गोरखपुर : थाने के निरीक्षण के दौरान आईजी जोन ने वीआईपी कल्चर (रेड कार्पेट) का किया बहिष्कार
थाने के निरीक्षण के दौरान आईजी जोन ने वीआईपी कल्चर (रेड कार्पेट )का किया बहिष्कार
आईजी जोन ने किया रेड कार्पेट का निरीक्षण, वीआईपी कल्चर से अपने को किया किनारा, जी हां ,हर बार की तरह इस बार भी एक शहरी और एक ग्रामीण थाने का निरीक्षण, निरीक्षण के दौरान आईजी ने थाने पर पहुँचते ही सलामी में लगे जवानों से सलामी लेने से किया इंकार , कहा थाने को आया हूं चेक करने , कैसे थाने के ही जवानों से लूं सलामी, साथ ही रेड कार्पेट पर चलने से भी कर दिया इनकार ।। गोरखपुर में आईजी रेंज जय नरायन सिंह आज पुलिस आफिस सहित ग्रामीम और शहरी थाने का निरीक्षण करने निकले । पुलिस आफिस के बाद वो सबसे पहले राजघाट थाना आईजी पहुंचे । वहां सलामी देने के लिये खड़े जवानों से उन्होंने सलामी लेने से इनकार कर दिया, और कहा मैं थाना का निरीक्षण करने आया हूं, पुलिस लाइन के जवानों से थोड़ी सलामी लेने आया हूं । फिर वो सीधे असलहों के निरीक्षण के लिए पहुंचे और एक जवान को बुलाया, और ट्रेंड जवान को कहा की असलहा खोल कर दिखाओ, जवान आया वो पहला वैपन उठाया और उसे खोलने की कोशिश करने लगा, लेकिन उसे खोल नही पाया, एक के बाद दूसरा भी उठाया, वो भी नही खोल पाया, तब आईजी ने कहा, प्रभारी जी अभ्यास करवाइए, अभ्यास की जरूरत है ।इसके बाद कार्यालय में गये, जहां चीजों के रख रखाव को देख कर उन्होंने नसीहत दी, और कहा महिला सिपाही दिन भर बैठी रहती है, इन्हें भी काम पर लगाये । लेकिन इससे पहले मीडिया ज्यादा कुछ न दिखाये उससे पहले ही एसपी सिटी ने फरमान सुनाया आप लोग फोटो लेकर बाहर जाइये, फिर जब आईजी महोदय बाहर आये, तो उन्होंने रेड कार्पेट देख कहा, कि ये वीआईपी कल्चर सही नही है, ये किसने लगाया, और रेड कारपेड पर चलना भी गलत समझा और उसके किनारे किनारे चले गए लेकिन रेड कार्पेट पर नही चले, और फिर ऊपर मेस और सिपाहियों के रुकने की जगह चेक करने पहुंचे । वहां भी एसपी सिटी ने मीडिया को नीचे ही रोक दिया, यानी जहां वो चाहते है वहा परमिशन देते है और जहां वो नही चाहते वहां मीडिया को बैन कर देते है । जाते जाते आईजी साहब ने देखा कि थाने के जवान सलामी के लिए खड़े है, तब उन्होंने सलामी लिया, और एक अच्छा काम और एक अच्छी छवि पुलिस की बने इसकी सिख भी दी ।
बाईट - जय नारायण सिंह (आईजी जोन गोरखपुर)
वीओ - आईजी द्वारा थाने का निरीक्षण और वैपन सहित तमाम चीजो का निरीक्षण करने के दौरान सरकार द्वारा वीआईपी कल्चर से परहेज करना ये अपने आप में एक अलग संदेश देता है, और तमाम ऐसे अधिकारियों के लिए नसीहत भी है, जो अभी भी वीआईपी कल्चर में विश्वास रखते है ।