बलिया : एक अधिशासी अधिकारी , मंत्री विधायक डीएम सभासदों पर भारी : सबके विरोध के वावजूद अपना स्थानांतरण निरस्त कराकर बलिया वापस पहुंचे ईओ डीके विश्वकर्मा
बलिया : एक अधिशासी अधिकारी , मंत्री विधायक डीएम सभासदों पर भारी : सबके विरोध के वावजूद अपना स्थानांतरण निरस्त कराकर बलिया वापस पहुंचे ईओ डीके विश्वकर्मा
बलिया 6 अगस्त 2019 ।। चाहे जिलाधिकारी डीओ लेटर लिखे हो , चाहे नगर पालिका के बोर्ड ने सर्वसम्मति से ईओ को हटाने का प्रस्ताव भेजकर भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग की हो , चाहे फेफना विधायक व प्रदेश सरकार के मंत्री उपेन्द्र तिवारी जी व सदर विधायक स्वयं नगर विकास मंत्री और निदेशक प्रशासन नगर निकाय से ईओ के स्थानांतरण की मांग किये हो , यह सब पिछली सरकारों की तरह ही शासन में बैठे अधिकारियों के सामने कोई मायने नही रखता है । जी हां, हम बात कर रहे है बलिया नगर पालिका परिषद के ईओ डीके विश्वकर्मा की जिन्होंने अपने शासन में प्रबंधकीय चातुर्य के बल पर अकेले ही मंत्री जी विधायक जी जिलाधिकारी और सभासदों को परास्त कर पुनः बलिया के लिये अपना आदेश करा लिया है । जबकि इस अधिकारी की सभासदों द्वारा तमाम वित्तीय अनियमितता की शिकायत जिलाधिकारी से लेकर प्रमुख सचिव तक , विधायक मंत्री से लेकर नगर विकास मंत्री और मुख्यमंत्री तक लिखित रूप से की है जिस पर शासन में बैठे लोगों ने अब तक निर्णय नही लिया है , लेकिन स्थानांतरण आदेश बदलने में देर नही की ।बता दे कि बलिया में जब से इन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण किया है , चेयरमैन और सभासदों के बीच हमेशा महाभारत हुई है और कही न कही इस परिस्थिति के लिये सभासद ईओ को ही फूट डालो राज करो की नीति को जिम्मेदार ठहराते है । अब देखना है कि अपने वसूलों के पक्के जिलाधिकारी बलिया एक बार फिर से डीके विश्वकर्मा को चार्ज दिलवाते है या पुनः डीओ लेटर लिखते है ?
बलिया 6 अगस्त 2019 ।। चाहे जिलाधिकारी डीओ लेटर लिखे हो , चाहे नगर पालिका के बोर्ड ने सर्वसम्मति से ईओ को हटाने का प्रस्ताव भेजकर भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग की हो , चाहे फेफना विधायक व प्रदेश सरकार के मंत्री उपेन्द्र तिवारी जी व सदर विधायक स्वयं नगर विकास मंत्री और निदेशक प्रशासन नगर निकाय से ईओ के स्थानांतरण की मांग किये हो , यह सब पिछली सरकारों की तरह ही शासन में बैठे अधिकारियों के सामने कोई मायने नही रखता है । जी हां, हम बात कर रहे है बलिया नगर पालिका परिषद के ईओ डीके विश्वकर्मा की जिन्होंने अपने शासन में प्रबंधकीय चातुर्य के बल पर अकेले ही मंत्री जी विधायक जी जिलाधिकारी और सभासदों को परास्त कर पुनः बलिया के लिये अपना आदेश करा लिया है । जबकि इस अधिकारी की सभासदों द्वारा तमाम वित्तीय अनियमितता की शिकायत जिलाधिकारी से लेकर प्रमुख सचिव तक , विधायक मंत्री से लेकर नगर विकास मंत्री और मुख्यमंत्री तक लिखित रूप से की है जिस पर शासन में बैठे लोगों ने अब तक निर्णय नही लिया है , लेकिन स्थानांतरण आदेश बदलने में देर नही की ।बता दे कि बलिया में जब से इन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण किया है , चेयरमैन और सभासदों के बीच हमेशा महाभारत हुई है और कही न कही इस परिस्थिति के लिये सभासद ईओ को ही फूट डालो राज करो की नीति को जिम्मेदार ठहराते है । अब देखना है कि अपने वसूलों के पक्के जिलाधिकारी बलिया एक बार फिर से डीके विश्वकर्मा को चार्ज दिलवाते है या पुनः डीओ लेटर लिखते है ?