बोले पीएम मोदी : अनुच्छेद 370 पर एक देश-एक परिवार के तौर पर हमने ऐतिहासिक फैसला लिया है, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हुई नये युग की शुरुआत
नईदिल्ली 8 अगस्त 2019 ।। पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 व 35 A क्यो हटायी गयी , इसको विस्तार से बताया । पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें निम्न है :-
- अनुच्छेद-370 का इस्तेमाल पाकिस्तान हथियार के रूप में करता था।
- हालात सुधरते की जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य बनाया जाएगा।
- दशकों के परिवारवाद ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को नेतृत्व का मौका ही नहीं दिया।
- लद्दाख के नौजवानों को अच्छे शिक्षा संस्थान मिलेंगे, जनता को अच्छे अस्पताल मिलेंगे
जम्मू-कश्मीर पर चल रही चर्चा के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी का देश के नाम यह संबोधन ऐसे समय पर हुआ, जब स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से राष्ट्र के नाम उनके औपचारिक संबोधन में कुछ ही दिन बाकी हैं।
पीएम मोदी का संबोधन
- अनुच्छेद 370 पर एक देश-एक परिवार के तौर पर हमने ऐतिहासिक फैसला लिया है।
- मैं जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूरे देश की जनता को बधाई देना चाहता हूं। यहां एक नए युग की शुरुआत हुई है।
- जम्मू-कश्मीर के लोग अबतक कई अधिकारों से वंचित थे।
- अनुच्छेद 370 का इस्तेमाल पाकिस्तान हथियार के रूप में करता था
- देश ने लिया ऐतिहासिक फैसला, लोगों के हक और दायित्व अब पूरे देश में समान।
- 370 और 35ए ने जम्मू-कश्मीर लोगों को भावनाएं भड़काने के अलावा कुछ नहीं दिया।
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का विकास उस गति से नहीं हो पाया था जो जरूरी थी।
- इस फैसले से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को वर्तमान सुधरेगा ही, भविष्य भी सुरक्षित होगा।
- अनुच्छेद 370 और 35ए ने अलगाववाद और भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं दिया।
- कोई कल्पना नहीं कर सकता कि संसद इतनी बड़ी संख्या में कानून बनाए और देश के एक हिस्से में वे कानून लागू ही नहीं हो।
- जम्मू-कश्मीर के बच्चे अब तक शिक्षा के अधिकार से वंचित थे, अब ऐसा नहीं होगा
- जम्मू-कश्मीर के सफाई कर्मचारियों को वो अधिकार नहीं मिल रहे थे जो बाकी देश के सफाई कर्मियों को मिल रहे थे।
- जम्मू-कश्मीर की बेटियों को भी अब वही अधिकार मिल सकेंगे जो पूरे देश की बेटियों को मिलते हैं।
- तीन दशक में 42 हजार निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
- हालात सुधरते की जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य बनाया जाएगा।
- पूरा विश्वास है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद पंचायत सदस्य नई व्यवस्था में कमाल का काम करेंगे।
- जम्मू-कश्मीर की जनता अलगाववाद को हराकर नई ऊर्जा और नए सपनों के साथ आगे बढ़ेगी।
- दशकों के परिवारवाद ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को नेतृत्व का मौका ही नहीं दिया।
- अब जम्मू के युवा नेतृत्व में भागीदार बनेंगे और राज्य को नई ऊचाइयों पर ले जाएंगे।
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दुनिया का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र बन सकता है, लेकिन इसके लिए हर देशवासी के साथ की जरूरत।
- जम्मू-कश्मीर में महिला पंचों ने कमाल का काम किया।
- जम्मू-कश्मीर के बारे में फिल्म उद्योग जरूर सोचें।
- मैं राज्य के गवर्नर से ये भी आग्रह करूंगा कि ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल का गठन, जो पिछले दो-तीन दशकों से लंबित है, उसे पूरा करने का काम भी जल्द से जल्द किया जाए।
- जम्मू-कश्मीर के केसर का रंग हो या कहवा का स्वाद, कश्मीरी शॉल हो या कलाकृति, ऑर्गेनिक प्रोडक्ट हो या दवाएं, इन सबका प्रसार दुनिया भर में करने की जरूरत है।
- केंद्रशासित राज्य बनने के बाद लद्दाख का विकास भारत सरकार की स्वाभाविक जिम्मेदारी।
- अब लद्दाख के नौजवानों को अच्छी शिक्षा के लिए बेहतर संस्थान मिलेंगे, जनता को अच्छे अस्पताल मिलेंगे, बेहतर आधुनिकीकरण होगा।
- जिन्हें इस फैसले पर मतभेद, मैं उनके मतभेदों का सम्मान करता हूं लेकिन देशहित को सर्वोपरि रखते हुए बात करें।
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों की चिंता इस देश के 130 करोड़ लोगों की भी चिंता है।
- लद्दाख में स्पिरिचुअल टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म और इको टूरिज्म का सबसे बड़ा केंद्र बनने की क्षमता है। लद्दाख सोलर पावर जेनरेशन का भी बड़ा केंद्र बन सकता है।
- भारतीय संविधान में विश्वास करने वाले सभी लोग बेहतर जीवन जीने के अधिकारी हैं। उन्हें उनके सपने पूरे करने का मौका मिले, यह उनका हक है।
- मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि धीरे-धीरे समस्याएं कम हो जाएंगी।
- ईद आने वाली है। ईद मनाने में जम्मू-कश्मीर के लोगों को कोई समस्या न हो, इसका केंद्र सरकार पूरा ध्यान रख रही है। जो लोग बाहर रहते हैं और ईद मनाना घर जाना चाहते हैं सरकार उनकी पूरी मदद कर रही है।
- जम्मू-कश्मीर हमारे देश का मुकुट है, इसकी रक्षा के लिए राज्य के कितने ही बेटे-बेटियों ने बलिदान किया है। पुंछ जिले के मौलवी गुलामदीन ने साल 1965 की लड़ाई में पाक घुसपैठियों के बारे में भारतीय सेना को बताया था।
- अनुच्छेद 370 से मुक्ति एक सच्चाई है, लेकिन सच्चाई ये भी है कि इस समय ऐहतियात के तौर पर उठाए गए कदमों की वजह से जो परेशानी हो रही है, उसका मुकाबला भी वही लोग कर रहे हैं।
- कुछ मुट्ठी भर लोग जो वहां हालात बिगाड़ना चाहते हैं, उन्हें जवाब भी वहां के स्थानीय लोग दे रहे हैं।