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बलिया मे स्कूली पहलवानों का पड़ा अकाल : कुल 80 की जगह मात्र चुने गये 6 पहलवान, एक पहलवान ने डीएम को भेजा पत्र, मांगी खेलने की इजाजत


 जिलाधिकारी बलिया को पत्र देकर स्कूली पहलवान ने की कुश्ती में खेलने की गुजारिश 

 सूचना नहीं मिलने से ट्रायल मे शामिल नहीं हो पाया यह पहलवान 

 बलिया में पहलवान के चयन में मात्र सात पहलवानों ने की शिरकत, सभी का हो गया चयन 

 क्या बलिया में पहलवानों का पड़ गया है अकाल 

मधुसूदन सिंह 

बलिया।। बलिया जनपद में स्कूली खेल प्रतियोगिता में हो रहे खेल को बलिया एक्सप्रेस लगातार उजागर कर रहा है।आज बलिया एक्सप्रेस पहलवानी में यानी कुश्ती में हुए खेल को उजागर कर रहा है।बलिया मे स्कूली पहलवानों का अकाल पड़ गया है। जिस विद्यालय मे कुश्ती के विशेषज्ञ खेल टीचर भी है, उस विद्यालय मे ही एक पूरी टीम नहीं है। यह दर्शाता है कि स्कूलों मे खेल अध्यापक सिर्फ मटरगश्ती कर रहे है।



जबकि एक स्कूली पहलवान ने जिलाधिकारी बलिया को पत्र देकर यह बताया है कि पिछले 2 साल से यानी इस साल और पिछले साल दोनों साल उसको सूचना नहीं मिली,इसलिए वह ट्रायल में शामिल नहीं हो पाया। जबकि बलिया की जिला क्रीड़ा समिति के अध्यक्ष और खेल सचिव का दावा है कि पूरे स्कूलों को बता दिया गया सूचना दे दी गई है। बता दे की मंडलीय कुश्ती में भाग लेने के लिए बलिया जिले के मात्र 6 पहलवान स्टेडियम में कुश्ती ट्रायल के लिए आए थे। यह संख्या बताती है कि बलिया में किस तरह से जिला क्रीड़ा समिति बच्चों के भविष्य के साथ खेल कर रही है।इस ट्रायल मे आये पहलवान सातों चयनित हो गए।एक पहलवान तो फ्री स्टाइल और ग्रीको रोमन दोनों मे लड़ेगा।







ऊपर का फोटो देखिये, इसको कुश्ती का शुभारम्भ कहिये चाहे समापन कहिये बात एक ही है।क्योंकि केवल एक ही कुश्ती हो पाई और वो भी बिना मेल के हुई। क्योंकि U-14, 17 और 19 एज ग्रुप मिलाकर कुल 6 पहलवान ही आये थे और उसमें से कोई भी पहलवान अपने वेट में लड़ ही नही सकता था क्योंकि किसी भी वेट में 1 से अधिक पहलवान आये ही नहीं थे।बालिका पहलवानों की उपस्थिति शून्य रही। चयनकर्ता की जिम्मेदारी निभाने वाले पी डी इण्टर कालेज के गेम टीचर प्रवीण यादव के साथ दो और खेल अध्यापक फोटो में देखे जा सकते हैं जो अपने को अपने जमाने के जाने माने पहलवान बताते है।हद तो ये है कि प्रवीण यादव गेम टीचर गायघाट खुद कुश्ती में NIS का डिप्लोमा किये हैं लेकिन इनके विद्यालय से  भी पहलवानो की टीम जिले स्तर पर नहीं आ पायी ।


उपरोक्त तालिका यह बताती है कि प्रत्येक ग्रुप से एक एक खिलाड़ी का चयन होना चाहिये, जिसकी कुल संख्या 80 होंगी। अब 80 की जगह 6 खेलेंगे तो जनपद का नाम कितना बुलंद होगा, खुद ही सोचिये।

इनका हुआ है चयन -

निखिल मिश्रा 97 kg, अंडर 19 G/R और F/S,पीडी इंटर कॉलेज गायघाट 

प्रवीण सिंह  82 kg, अंडर 19 G/R,विक्रमा मेमोरियल इंटर कॉलेज 

शिवाश यादव 57 kg अंडर 17 F/S मां दुर्गा इंटर कॉलेज सिकंदरपुर 

प्रशांत यादव 76 kg अंडर 19,F/S, मां दुर्गा इंटर कॉलेज सिकंदरपुर 

शत्रुघ्न सिंह 61 kg अंडर 19, F/S, वुद्धिसागर अयोध्या देवी नेशनल शिक्षण हाई स्कूल अतरसुआ रसड़ा 






बता दे कि नीरज कुमार यादव नाम का पहलवान जो फ्री स्टाइल कुश्ती का है और यह बृजेश सिंह इंटर कॉलेज रूपवार भगवानपुर बलिया में पढ़ता है लेकिन इसको सूचना नहीं मिली और यह ट्रायल मे शामिल नहीं हो पाया।पहलवान ने जिलाधिकारी महोदय को 14 अगस्त को लिखित सूचना देकर मांग की है कि मुझे कुश्ती लड़ना है,स्कूली टीम में शामिल होना है लेकिन मुझे मेरे विद्यालय को यह सूचना ही नहीं है कि किस तारीख को कौन सी खेल हो रही है इसलिए इस साल भी मेरी कुश्ती छूट गई जिलाधिकारी महोदय मुझे इस टीम में शामिल होने के लिए आदेश करने की कृपा करें।




 अब आप खुद ही सोच लीजिए कि एक पहलवान कह रहा है कि मुझे लड़ाईये  और दूसरी तरफ इसके आयोजक हैं जिनको पहलवान मिल ही नहीं रहे,मिलेंगे कैसे जब आप स्कूलों को सूचना देंगे तब तो पहलवान आएंगे,स्कूल अपनी टीम भेजेगा। लेकिन यहां तो सूचना दी ही नहीं जा रही है तो पहलवान आएंगे कैसे?अब यह जो चुने गए 6 पहलवान है जो बिना कुश्ती के ही चुन लिए गए अब मंडली ट्रायल में जाकर के क्या कर लेंगे, यह भगवान ही जानते है। लगता है कि बलिया की जिला क्रीड़ा समिति मण्डलीय प्रतियोगिता मे जनपद का नाम ख़राब करने का जैसे ठेका ले रखा है।लेकिन इतना तो तय हो गया है कि बलिया में स्कूली खेल में खेल बड़ा हो रहा है।