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बलिया : बिना औलाद वालो को औलाद दिलाने के लिये बलिया में किन्नरों ने किया छठ व्रत, रसड़ा में नपा अध्यक्ष ने की नाथ बाबा के पोखरे पर छठ घाट की भव्य व्यवस्था











बिना औलाद वालो को औलाद दिलाने के लिये बलिया में किन्नरों ने किया छठ व्रत
रसड़ा में नपा अध्यक्ष ने की नाथ बाबा के पोखरे पर छठ घाट की भव्य व्यवस्था
विधायक उमाशंकर सिंह सुबह से ही जमे रहे छठ घाट पर
उदय होते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ व्रत पूर्ण
सुखपुरा में एसआई मधुसूदन चौरसिया ने माताओं बहनों को स्वयं दिलाया अर्घ्य
मधुसूदन सिंह , संजीव बाबा , रत्नेश सिंह की रिपोर्ट 
बलिया 14 नवम्बर 2018 ।।
  उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस वर्ष के छठ पर्व का आज समापन हो गया ।जनपद के कोने कोने से जहां छठ पर्व उल्लास के साथ मनाये जाने की खबर है । वही कई जगह माननीयों ने छठ घाट पर साफसफाई से लेकर माताओं बहनों को अर्घ्य देने के लिये निःशुल्क दूध की व्यवस्था की गई । जनपद में सबसे सुंदर और आकर्षक व्यवस्था आदर्श नगर पालिका परिषद रसड़ा की अध्यक्ष मोतीरानी सोनी और इनके पति तथा पूर्व चेयरमैन वशिष्ठ नारायण सोनी द्वारा नाथ बाबा के पोखरे पर की गई । स्वयं वशिष्ठ नारायण सोनी जहां कई दिनों से लगकर छठ घाट को भव्यता देने में लगे हुए थे तो वही कल और आज व्रती महिलाओ के अर्घ्य देकर लौटने तक घाट पर ही रहकर पूरी व्यवस्था की निगरानी करते रहे । रसड़ा के लोकप्रिय विधायक उमाशंकर सिंह भी छठ घाट पर अपनी टीम के साथ डटे रहे ।









वही सुखपुरा में छठ घाट पर ड्यूटी में तैनात एसआई मधुसूदन चौरसिया की व्रती महिलाओं की सेवा और सहयोग देना काफी चर्चा में रहा । श्री चौरसिया कई व्रती महिलाओ को अपने हाथों से दूध देकर अर्घ्य दिलवाया । बता दे कि श्री चौरसिया जिस जनपद से ताल्लुक रखते है वहां छठ पर्व न के बराबर मनाया जाता है । श्री चौरसिया की इस व्रत के प्रति गहरी आस्था व्रती महिलाओ में चर्चा का विषय बनी हुई है ।
    इस साल के छठ पर्व की सबसे बड़ी खबर बलिया मुख्यालय से आयी है ।जहां लोग अपने लिये पुत्र और धन जन तरक्की के लिये छठ व्रत करते है , वही समाज से उपेक्षित एक वर्ग ऐसा भी छठ व्रत करते हुए मिला जिसको अपने लिये कुछ नही चाहिये बल्कि समाज मे बेऔलाद को औलाद मिले इसके लिये व्रत किया । जी हां हम बात कर रहे है तीसरे लिंग यानी किन्नर समाज की । बलिया में किन्नरों ने समाज मे कोई बेऔलाद न रहे , सबकी गोद मे पुत्र हो , इसी कामना के साथ छठ व्रत किया । आप लोग खुद सुनिये इनकी जुबानी इनके छठ व्रत करने की कहानी ----