27 व 28 सितम्बर को बलिया में उद्यम समागम का आयोजन :वन डिस्ट्रिक्ट वन उत्पाद के तहत स्वरोजगार व रोजगार सृजन से जुड़ी दी जाएगी जानकारी ,बाहर से आमंत्रित होंगे उद्यमी, जिले के औद्योगिक विकास के लिए किया जाएगा प्रोत्साहित
27 व 28 सितम्बर को बलिया में उद्यम समागम का आयोजन :वन डिस्ट्रिक्ट वन उत्पाद के तहत स्वरोजगार व रोजगार सृजन से जुड़ी दी जाएगी जानकारी ,बाहर से आमंत्रित होंगे उद्यमी, जिले के औद्योगिक विकास के लिए किया जाएगा प्रोत्साहित
बलिया 13 सितम्बर 2019 ।। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत शहर के टाउन हाल में 27 व 28 सितम्बर को उद्यम समागम (इनवेस्टर समिट) का आयोजन होगा। इसमें औद्योगिक विकास के माध्यम से बेरोजगारों को स्वरोजगार व रोजगार सृजन की अहम जानकारी दी जाएगी। उद्यम समागम के आयोजन का उद्देश्य यह है कि जिले के लोगों को जिले में ही रोजगार के अवसर मिले, स्वरोजगार की जानकारी हो और खुद के बल पर आर्थिक उन्नति कर सके। इसमें बड़े उद्योगपतियों को आमंत्रित कर यहां उद्योग धंधे लगाने को प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस सम्बन्ध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विपीन कुमार जैन (आईएएस) ने प्रेसवार्ता कर कार्यक्रम की पूरी जानकारी दी। कहा कि बलिया कृषि प्रधान जिला है और आजीविका का मुख्य साधन भी कृषि ही है। लेकिन रोजगार के संसाधन कम होते जाने की वजह से उद्योग धंधों की तरफ जाना जरूरी हो गया है।
बिंदी उत्पादन में आने वाली बाधाओं को किया जाएगा दूर
- ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विपिन जैन ने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद में बिंदी उत्पादन रहा है। लेकिन इसके विकास में कुछ रूकावटें आईं, जिसे चिन्हित किया गया। अब उसे दूर करने के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर की स्थापना होगी। बिंदी उत्पादन से जुड़े लोगों को सरकारी क्षेत्र से आने वाली दिक्कतें दूर हो जाएंगी तो निश्चित रूप से लोग इस उद्योग को लगाने को प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि बिंदी उत्पादन के लिए टेक्नालॉजी अपग्रेड करना, रॉ मैटेरियल बैंक का गठन करना, देश व विदेश में बिंदी उत्पाद की विक्री के लिए मार्केटिंग के सोर्स उपलब्ध कराने की व्यवस्था होगी।
उद्यमियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
- जिले में उद्योग की स्थापना के लिए पूंजी निवेश करने वाले विशिष्ट उद्यमियों व व्यापारियों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्हें आश्वस्त किया जाएगा कि उनको यहां कोई दिक्कत नहीं होगी। बकायदा उनके साथ एक अनुबंध होगा। अगर भूमि की जरूरत होगी तो माधोपुर या जिगनी खास में इंडस्ट्रियल एरिया है, वहां रियायती दरों पर कुछ औपचारिकताएं पूरी कर भूमि आवंटित की जाएगी। अगर उद्यमी भूमि खरीदना चाहे तो उसे रजिस्ट्री पर शत प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी फ्री मिलेगा। इसके अलावा 90 फीसदी तक की सब्सिडी दी जाएगी।
हेल्प डेस्क से राह होगी आसान
- व्यापारियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जिला उद्योग केंद्र कार्यालय पर हेल्प डेस्क की व्यवस्था होगी, जो 13 सितम्बर से कार्य करना शुरू कर देगी। इसके तहत उद्योग स्थापना के लिए पूंजी निवेशकों को विभिन्न विभागों द्वारा आवश्यक एनओसी व स्वीकृति आसानी से प्रदान की जा सकेगी।
घर बैठे करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
- रजिस्ट्रेशन करवाने के इच्छुक उद्यमी, चाहे व जिले के हों या जिले से बाहर के, उनके लिए घर बैठे रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा दी गयी है। इसके लिए पर ईमेल dicballia@gmail. com पर अपनी रिक्वेस्ट भेज सकते हैं। इसके बाद उनको ई-मेल पर ही रजिस्ट्रेशन फार्म उपलब्ध करा दिया जाएगा। उसे भर कर फिर मेल करके आसानी से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। रजिस्टर्ड व्यक्ति को एक आईडी कार्ड उद्यम समागम स्थल पर ही जारी किया जाएगा।
बलिया 13 सितम्बर 2019 ।। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत शहर के टाउन हाल में 27 व 28 सितम्बर को उद्यम समागम (इनवेस्टर समिट) का आयोजन होगा। इसमें औद्योगिक विकास के माध्यम से बेरोजगारों को स्वरोजगार व रोजगार सृजन की अहम जानकारी दी जाएगी। उद्यम समागम के आयोजन का उद्देश्य यह है कि जिले के लोगों को जिले में ही रोजगार के अवसर मिले, स्वरोजगार की जानकारी हो और खुद के बल पर आर्थिक उन्नति कर सके। इसमें बड़े उद्योगपतियों को आमंत्रित कर यहां उद्योग धंधे लगाने को प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस सम्बन्ध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विपीन कुमार जैन (आईएएस) ने प्रेसवार्ता कर कार्यक्रम की पूरी जानकारी दी। कहा कि बलिया कृषि प्रधान जिला है और आजीविका का मुख्य साधन भी कृषि ही है। लेकिन रोजगार के संसाधन कम होते जाने की वजह से उद्योग धंधों की तरफ जाना जरूरी हो गया है।
बिंदी उत्पादन में आने वाली बाधाओं को किया जाएगा दूर
- ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विपिन जैन ने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद में बिंदी उत्पादन रहा है। लेकिन इसके विकास में कुछ रूकावटें आईं, जिसे चिन्हित किया गया। अब उसे दूर करने के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर की स्थापना होगी। बिंदी उत्पादन से जुड़े लोगों को सरकारी क्षेत्र से आने वाली दिक्कतें दूर हो जाएंगी तो निश्चित रूप से लोग इस उद्योग को लगाने को प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि बिंदी उत्पादन के लिए टेक्नालॉजी अपग्रेड करना, रॉ मैटेरियल बैंक का गठन करना, देश व विदेश में बिंदी उत्पाद की विक्री के लिए मार्केटिंग के सोर्स उपलब्ध कराने की व्यवस्था होगी।
उद्यमियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
- जिले में उद्योग की स्थापना के लिए पूंजी निवेश करने वाले विशिष्ट उद्यमियों व व्यापारियों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्हें आश्वस्त किया जाएगा कि उनको यहां कोई दिक्कत नहीं होगी। बकायदा उनके साथ एक अनुबंध होगा। अगर भूमि की जरूरत होगी तो माधोपुर या जिगनी खास में इंडस्ट्रियल एरिया है, वहां रियायती दरों पर कुछ औपचारिकताएं पूरी कर भूमि आवंटित की जाएगी। अगर उद्यमी भूमि खरीदना चाहे तो उसे रजिस्ट्री पर शत प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी फ्री मिलेगा। इसके अलावा 90 फीसदी तक की सब्सिडी दी जाएगी।
हेल्प डेस्क से राह होगी आसान
- व्यापारियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जिला उद्योग केंद्र कार्यालय पर हेल्प डेस्क की व्यवस्था होगी, जो 13 सितम्बर से कार्य करना शुरू कर देगी। इसके तहत उद्योग स्थापना के लिए पूंजी निवेशकों को विभिन्न विभागों द्वारा आवश्यक एनओसी व स्वीकृति आसानी से प्रदान की जा सकेगी।
घर बैठे करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
- रजिस्ट्रेशन करवाने के इच्छुक उद्यमी, चाहे व जिले के हों या जिले से बाहर के, उनके लिए घर बैठे रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा दी गयी है। इसके लिए पर ईमेल dicballia@gmail. com पर अपनी रिक्वेस्ट भेज सकते हैं। इसके बाद उनको ई-मेल पर ही रजिस्ट्रेशन फार्म उपलब्ध करा दिया जाएगा। उसे भर कर फिर मेल करके आसानी से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। रजिस्टर्ड व्यक्ति को एक आईडी कार्ड उद्यम समागम स्थल पर ही जारी किया जाएगा।