बलिया : यूपी में 32 आईपीएस अधिकारियों का स्थानांतरण , एसपी बलिया श्रीपर्णा गांगुली बनी उप महानिरीक्षक कारागार प्रशासन लखनऊ, देवेंद्र नाथ बने बलिया के नये एसपी ,31 दिसम्बर की हत्या और डकैती की असफलता के दाग के साथ डीआईजी बनी श्रीपर्णा गांगुली
यूपी में 32 आईपीएस अधिकारियों का स्थानांतरण
एसपी बलिया श्रीपर्णा गांगुली बनी उप महानिरीक्षक कारागार प्रशासन लखनऊ
देवेंद्र नाथ बने बलिया के नये एसपी
31 दिसम्बर की हत्या और डकैती की असफलता के दाग के साथ डीआईजी बनी श्रीपर्णा गांगुली
मधुसूदन सिंह
बलिया 7 जनवरी 2019 ।। आखिरकार बलिया की पुलिस अधीक्षक श्रीपर्णा गांगुली का डीआईजी बनने वाला परवाना आ ही गया । आज प्रदेश सरकार द्वारा किये गये 32 आईपीएस अधिकारियों की सूची में श्रीपर्णा गांगुली को डीआईजी कारागार प्रशासन लखनऊ बनाया गया है । वही देवेंद्र नाथ बलिया के नये पुलिस अधीक्षक बनाये गये है ।
चाहे थाना क्षेत्रों में कितने भी अपराध बढ़े लेकिन थानेदारों के खिलाफ कार्यवाई न करने और एक जाति विशेष के अधिकतर अधिकारियों को महत्वपूर्ण थानों की कमान देना मैडम गांगुली की कमजोरियों में गिनी जायेगी । वही नगरा थाना क्षेत्र के गैस गोदाम पर दिन दहाड़े हत्या कर लूट की घटना के लगभग 120 दिन हो जाने के बाद भी पुलिस का हत्यारो के साये के पास भी अब तक न पहुंचना और पिछले 31 दिसम्बर को नगरा थाने में ही हुई महिला की नृशंस हत्या के भी हत्यारो का अबतक नही पकड़े जाना और 31 दिसम्बर को ही सुखपुरा थाना क्षेत्र के हनुमानगंज इलाके से चौकी से महज चंद कदमो की दूरी पर कोरियर कम्पनी से 13 लाख की लूट का पर्दाफाश न होना , बलिया की एसपी के वर्दी पर लगे वो बड़े दाग है जिनके साथ मैडम डीआईजी नही बनने की सोची होंगी लेकिन अब इन दागों के साथ ही मैडम डीआईजी बन गयी है । अब तो मजबूरन यही कहना पड़ेगा ,दाग अच्छे है ।
एसपी बलिया श्रीपर्णा गांगुली बनी उप महानिरीक्षक कारागार प्रशासन लखनऊ
देवेंद्र नाथ बने बलिया के नये एसपी
31 दिसम्बर की हत्या और डकैती की असफलता के दाग के साथ डीआईजी बनी श्रीपर्णा गांगुली
मधुसूदन सिंह
बलिया 7 जनवरी 2019 ।। आखिरकार बलिया की पुलिस अधीक्षक श्रीपर्णा गांगुली का डीआईजी बनने वाला परवाना आ ही गया । आज प्रदेश सरकार द्वारा किये गये 32 आईपीएस अधिकारियों की सूची में श्रीपर्णा गांगुली को डीआईजी कारागार प्रशासन लखनऊ बनाया गया है । वही देवेंद्र नाथ बलिया के नये पुलिस अधीक्षक बनाये गये है ।
चाहे थाना क्षेत्रों में कितने भी अपराध बढ़े लेकिन थानेदारों के खिलाफ कार्यवाई न करने और एक जाति विशेष के अधिकतर अधिकारियों को महत्वपूर्ण थानों की कमान देना मैडम गांगुली की कमजोरियों में गिनी जायेगी । वही नगरा थाना क्षेत्र के गैस गोदाम पर दिन दहाड़े हत्या कर लूट की घटना के लगभग 120 दिन हो जाने के बाद भी पुलिस का हत्यारो के साये के पास भी अब तक न पहुंचना और पिछले 31 दिसम्बर को नगरा थाने में ही हुई महिला की नृशंस हत्या के भी हत्यारो का अबतक नही पकड़े जाना और 31 दिसम्बर को ही सुखपुरा थाना क्षेत्र के हनुमानगंज इलाके से चौकी से महज चंद कदमो की दूरी पर कोरियर कम्पनी से 13 लाख की लूट का पर्दाफाश न होना , बलिया की एसपी के वर्दी पर लगे वो बड़े दाग है जिनके साथ मैडम डीआईजी नही बनने की सोची होंगी लेकिन अब इन दागों के साथ ही मैडम डीआईजी बन गयी है । अब तो मजबूरन यही कहना पड़ेगा ,दाग अच्छे है ।