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बलिया के लाल ने जीता बेहतरीन आर्ट डायरेक्शन का राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड : घोड़हरा बिसेनी डेरा निवासी नीरज सिंह को फिल्म एकांत के लिए मिला नेशनल फिल्म पुरस्कार

बलिया के लाल ने जीता  बेहतरीन आर्ट डायरेक्शन का राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड : घोड़हरा बिसेनी डेरा निवासी नीरज सिंह को फिल्म एकांत के लिए मिला नेशनल फिल्म पुरस्कार


दुबहड़ बलिया 12 अगस्त 2019 ।। कहा जाता है कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। यदि व्यक्ति के मन में दृढ़ इच्छाशक्ति एवं ललक हो तो वह अपने किसी भी ऊंचाई को छू सकता है। इस कहावत को घोड़हरा बिसेनीडेरा निवासी नीरज सिंह चंदन ने चरितार्थ कर दिखाया है।
 बलिया से मुंबई तक का सफर करने वाले नीरज को सार्थक भसीन द्वारा निर्देशित नॉन फीचर फिल्म एकांत में आर्ट डायरेक्शन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया है। यह खबर सुनकर परिजनों सहित गांव एवं क्षेत्र के लोग फूले नहीं समा रहे हैं। साधारण परिवार में जन्मे नीरज सिंह की प्रारंभिक शिक्षा बलिया में होने के बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से फाइन आर्ट्स एंड विजुअल आर्ट फैकेल्टी में डिप्लोमा प्राप्त की। उसके बाद पुणे स्थित फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट से प्रोडक्शन डिजाइन ऐण्ड आर्ट डायरेक्शन में महारत हासिल किया। उसके बाद  उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने अपने आर्ट डायरेक्शन में कई फिल्मों में काम किया। अंततः सार्थक भसीन द्वारा निर्देशित फिल्म एकान्त में सफल आर्ट डाईरेकशन  के लिए उनका नाम स्पेशल जूरी द्वारा राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड के लिए चयनित किया गया। नीरज के पिता भगवत सिंह आध्यात्मिक विचारों के व्यक्ति हैं। मां सुनैना देवी शुद्ध से गांव की गृहणी हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरा बेटा इतना बड़ा पुरस्कार पाएगा। नीरज सिंह ने दूरभाष पर बताया कि बलिया जैसे पिछड़े जिला के लोगों का योगदान फिल्म इंडस्ट्री में नहीं के बराबर है। भविष्य में मेरा यह प्रयास रहेगा कि अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ बलियावासियों का भी प्रतिनिधित्व फिल्म इंडस्ट्री में हो। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजे जाने के खबर सुनकर उनके दरवाजे पर गांव एवं क्षेत्र के लोगो को बधाइयां एवं शुभकामनाएं देने का ताता लगा हुआ है।