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बलिया : फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड के हाथ मे बलिया स्वास्थ्य विभाग के अधिकतर महत्वपूर्ण पटल , डीडीओ का चार्ज देख रहे अधिकारी भी दागदार

फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड के हाथ मे बलिया स्वास्थ्य विभाग के अधिकतर महत्वपूर्ण पटल , डीडीओ का चार्ज देख रहे अधिकारी भी दागदार
मधुसूदन सिंह

बलिया 5 मई 2019 ।। लगता है बलिया के स्वास्थ्य विभाग से भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियो से सफाया होना मुश्किल ही नही नामुमकिन है । कारण की बड़ी मुश्किल से दयाबाबू के चंगुल से निकलने वाला बलिया का स्वास्थ्य विभाग एकबार फिर फर्जीवाड़े में मास्टरमाइंड और फर्जीवाड़े में ही  जेल काट चुके और जमानत पर चल रहे मुन्ना कुमार पटेल के हाथों में है । बलिया के पिछले सीएमओ जो कहते थे कि न खाऊंगा , न खाने दूंगा के कार्यकाल में स्वास्थ्य विभाग के कई महत्वपूर्ण पटलों का चार्ज लेकर देख रहे इस बाबू को वर्तमान सीएमओ डॉ पीके मिश्र भी यथावत बनाये हुए है । बता दे कि मुन्ना कुमार पटेल मिर्जापुर में अपनी तैनाती के दौरान खूब दौलत कमाई थी । 75 लाख रुपये के चेक पर सीएमओ की फर्जी हस्ताक्षर करके बैंक से दूसरे के खाते में ट्रांसफर कराने के प्रयास में मुन्ना कुमार पटेल को तत्कालीन  सीएमओ मिर्जापुर ने  एफआईआर दर्ज कराकर जेल भेजवाया था । पुलिस ने जब मुन्ना कुमार के घर पर छापेमारी की थी तो मुन्ना के घर से एनएचआरएम की फर्जी चेकबुक ,लखनऊ से लेकर मिर्जापुर तक के अधिकारियों की मुहर मिली थी । यही नही शासन ने इसके आलीशान भवन को नीलाम भी कर दिया था , ऐसा बताया जा रहा है । बताया जाता है कि मिर्जापुर में नौकरी के दरमियान इसने अकूत सम्पदा बनायी थी जिसको शासन ने नीलम कर दिया । ऐसा कोई भी अधिकारी नही था जिसका हस्ताक्षर मुन्ना बाबू न बनवा सकता था । अब मिर्जापुर स्वास्थ्य विभाग में फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड मुन्ना बाबू / मुन्ना कुमार पटेल बलिया में भी अपना रसूख कायम कर चुका है । तात्कालीन सीएमओ स्व डॉ एसपी राय के जमाने से धीरे धीरे अपनी पकड़ बनाते बनाते आज मुन्ना कुमार पटेल का सिक्का बलिया के स्वास्थ्य विभाग में चलने लगा है । इसको प्रश्रय देने और बढ़ाने में स्वास्थ्य विभाग के ही दागदार एडिशनल सीएमओ डॉ राजनाथ का हाथ बताया जाता है । बता दे कि डॉ राजनाथ वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के डीडीओ का भी चार्ज देख रहे है । ये वही डॉ राजनाथ है जिनको प्रदेश सरकार के मंत्री उपेंद्र तिवारी ने भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण बलिया से स्थानांतरित कराकर जांच करवायी थी जिसमे इनके द्वारा प्रथम दृष्टया 12 लाख रुपये का गबन किया जाना साबित होने पर निलंबित भी कर दिया गया था । परंतु न जाने किस जांच में बरी होने और कैसा जैक लगाने के कारण पुनः बलिया आ गये है जबकि इनका स्थानांतरण खुद मंत्री उपेंद्र तिवारी के आदेश पर हुआ था और 12 लाख के गबन की अभी जांच चल ही रही है । वैसे डॉ राजनाथ और मुन्ना बाबू दोनों में एक और समानता है , वह यह है कि ये लोग अपनी मर्जी से कार्यालय आते है , इनकी जब मर्जी होती है, उतने दिन आउट ऑफ स्टेशन रहते है , बलिया में कोई बोलने वाला नही है ।
 डॉ राजनाथ और मुन्ना बाबू के पिछले क्रियाकलापो जिसमे ये लोग आकंठ रूप से भ्रष्टाचार में लिप्त थे , स्वास्थ्य विभाग के महत्वपूर्ण कार्यो का संपादन सीएमओ बलिया द्वारा कराया जाना , दूध की बिल्ली से रखवाली कराने जैसा है । अब देखना है कि सीएमओ बलिया डॉ पीके मिश्र कबतक इन दोनों लोगो से महत्वपूर्ण पटलों का कार्य संपादित कराते रहते है ।
कर्मचारियों से अवैध वसूली में लिप्त है मुन्ना बाबू 
बलिया जनपद एक ऐसा जनपद है जहां सीएमओ कार्यालय के सभी महत्वपूर्ण पटलों का चार्ज देखने वाले बाबू सीएमओ कार्यालय की जगह आवास पर ही बैठते है और यही से कार्य कर रहे है । कर्मचारियों के विभिन्न मदो का भी कार्य देखने वाला मुन्ना बाबू कर्मचारियों से भी अवैध वसूली के लिये कुख्यात हो गया है । अभी शनिवार को ही इसके द्वारा एक कर्मचारी से 4 हजार रुपये की अवैध मांग की गई थी , जिसके बाद कर्मचारी यूनियन के कुछ पदाधिकारियों/ सदस्यों ने पीड़ित कर्मचारी के साथ सीएमओ डॉ पीके मिश्र से इसकी शिकायत की है ।

सीएमओ कार्यालय की जगह आवास से कार्यालय चलने से मिल रहा है भ्रष्टाचार को बढ़ावा
सीएमओ कार्यालय की जगह आवास को ही कार्यालय बना लेने से जहां आमजन को प्रतिदिन तरह तरह की परेशानियां हो रही है वही यही से कार्य संपादित कर रहे बाबुओ द्वारा खूब अवैध कमाई की जा रही है , ऐसा कर्मचारी स्वयं कह रहे है । इन लोगो का तो यहां तक कहना है कि आफिस को आफिस से ही संचालित करने में सीएमओ साहब को क्या परेशानी हो रही है , यह समझ मे नही आ रहा है ।
मुन्ना बाबू का आवास भी है सीएमओ आवास
लगभग दो वर्षों से बलिया में सर्विस करने वाले मुन्ना बाबू का बलिया में कोई आवास नही है । अगर मुन्ना बाबू के पास आवास शहर में नही है तो आखिर यह रहते कहा है ? सूत्रों की माने तो मुन्ना बाबू पिछले तीन सीएमओ के कार्यकाल से सीएमओ बंगले में ही रहते है । सूत्रों ने तो यहां तक कहा है कि सीएमओ साहब के बेडरूम के सामने वाला बेडरूम मुन्ना बाबू का ही है । बलिया एक्सप्रेस स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जरूर जानना चाहता है आखिर मुन्ना बाबू का आवास बलिया में कहां है ? अगर आधिकारिक पुष्टि नही होती है तो यह मान लिया जाएगा कि सूत्रों से जो खबर आई है वह सही है ।


यह अभी पहली कड़ी है , अभी 30 लाख का भुगतान किसके खाते में हुआ है ? के साथ ही अन्य वित्तीय अनियमितता की पोल दूसरी कड़ी में खोली जाएगी ।