही आरोपी शिक्षकों को बचाने का प्रयास तो नही है ? आखिर समय से आरोपी शिक्षकों की मूल पत्रावलियों को बीएसए बलिया के समक्ष प्रस्तुत करने में खंड शिक्षा अधिकारी रसड़ा को प्रस्तुत करने में अड़चन क्या है ? क्या इनके सामने जिलाधिकारी का या बेसिक शिक्षा अधिकारी का पहली बार गया पत्र कोई मायने नही रखता है ? क्या बिना रिमाइंडर के रिपोर्ट भेजने में ये अपनी तौहीन समझते है ? इन सारे सवालों का जबाब बीएसए बलिया को तलाशना जरूरी है । बताते दे कि मनोज सिंह समाजसेवी ने प्राथमिक विद्यालय बस्ती रसड़ा पर तैनात प्र अ राजकुमार सिंह और प्राथमिक विद्यालय जाम रसड़ा पर तैनात प्र अ राजेश कुमार सिंह की नियुक्तियों और शैक्षणिक योग्यताओ पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए जिलाधिकारी बलिया से लिखित शिकायत की है । समय से अगर खंड शिक्षा अधिकारी रसड़ा अपनी रिपोर्ट और पत्रावलियों को प्रस्तुत कर दिये होते तो अबतक दूध का दूध और पानी का पानी हो गया होता ।