बलिया : दुबेछपरा के बाढ़ पीड़ितों के लिये संकटमोचक बनी एनडीआरएफ की 11 वीं वाहिनी टीम , बाढ़ में घिरे 500 लोगो को टीम ने अबतक पहुंचाया सुरक्षित स्थान
दुबेछपरा के बाढ़ पीड़ितों के लिये संकटमोचक बनी एनडीआरएफ की 11 वीं वाहिनी टीम , बाढ़ में घिरे 500 लोगो को टीम ने अबतक पहुंचाया सुरक्षित स्थान
डॉ सुनील ओझा
दुबेछपरा बलिया 18 सितम्बर 2019 ।। तहसील बैरिया के दुबेछपरा में 11 वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें बाढ़ राहत बचाव कार्य में जुट कर बाढ़ मेंं फंसे लोगों के लियेे संकट मोचक बनी हुई है । रिंग बंधा टूटने के बाद क्षेत्रीय लोगो पर आयी आफत के समय 11 वी वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीमें 06 नावों और 50 बचाव कर्मियों के साथ तहसील बैरिया दुबे छपरा में तैनात हैं । इन दोनो टीमों के साथ गोताखोर , पैरामेडिक्स
टेकनीशियन, आदि डीप डाइविंग सेट ,लाइफ ब्वॉय, लाइफ जैकेट,व अन्य बचाव उपकरणों के साथ बाढ़ राहत बचाव कार्य में लगातार जुटी हुई है। गंगा नदी के किनारे बने रिंग बांध के टूटने के कारण बांध के नजदीक आसपास के गांवों दुबे छपरा, गोपालपुर, प्रसाद छपरा, उदय छपरा, बुद्धन चौक, दया छपरा, टैंगरही, मिस्र गिरी के मठिया, चितामाड राय के ढोला व अन्य आसपास के गांवों में बहुत ज्यादा पानी भरने से लगभग हजारों की आबादी जलमग्न हो गई है। एनडीआरएफ ने अपने आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल करते रिंग बांध के घेरे में जितने भी गांव हैं एनडीआरएफ के द्वारा लाउडस्पीकर से घोषणा की जा रही है कि लगातार गंगा नदी के पानी का स्तर बढ़ रहा है आप लोग गांव छोड़कर सुरक्षित स्थान पर निकलने की कोशिश करें ।अब तक बाढ़ में फंसे लगभग 500 से ज्यादा लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। जिसमें सबसे पहले प्राथमिकता बुजुर्गों, गर्भवती महिलाएं, और विकलांगों व बच्चों को दी जा रही है, इस ऑपरेशन के दौरान टीमों का संचालन निरीक्षक गोपी गुप्ता और उपनिरीक्षक विक्रम सिंह के द्वारा किया जा रहा है। अभी भी एनडीआरएफ की टीमें लगातार बाढ़ राहत बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
डॉ सुनील ओझा
दुबेछपरा बलिया 18 सितम्बर 2019 ।। तहसील बैरिया के दुबेछपरा में 11 वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें बाढ़ राहत बचाव कार्य में जुट कर बाढ़ मेंं फंसे लोगों के लियेे संकट मोचक बनी हुई है । रिंग बंधा टूटने के बाद क्षेत्रीय लोगो पर आयी आफत के समय 11 वी वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीमें 06 नावों और 50 बचाव कर्मियों के साथ तहसील बैरिया दुबे छपरा में तैनात हैं । इन दोनो टीमों के साथ गोताखोर , पैरामेडिक्स
टेकनीशियन, आदि डीप डाइविंग सेट ,लाइफ ब्वॉय, लाइफ जैकेट,व अन्य बचाव उपकरणों के साथ बाढ़ राहत बचाव कार्य में लगातार जुटी हुई है। गंगा नदी के किनारे बने रिंग बांध के टूटने के कारण बांध के नजदीक आसपास के गांवों दुबे छपरा, गोपालपुर, प्रसाद छपरा, उदय छपरा, बुद्धन चौक, दया छपरा, टैंगरही, मिस्र गिरी के मठिया, चितामाड राय के ढोला व अन्य आसपास के गांवों में बहुत ज्यादा पानी भरने से लगभग हजारों की आबादी जलमग्न हो गई है। एनडीआरएफ ने अपने आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल करते रिंग बांध के घेरे में जितने भी गांव हैं एनडीआरएफ के द्वारा लाउडस्पीकर से घोषणा की जा रही है कि लगातार गंगा नदी के पानी का स्तर बढ़ रहा है आप लोग गांव छोड़कर सुरक्षित स्थान पर निकलने की कोशिश करें ।अब तक बाढ़ में फंसे लगभग 500 से ज्यादा लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। जिसमें सबसे पहले प्राथमिकता बुजुर्गों, गर्भवती महिलाएं, और विकलांगों व बच्चों को दी जा रही है, इस ऑपरेशन के दौरान टीमों का संचालन निरीक्षक गोपी गुप्ता और उपनिरीक्षक विक्रम सिंह के द्वारा किया जा रहा है। अभी भी एनडीआरएफ की टीमें लगातार बाढ़ राहत बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।